झारखंड के हजारीबाग में रामनवमीं के सार्वजनिक उत्सव पर लगा प्रतिबंध, कांग्रेस भी उतरी विरोध में

झारखंड के हजारीबाग में रामनवमीं के सार्वजनिक उत्सव पर लगा प्रतिबंध, कांग्रेस भी उतरी विरोध में

प्रेषित समय :14:20:50 PM / Sun, Mar 19th, 2023

हजारीबाग. झारखंड के हजारीबाग में रामनवमीं सार्वजनिक उत्सव पर प्रशासन द्वारा लगाये प्रतिबंध के बाद इसे लेकर तनाव की स्थिति बन गई है. प्रशासन ने यहां रामनवमी पर किसी तरह का रिकार्डेड म्यूजिक बनाने पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही उत्सव में आयोजित होने वाले पारंपरिक नाटकों में लाठी डंडे या अन्य हथियारों के प्रदर्शन पर भी रोक लगा दी है. इसके विरोध में अब तक बीजेपी नेता तो थे ही, अब झारखंड की सत्ता में सहयोगी कांग्रेस पार्टी भी विरोध में उतर आई है.

कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने इसे प्रशासन की तानाशाही करार दिया है. हजारीबाग में बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि हिन्दू समाज के लोग अपने त्यौहारों को पूरी शिद्दत के साथ मनाते हैं. प्रशासन को इन त्यौहारों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए. लेकिन यहां प्रशासन का रवैया सामाजिक ताने बाने को छिन्न भिन्न करने वाला है. उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में प्रशासन के आदेशों के विरोध में कहीं हिंसा होती है या कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए प्रशासन ही जिम्मेदार होगा.

इस बीच प्रशासन के फैसले का विरोध करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने पर उन्होंने सवाल उठाए. गौरतलब है कि इसी साल शिवरात्रि पर पलामू जिले में दंगा हुआ था. इस घटना को संज्ञान में लेते हुए प्रशासन ने रामनवमीं पर एहतियाती कदम उठाते हुए कुछ बंदिशों का ऐलान किया है. पारंपरिक रूप से रामनवमीं का जश्न हजारीबाग में एक महीने पहले से ही शुरू हो जाता है. इस दौरान हर मंगलवार को लोग जुलूस निकालते हैं.

प्रशासन ने इस तरह का आयोजन करने पर भी रोक लगा दी है. इसी के साथ लाड़ी डंडे और हथियारों के प्रदर्शन पर भी रोक लगाई गई है. प्रशासन के इस आदेश का स्थानीय लोग लगातार विरोध कर रहे हैं. उधर प्रशासन अपने फैसले पर कायम रहते हुए विरोध करने वालों पर एफआईआर और गिरफ्तारी शुरू कर दी है. इस संबंध में पहली एफआईआर 14 मार्च को दर्ज की गई. वहीं बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल ने इस मुद्दे पर झारखंड सरकार को घेरने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार हिन्दू त्यौहारों के साथ खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने प्रशासन और सरकार को चेतावनी दी कि किसी हाल में वह अपनी परंपरा और त्यौहारों को नहीं छोडऩे वाले.्र

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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