नई दिल्ली. जल्द ही आप अपने प्रॉविडेंट फंड (पीएफ) को सीधे एटीएम के माध्यम से निकाल सकेंगे। श्रम मंत्रालय ने घोषणा की है कि 2025 तक यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। मंत्रालय अपने आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बना रहा है, जिससे करोड़ों ईपीएफओ (EPFO) सदस्यों को लाभ होगा। इस पहल का उद्देश्य लोगों के जीवन को सरल और सुविधाजनक बनाना है।
श्रम सचिव सुमिता डावरा ने जानकारी दी कि अगले साल से ईपीएफओ सदस्य एटीएम का उपयोग कर अपने पीएफ तक पहुंच सकेंगे। इससे उन्हें पीएफ निकालने के लिए ईपीएफओ कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं होगी। वर्तमान में ईपीएफओ 7 करोड़ से अधिक सक्रिय सदस्यों को सेवाएं प्रदान कर रहा है, और यह नया बदलाव सभी के लिए फायदेमंद साबित होगा। डावरा ने कहा, “हम दावों के निपटान की प्रक्रिया को तेज और सरल बनाने पर काम कर रहे हैं। इस नई प्रणाली के तहत लाभार्थी या बीमित व्यक्ति न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप के साथ एटीएम के माध्यम से अपने दावों का निपटान कर सकेगा। यह सुविधा समय और मेहनत दोनों की बचत करेगी।”
श्रम सचिव ने यह भी बताया कि हर दो-तीन महीने में ईपीएफओ सेवाओं में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि जनवरी 2025 तक यह बड़ी पहल पूरी हो जाएगी। सरकार ईपीएफओ की सेवाओं को मजबूत बनाने और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार काम कर रही है।
गिग वर्कर्स के लिए भी सामाजिक सुरक्षा लाभों की दिशा में प्रगति की जा रही है। श्रम सचिव ने बताया कि एक नई योजना की रूपरेखा तैयार की गई है, जो अंतिम चरण में है। इस योजना में स्वास्थ्य कवरेज, प्रॉविडेंट फंड और विकलांगता सहायता जैसे लाभ शामिल हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने इसकी शुरुआत की तारीख का खुलासा नहीं किया। इस योजना का उद्देश्य गिग वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है।