पेरिस. शनिवार 7 सितंबर को भारत की झोली में 1 गोल्ड समेत 2 और मेडल आ गए. दोनों ही मेडल एथलेटिक्स में आए, जिसमें सबसे बड़ी सफलता जैवलिन थ्रोअर नवदीप को मिली, जिन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया. मेंस जैवलिन थ्रो F41 कैटेगरी में नवदीप सिंह ने सिल्वर मेडल जीता था लेकिन गोल्ड जीतने वाले ईरान के एथलीट को इवेंट के बाद डिस्क्वालिफाई कर दिया गया और इस तरह नवदीप के सिल्वर को गोल्ड में अपग्रेड कर दिया गया. वहीं स्प्रिंटर सिमरन शर्मा ने महिलाओं की 200 मीटर T12 कैटेगरी के फाइनल में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया. इसके साथ ही भारत के पदकों की संख्या 29 तक पहुंच गई, जो पिछले पैरालंपिक गेम्स से पूरे 10 ज्यादा हैं.
जैवलिन थ्रो में नवदीप ने अपने दूसरे थ्रो में 46.39 मीटर के साथ बढ़त हासिल की थी लेकिन ईरान के सादेग बेत सयाह ने 46.84 मीटर के साथ उनसे पहला स्थान छीन लिया. अगले थ्रो में नवदीप ने फिर वापसी की और 47.32 मीटर के साथ फिर पहले नंबर पर पहुंच गए. चौथे थ्रो में भी कोई उनसे आगे नहीं निकल सका लेकिन पांचवें थ्रो में फिर ईरानी एथलीट ने 47.64 मीटर के साथ पहले नंबर पर कब्जा कर लिया. आखिर में उन्होंने ही गोल्ड अपने नाम किया और नवदीप की झोली में सिल्वर मेडल आया. हालांकि कुछ ही देर में पैरालंपिक कमेटी ने इस नतीजे को बदल दिया और ईरान के एथलीट को कोड ऑफ कंडक्ट का दोषी पाते हुए डिस्क्वालिफाई कर दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक, सयाह को बार-बार एक आपत्तिजनक झंडा दिखाने के कारण डिस्क्वालिफाई किया गया, जिसे कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन माना गया. ऐसा दावा किया गया कि इस झंडे से सयाह कोई राजनीतिक संदेश देना चाहते थे जो कि पैरालंपिक के नियमों के खिलाफ है. सयाह के ऐसा करने पर उनका नतीजा रद्द कर दिया गया और नवदीप को गोल्ड मेडल विजेता घोषित किया गया. वहीं ब्रॉन्ज जीतने वाले चीन के पेंगजियांग को अब सिल्वर और चौथे नंबर पर रहे इराक के नुखाइलावी वाइल्डन को ब्रॉन्ज मिलेगा.
सिमरन ने अपने गाइड के अभय सिंह के साथ मिलकर 24.75 सेकेंड में 200 मीटर की रेस पूरी की और तीसरा स्थान हासिल किया. इस इवेंट का गोल्ड क्यूबा की ओमारा डूरंड (23.62 सेकेंड) और सिल्वर वेनेजुएला की अलेहांद्रा पेरेज (24.19) ने जीता.
Source : palpalindia
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