प्रिंसिपल पर करोड़ों के भ्रष्टाचार की दमोह में एफआईआर, कुछ घंटों बाद जबलपुर में सड़क हादसे में मौत

प्रिंसिपल पर करोड़ों के भ्रष्टाचार की दमोह में एफआईआर

प्रेषित समय :13:58:17 PM / Sun, Feb 16th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. एमपी के जबलपुर में 13 फरवरी की रात तिलवारा थाना के बायपास के पास एक तेज रफ्तार वाहन ने बाइक सवार 2 लोगों को टक्कर मार दी. घटना में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे को इलाज के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया था. उसकी हालत अब खतरे से बाहर है.

पुलिस जांच में सामने आया कि जिस व्यक्ति की मौत हुई है, उनका नाम फादर पाल्सन था. वे शहर के सेंट आगस्टीन स्कूल में प्रिंसिपल थे. बाइक पर बैठे दूसरे साथी का नाम एंथोनी है. पुलिस ने पाल्सन के शव का पंचनामा कर पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजकर मर्ग कायम किया था.

जांच शुरू की तो पता चला कि एक्सीडेंट के कुछ घंटे पहले ही पाल्सन के खिलाफ दमोह में स्नढ्ढक्र दर्ज हुई है. अब जबलपुर पुलिस जांच में जुटी है कि क्या यह हादसा महज संयोग है या फादर पाल्सन की हत्या की गई है.

सेंट नार्बट स्कूल में 3 साल रहा प्रिंसिपल

फादर पाल्सन 3 साल पहले दमोह के सेंट नार्बट स्कूल के प्रिंसिपल थे. इस दौरान उन पर छात्रों से फीस के नाम पर करोड़ों रुपए वसूलने के आरोप लगे थे. बताया गया है कि ये रुपए फादर ने किसी दूसरी संस्था में लगा दिए थे. अधिक फीस वसूली को लेकर अभिभावकों ने जब दमोह कलेक्टर से शिकायत की तो उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए.

जांच के दौरान पाया गया कि प्रिंसिपल रहते फादर पाल्सन ने अपने सहयोगियों के साथ करीब 3 करोड़ 32 लाख रुपए की राशि वसूल की थी. आरोप लगने के बाद फादर पाल्सन का दमोह से जबलपुर के सेंट अगस्टीन स्कूल में ट्रांसफर हो गया था. लंबी जांच चली और दमोह कोतवाली पुलिस ने पिछले साल 11 फरवरी 2024 फादर पाल्सन सहित स्कूल में पदस्थ वर्तमान प्राचार्य फादर अनिल बारा, क्लर्क विनोद मुरप्पा, कोऑर्डिनेटर प्रियंका पीटर, संस्था के संचालक मैनेजर फादर थॉमस, केंडीओ प्रियम और पूर्व मैनेजर फादर अरुलानंदू के खिलाफ धारा 409 और 420 के तहत मामला दर्ज किया था.

3 साल में स्टूडेंट्स से वसूले 3 करोड़ 32 लाख

दमोह पुलिस ने जांच में पाया कि सेंट नार्बट स्कूल में पदस्थ रहते हुए फादर पाल्सन ने स्टूडेंट्स से 2017-18 से 2022-23 के बीच पढ़ाई और अन्य स्कूल एक्टिविटी के नाम पर करीब 3 करोड़ 32 लाख रुपए वसूले थे.

यह राशि 6 किश्तों में द सोसाइटी ऑफ एबी ऑफ बर्न नामक संस्था को भेजी गई. राशि 50 लाख, 80 लाख, 80 लाख, 30 लाख, 32 लाख और 60 लाख रुपए थे. जिला प्रशासन ने जब ट्रांसफर हुई राशि की जानकारी स्कूल प्रबंधन से ली तो संस्था के बारे में कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाया. न ही यह बता पाया कि राशि किन नियमों के तहत भेजी गई. प्रथम दृष्टया पुलिस ने पाया कि स्कूल फीस के नाम पर वसूले गए करोड़ों रुपए की संभवता विदेशी फंडिंग की गई है.

दमोह में एफआईआर-जबलपुर में मौत

दमोह के सेंट नार्बट स्कूल में फादर पाल्सन करीब 3 साल तक पदस्थ रहे. 2023 दिसंबर को संस्था ने उनका ट्रांसफर दमोह से जबलपुर सेंट अगस्टीन स्कूल में कर दिया. दमोह पुलिस सेंट नार्बट स्कूल में फीस के नाम पर हुए करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार की जांच के दौरान 12 फरवरी 2025 को फादर पाल्सन सहित 6 लोगों के खिलाफ धारा 409, 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. दमोह पुलिस सभी छह लोगों की गिरफ्तारी की तैयारी कर ही रही थी कि 13 फरवरी को सूचना मिलती है कि जबलपुर के तिलवारा थाना अंतर्गत बाईपास में सड़क दुर्घटना में फादर पाल्सन की मौत हो गई है, जबकि उसका एक साथ एंथोनी घायल हो गया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-