कीटोन ड्रिंक लेने से ब्‍लड शुगर लेवल, वेट लॉस को कम किया जा सकता है

कीटोन ड्रिंक लेने से ब्‍लड शुगर लेवल, वेट लॉस को कम किया जा सकता है

प्रेषित समय :11:34:11 AM / Tue, Sep 27th, 2022

वेट कंट्रोल करने के लिए कीटो डाइट के बारे में तो सब जानते हैं, लेकिन कीटोन मोनोएस्‍टर ड्रिंक से कम ही लोग परिचित होंगे. कीटोन मोनोएस्‍टर ड्रिंक इन दिनों काफी लोकप्रिय हो रही है. ये ड्रिंक डायबिटीज पेशेंट्स के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है. ये एक लो कार्ब ड्रिंक है, जिसका प्रयोग फिटनेस फ्रीक भी कर सकते हैं. भले ही ये ड्रिंक बीमारी को पूरी तरह से ठीक न कर पाए, लेकिन ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल करके ये कई बीमारियों के खतरे को कम कर सकती है. ये शरीर में सप्‍लीमेंट का काम करती हैं, जो शरीर को जरूरी पोषक तत्‍व देने के साथ हाई बीपी, कोलेस्‍ट्रॉल और डायबिटीज जैसी समस्‍याओं को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है.

कैसे काम करता है कीटोन?
जब शरीर एनर्जी के लिए कार्बोहाइड्रेट का उपयोग करने में असम‍र्थ होता है तब लिवर द्वारा कीटोन्‍स का निमार्ण होता है. हेल्‍थलाइन के अनुसार कीटोन्स एक तरह के मोलीक्‍यूल्‍स कंपाउंड हैं जो ब्‍लड शुगर लेवल को कम करने का काम करते हैं. ऐसा तब संभव होता है जब कार्बोहाइड्रेट का सेवन पर्याप्‍त मात्रा से लगभग 20 से 30 ग्राम कम किया गया हो या लंबे समय तक भूखा रहा जाए. शरीर को जब एनर्जी के लिए कार्बोहाइड्रेट से ग्‍लूकोज के बजाय फैट का सहारा लेना पड़ता है तब ब्‍लड शुगर लेवल अपने आप ही कम हो जाता है.

क्‍या है कीटोन सप्लीमेंट?
कीटोन सप्‍लीमेंट्स के दो प्रकार होते हैं. पहला कीटोन सॉल्‍ट होता है, जो मार्केट में मिलने वाले कई कीटोन सप्‍लीमेंट्स में पाया जाता है. इसमें आमतौर पर सोडियम, कैल्शियम या पोटेशियम होता है जो डायबिटीज में फायदेमंद हो सकता है. दूसरा कीटोन एस्‍टर होता है, जिसका प्रयोग रिसर्च के लिए किया जाता है. इस‍में मुख्‍य रूप से बीटा-हाइड्रॉक्‍सीब्‍यूटाइरेट होता है जो रिसर्च में काम आता है.

टाइप-2 डायबिटीज में फायदेमंद
टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित व्‍यक्ति को ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए दवाओं और इंसुलिन का सहारा लेना पड़ता है. कीटोन ड्रिंक्‍स लेने से डायबिटीज को कंट्रोल करना थोड़ा आसान हो सकता है. लेकिन ड्रिंक्‍स का सेवन करने से पहले डॉक्‍टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है.

कीटोन ड्रिंक्‍स के फायदे
डायबिटीज को करती है कंट्रोल
वेट लॉस में मददगार
एनर्जी बढ़ाती है
दिमाग को रखती है एक्टिव
30 मिनट में दिखाती है असर

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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