पमरे के कोटा में कार्मिक विभाग में प्रमोशन-पोस्टिंग में गजब का खेल, सीनियर डीपीओ पर उठे सवाल, यह है मामला

पमरे के कोटा में कार्मिक विभाग में प्रमोशन-पोस्टिंग में गजब का खेल

प्रेषित समय :19:02:18 PM / Sat, Jul 5th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

कोटा/जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल में पिछले कुछ समय से लगातार अनियमितताओं के मामलों के खुलासा होते रहे हैं, जिनमें अवैध रूप से नौकरी करने का मामला हो या फिर पदोन्नति परीक्षा में गड़बड़ी पर सीबीआई द्वारा कई अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज करना. इन मामलों के बाद अब एक और नया मामला सामने आया है, जिसमें एक कर्मचारी की पदोन्नति के बाद उस स्थान पर ज्वाइनिंग करा दी, जहां पर प्रमोशन पर पोस्टिंग ही नहीं हुई. यानी प्रमोशन के बाद पोस्टिंग का खेल. इस मामले की वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी को शिकायत भी की गई, किंतु वे भी इस मामले में उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं.

यह है मामला

बताया जाता है कि सवाई माधोपुर में पदस्थ लोकेश मीणा जिनका प्रमोशन 31 दिसम्बर 2024 को टेक्नीशियन ग्रेड 1 पर किया गया था, जिसके बाद उनकी प्रमोशन पर पोस्टिंग सवाई माधोपुर से लाखेरी किया गया, किंतु उसने लाखेरी की जगह राम सिंह मीना सीनियर सेक्शन इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल) सवाईमाधोपुर) इन्चार्ज और पप्पू लाल मीणा लिपिक दोनों ने नियमों व कागजों में खेलकर लोकेश मीणा को फर्जी तरीके से सवाई माधोपुर में ही ज्वाइन करा दिया.

फर्जी तरीके से ज्वाइनिंग, पे-फिक्सेशन भी कराया

बताया जाता है कि लोकेश मीणा के लाखेरी पदस्थापना का कोई संशोधित आदेश मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय से जारी नहीं हुआ, इसके बाद पोस्टिंग और फिर पे-फिक्सेशन भी वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी के कार्यालय से मंजूर करा दिया गया.

ऐसे हुआ मामले का खुलासा

रेल सूत्रों के मुताबिक इस फर्जी मामले का  खुलासा जब हुआ, तब लाखेरी में पदस्थ एसएसई इन्चार्ज ने देखा की लोकेश मीणा का तो प्रमोशन लाखेरी में हुआ था और 2-3 महीने तक लाखेरी आकर ज्वाइनिंग भी नहीं किया. जब इस मामले में पूछताछ की तो पता चला वह तो बिना किसी आदेश के लाखेरी ज्वाइन किये बिना सवाई माधोपुर में ही ज्वाइनिंग देकर कार्य कर रहा है. तब लाखेरी के एसएसई राजेश मीणा ने इसकी शिकायत 5 मई 2025 को सीनियर डीपीओ सुप्रकाश को की और मामले की जांच की मांग करते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की.

कार्रवाई किये बिना लाखेरी से सवाई माधोपुर तबादला भी हो गया

बताया जाता है कि सीनियर डीपीओ सुप्रकाश द्वारा इस मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बजाये लोकेश मीणा के स्वयं के अनुरोध पर लाखेरी से सवाई माधोपुर तबादला भी कर दिया, जबकि लोकेश मीणा ने कभी भी लाखेरी ज्वाइन ही नहीं किया. इस पूरे घटनाक्रम पर सीनियर डीपीओ सुप्रकाश पर गंभीर आरोप लग रहे हैं. उनको कोटा में पदस्थापना के लगभग 4 साल हो रहे हैं और वे यहीं पर जमे हुए है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-