अनिल मिश्र/पटना
इस साल के अक्टूबर -नवबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की राजधानी सहित देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक राजनीतिक हलचल के बीच कोलाहल बढ़ गई है.इस संबंध में बिहार प्रदेश में सबसे ज्यादा चर्चित और ताकतवर राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है.इस बीच पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को बनाया गया.जिसके बाद मंगनी लाल मंडल को खूब बधाईयां दी जा रही है.इस बीच बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी उन्हें बधाई दी और अपने हाथों से मिठाई खिलाया.इस बीच राजद के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालते ही मंगनी लाल मंडल तुरंत एक्शन में आ गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा दावा भी कर दिया है.मंगली लाल मंडल ने राष्ट्रीय जनता दल और तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा दावा भी किया.
उन्होंने इस संबंध में कहा कि राष्ट्रीय जनता दल प्रदेश में आज भी सबसे बड़ी पार्टी है. उसके पास किसी अन्य दल की तुलना में सबसे अधिक जनाधार और वोट है. जनता बदलाव का मूड बना चुकी है.इस बार तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे .इस बीच मंगनी लालमंडल ने कहा कि अति पिछड़ों को राजनीतिक नेतृत्व कर्पूरी ठाकुर ने दिया है . जबकि हमारी पार्टी यानी राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने उस कार्य को गति दी है.यह बहुत बड़ा संयोग संयोग है कि लालू प्रसाद हमारे नेता भी हैं और साथी भी हैं.हम लोग समाजवादी हैं.साथ में लंबे समय तक काम किया है. फिर कर रहे हैं और संगठन की मजबूती के लिए काम किये जायेंगे. राजद में उनकी नई भूमिका से जुड़े सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एनडीए ने अति पिछड़ी जातियों के साथ धोखा किया है. लिहाजा 36 प्रतिशत अति पिछड़ी जातियों का एनडीए से मोहभंग हो चुका है.
पार्टी का पूरा प्रयास होगा कि उन्हें राजद की तरफ लामबंद किया जायेगा .इसमें हम सफल रहेंगे .आगे यह भी कहा कि, अति पिछड़ों के 15 प्रतिशत वोट पाकर भी हम सरकार बना लेंगे.इस बार महागठबंधन प्रदेश में आराम से सरकार बना लेगा.अति पिछड़ों का सम्मान बहाल होना चाहिए. पिछले बीस सालों में उन्हें छला गया है. उनमें सम्मान और राजनीतिक हक की भूख पैदा करनी है. गौरतलब हो कि मंगनी लाल मंडल का जन्म 1949 में फुलपरास प्रखंड के गोरगमा में एक मजदूर परिवार में हुआ था. मंडल छात्र राजनीति के समय से ही कर्पूरी ठाकुर के साथ जुड़े रहे. 1986 से 2004 तक वह बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे. 2004 से 2009 तक वह आरजेडी से राज्यसभा और 2009 से 2014 तक जेडीयू से लोकसभा सांसद रहे. 2024 में उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से नाराज होकर मंडल ने जेडीयू छोड़ दिया और 6 जनवरी 2025 को आरजेडी में फिर से आ गए. वैसे भी मंगनी लाल मंडल बिहार में अत्यंत पिछड़ी जाति से आते हैं.इसी को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने एक नया दांव चला है
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