मात्र एक अनुष्ठान से सफलता आपके कदम चूमेगी.बस अनुष्ठान शास्त्रोक्त विधि से होने चाहिए. शुक्लपक्ष के रविवार को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत होकर पवित्र लाल वस्त्र धारण करके पूर्व दिशा गायत्री मंत्र से सूर्य को अर्घ्य दें. आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ नियमित करने से अप्रत्याशित लाभ मिलता है. आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ से नौकरी में पदोन्नति, धन प्राप्ति, प्रसन्नता, आत्मविश्वास के साथ-साथ समस्त कार्यों में सफलता मिलती है. हर मनोकामना सिद्ध होती है. सरल शब्दों में कहें तो आदित्य ह्रदय स्तोत्र हर क्षेत्र में चमत्कारी सफलता देता है.
सावधानी -आसन न बदले, समय का विशेष ध्यान रखें प्रातः काल सुबह 6बजे, ब्रह्मचर्य में रहे. मात्र ११दिन करें अधिक जानकारी हेतु सम्पर्क करें. किसी अच्छे विद्वान के सानिध्य में करें, सफलता आपके कर्म पर निर्भर है.
( धर्म गुरु) पंडित शिवपूजन मिश्रा अयोध्या धाम श्रीमन्नारायण..
Mishraji Nagwa