हार्ट में ब्लड क्लॉटिंग की वजह से पड़ सकता है दिल का दौरा, ऐसे पहचानें

हार्ट में ब्लड क्लॉटिंग की वजह से पड़ सकता है दिल का दौरा, ऐसे पहचानें

प्रेषित समय :11:53:14 AM / Thu, Dec 8th, 2022

शरीर में खून के थक्के जिन्हें ब्लड क्लॉट कहते हैं ये बनते रहते हैं. किसी चोट या शरीर में लगे कट के बाद होने वाले ब्लीडिंग को रोकोने के लिए ये शरीर का एक नैचुरल प्रोसेस है. लेकिन ऐसा होना तब खतरनाक होता है जब ये थक्के अपने आप नहीं घुलते हैं. इस स्थिति को थ्रोम्बसिस कहा जाता है. अगर ये ब्लड क्लॉट हार्ट की आर्टरीज यानी दिल की धमनियों में बनने लगें तो स्थिति घातक हो जाती है. इस वजह से हार्ट अटैक भी आता है. कोविड वायरस के बाद से दिल की धमनियों में ब्लड क्लॉट होने के काफी केस देखे जा रहे हैं. यही वजह है कि दिल का दौरा पड़ने के मामले भी बढ़ रहे हैं.

कोविड-19 के बाद के प्रभावों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं, उनमें करीब एक साल बाद तक भी हार्ट की आर्टरीज में ब्लॉ क्लॉट होने का खतरा अधिक होता है. कोविड रक्त के थक्के से संबंधित जोखिम में तेज वृद्धि का कारण बन रह है. इससे लोगों को दिल का दौरा और स्ट्रोक सहित कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

ब्लड क्लॉट होना इसलिए खतरनाक है क्योंकि ये हार्ट में हो रहे ब्लड सर्कुलेशन को रोक सकता है. इससे हार्ट के फंक्शन सही से काम नहीं करते हैं. कई बार ब्लड क्लॉट पूरी आर्टरीज में ही हो जाता है, जिससे हार्ट ब्लड पंप नहीं कर पाता है और हार्ट अटैक आ जाता है. अगर ये ब्लड क्लॉट हार्ट की जगह ब्रेन में हो जाए तो फिर स्ट्रोक हो जाता है. कोविड की वजह से कई मरीजों में ब्लड क्लॉट हो रहा है, यही कारण है कि कोरोना महामारी के बाद से हार्ट अटैक और स्ट्रोक के केस बढ़ रहे हैं.

ऐसे में जरूरी है कि हार्ट में ब्लड क्लॉट होने का समय से पता चल जाए. इसके लिए कई प्रकार के टेस्ट कराएं जा सकते हैं. टेस्ट एमआरआई और ट्रेडमिल टेस्ट के माध्यम से दिल की इस समस्या का आसानी से पता लगाया जा सकता है. इसके अलावा चार लक्षणों से भी पता चल जाता है कि शरीर के किसी हिस्से में ब्लड क्लॉट हो सकता है.

खून के थक्के बनने के लक्षण

1. त्वचा का रंग नीला पड़ना
2. सूजन
3. छाती में अचानक तेज दर्द
4 सांस लेने में परेशानी

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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