काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को एक भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें तालिबान के शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्री खलील हक्कानी की मौत की खबर सामने आई है। खलील हक्कानी तालिबान के प्रभावशाली हक्कानी नेटवर्क के वरिष्ठ सदस्य और गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के चाचा थे।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह धमाका काबुल की एक मस्जिद के अंदर हुआ, जहां खलील हक्कानी मौजूद थे। हालांकि, इस घटना में हताहतों की संख्या और विस्तृत जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है। तालिबान नेतृत्व ने अब तक खलील हक्कानी की मौत की पुष्टि नहीं की है। हक्कानी नेटवर्क तालिबान का एक प्रमुख और ताकतवर गुट है, जो आतंकवादी गतिविधियों और कूटनीतिक मामलों में सक्रिय रहा है। खलील हक्कानी तालिबान के शासन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे।
उन पर अमेरिका ने 5 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया था और संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें वैश्विक आतंकी घोषित किया हुआ था। अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से खलील हक्कानी सार्वजनिक रूप से सक्रिय दिखाई देते थे। इस धमाके के पीछे का कारण और इसे अंजाम देने वालों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है। घटना ने तालिबान के नेतृत्व में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।