पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज में आज सुबह हिन्दू सेवा परिषद के कार्यकर्ता दीपक केवट की इलाज के दौरान मौत हो गई. दीपक की मौत की खबर मिलते ही हिन्दू सेवा परिषद के पदाधिकारी व कार्यकर्ता पहुंच गए, जिन्होने हंगामा शुरु कर दिया. वहीं परिजनों ने आरोप लगाया कि दीपक का डायलिसिस के दौरान टेक्निशियन द्वारा बरती गई लापरवाही के कारण मौत हुई है. परिषद के कार्यकर्ताओं ने मेडिकल कालेज गेट के सामने शव रखकर करीब चार घंटे तक प्रदर्शन किया है. खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी पहुंच गए, जिन्होने मृतक के परिजनों व हिन्दू सेवा परिषद के कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की.
बताया गया है कि ग्वारीघाट निवासी दीपक केवट हिन्दू सेवा परिषद का सक्रिय कार्यकर्ता रहा. कुछ दिनों पहले दीपक की किडनी में तकलीफ होने के कारण मेडिकल अस्पताल में करीब 6 माह से इलाज कराया जा रहा है. पिछले दिन दीपक को डायलिसिस के लिए मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 15 में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान दीपक की हालत में सुधार हो रहा था. बीती रात जब डायलिसिस चल रहा था. इस दौरान टेक्निशियन द्वारा बरती गई लापरवाही के चलते दीपक का काफी मात्रा में खून गिर गया. परिजनों ने देखा कि डायलिसिस मशीन में दीपक अकेला पड़ा छटपटा रहा है तो तत्काल ही डॉक्टरों को सूचना दी गई. डाक्टरों ने पहुंचकर इलाज भी किया गया लेकिन आज सुबह दीपक की मौत हो गई. दीपक की मौत से भड़के परिजनों ने आरोप लगाया कि टेक्नीशियन डायलिसिस के दौरान मोबाइल में व्यस्त था, जिसके चलते उसने मशीन पर ध्यान नहीं दिया और दीपक की मौत हो गई. वहीं परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि दीपक के भाई ने बताया कि सोमवार को सुबह से ही मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस के लिए भटकाया जा रहा था. आखिरकार रात को पुरानी बिल्डिंग के वार्ड नंबर 15 में शिफ्ट करने के बाद जब डायलिसिस की तैयारी की जा रही थी. जिस व्यक्ति को दीपक का डायलिसिस करना था, उससे मशीन चलाते नहीं बन रही थी, आधे घंटे बाद टेक्नीशियन ने कहा कि किट में एयर आ गई है. फिर मशीन को बंद करने के बाद मोबाइल में व्यस्त हो गया. थोड़ी देर बाद डाक्टर आए तो उन्होंने दीपक की हालत नाजुक बताई और आखिरकार मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई.
दीपक की मौत की खबर मिलते ही हिन्दू सेवा परिषद के महानगर अध्यक्ष अतुल जेसवानी, महानगर उपाध्यक्ष नितिन सोनपाली के साथ कार्यकर्ता पहुंचे और जमकर हंगामा किया. हिन्दू सेवा परिषद के कार्यकर्ताओं का कहना है कि इलाज में लापरवाही बरतने वाले टेक्नीशियन के खिलाफ जब तक कार्रवाई नहीं होती है. तब तक लगातार प्रदर्शन किया जाएगा. अतुल जेसवानी का कहना है कि मेडिकल कालेज में ना इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई. बल्कि परिजनों को भटकाया भी गया. उन्होंने बताया कि दीपक की मौत के बाद जब परिजनों ने दोषी पर कार्रवाई की मांग की तो उनके साथ मेडिकल कालेज में तैनात बाउंसर ने धक्का-मुक्की की और मेडिकल कालेज से बाहर निकाल दिया. परिषद के पदाधिकारियों का कहना है कि मामले में डीन से बात कर मांग की गई है कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाए. जो भी दीपक की मौत के लिए जिम्मेदार है ना सिर्फ उनके खिलाफ विभागीय बल्कि कानूनी कार्रवाई भी की जाए. यहां तक कि चेतावनी दी है कि अगर 15 दिन के अंदर इस पर अमल नहीं किया जाता है तो फिर माननीय हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी. कोर्ट को दीपक की मौत से जुड़े सभी वीडियो-फोटो भी दिए जाएगें. मेडिकल कालेज के डीन डाक्टर नवनीत सक्सेना का कहना है कि घटना की जांच करवाई जा रही हैए जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मेडिकल अधीक्षक को तीन सदस्यीय जांच कमेटी गाठित कर जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने के निर्देश भी दिए गए है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-