बिहार में होना-जाना कुछ नहीं है, लिहाजा.... दिलचस्प बयानबाजी का मजा लें?

बिहार में होना-जाना कुछ नहीं है, लिहाजा.... दिलचस्प बयानबाजी का मजा लें?

प्रेषित समय :21:58:12 PM / Wed, Jan 25th, 2023

अभिमनोज. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा के बयानों को लेकर देश की राजनीति में खूब सियासी चर्चाएं जारी हैं, लेकिन सियासी सयानों का मानना है कि होना-जाना कुछ नहीं है, लिहाजा.... दिलचस्प बयानबाजी का मजा लें?
दरअसल, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सियासी संयम दिखा रहे हैं, तो सीएम नीतीश कुमार भी उनके अलावा किसी और की परवाह नहीं कर रहे हैं?
मतलब.... अब लालू-नीतीश साथ-साथ हैं!
सीएम नीतीश कुमार जानते हैं कि भ्रम की राजनीति कौन कर रहा है, यही नहीं, वे यह भी जानते हैं कि बिहार की राजनीति में लालू और उनके अलावा किसी और में इतना सियासी दम नहीं है कि सत्ता का समीकरण बदल दे, इसलिए वे बयानबाजी से बेफिक्र भी हैं?
खबरों की मानें तो ताजा बयानों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि- नाम बताइए ना कि कौन है बीजेपी के संपर्क में? एक है कोई संपर्क में ज़रा नाम दीजिए न? जो खुद संपर्क में जाना चाहता है वही यह सब बोलते रहता है?
इतना ही नहीं, जेडीयू के कमजोर होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि- आपको पता है हमारी पार्टी पहले से ज्यादा मजबूत हो गई है, पहले की तुलना में मेंबरशिप ज्यादा हो गई है, लोगों का काम है बोलना, ऐसे ही बोलते रहता है सब. फालतू के प्रचार करने का तरीका है!
उधर, उपेंद्र कुशवाहा ने भी बुधवार को ट्वीट कर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा- बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने, ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगे तब तो हर बड़का भाई अपने छोटका को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प ले, ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर?’
बहरहाल, बड़ा सवाल तो यह है कि 2024 के लोकसभा चुनाव तक यदि नीतीश कुमार बीजेपी के साथ फिर से नहीं आते हैं, तो बिहार में बीजेपी पिछली कामयाबी कैसे बरकरार रख पाएगी?
Upendra Kushwaha @UpendraKushJDU
बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने...!
ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगे तब तो हर बड़का भाई अपने छोटका को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प ले, ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर....?
https://twitter.com/UpendraKushJDU/status/1618212700508786688

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

भाजपा के संपर्क में हैं जेडीयू के बड़े नेता: उपेंद्र कुशवाहा के बयान से गर्माई बिहार की राजनीति

बिहार में फिर हुआ वंदे भारत ट्रेन पर पथराव, बोगी का कांच टूृटने के बाद काफी देर स्टेशन पर खड़ी रही ट्रेन

SC से बिहार सरकार को मिली राहत: जातिगत सर्वेक्षण के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई से इनकार

बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव के कार्यालय से लाखों का फर्नीचर चोरी, मचा हड़कंप

बिहार में जातिगत जनगणना का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, रूके या जारी रहे, सियासी फायदा-नुकसान तो तय हो ही गया है?

Leave a Reply