ठग या फ्रॉड योग

ठग या फ्रॉड योग

प्रेषित समय :19:43:32 PM / Fri, Sep 23rd, 2022

पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर एक खबर विशेष रूप से वायरल हुई थी , हालांकि न्यूज चैनल्स में उसे इतनी कवरेज नहीं दी गई थी.
हिन्दुस्तान के इतिहास में ठगी के मामलों में नटवरलाल और चार्ल्स शोभराज को कौन नहीं जानता?, दोनों इतने बड़े ठग थे कि इसी वजह से विश्व विख्यात हो गए. यह  मामला भी ठगी और जालसाजी का, था . जिसमे मुख्य रूप से आरोपित व्यक्ति था बंगलौर का एक अधेड़ और मध्यम पर्सनैलिटी वाला,  सांवला सा शख्स " सुकेश चंद्रशेखर  ।।
  जैसे जिससे जांच बढ़ती गई वैसे वैसे कई राज खुलने लगे कि इस व्यक्ति ने उद्योगपतियों, नेताओ, ब्यूरोक्रेट्स , और बाकी कई रसूख वाले लोगो से करोड़ों रुपए ठग लिए .....बाद में ये भी खुलासा हुआ कि जैकलीन फर्नांडिस, नोरा फतेही और अन्य कई नामी  बॉलीवुड की नायिकाओं से इसके  अनैतिक संबंध थे , जिन्हे इसने करोड़ों रूप के उपहार दिए और अय्याशी की. फिलहाल श्रीमान  तिहाड़ जेल में है और मनी लांड्रिंग में बुरी तरह फस चुके है.

आखिर कुंडली वे कौन से योग होते है जो इंसान को इतना शातिर बना देते है की आसानी से दूसरे लोग उसके झांसे में आकर अपना सब कुछ लुटा देते है.
सामान्यतः इस तरह के ठग होने के लिए मुख्य तौर पर जो ग्रह जिम्मेदार है बे है राहु , बुध, चन्द्रमा एवं स्थानों में लग्न पंचम ,, एकादश, द्वादश.
इस तरह इन सभी  ग्रहों  और स्थानों से  परस्पर , दृष्टि/  युतियों से सैकड़ों ऐसे योग संभावित रहते है जो इंसान को ठग बना देते है.
  इसमें सबसे मुख्य भूमिका में रहता है "बुध" ,.। आखिर बुद्धि और वाणी  का कारक जो ठहरा. सही भी है,  बिना अपनी जादुई बाते में फंसाए , भला कोई पैसा कैसे देगा ??।।...
  बुध स्वयं नीच राशि में हो /शत्रु क्षेत्री हो /अशुभ चन्द्र के साथ हो / पंचम और आय/व्यय भाव में स्थित हो या  शनि राहु जैसे पाप प्रभाव दृष्टि/युति में  में हो तो धोखा देकर/झूठ बोलकर धन हड़पने के  चांस बन जाते है. 

राहु आय भाव में बैठा हो  , तो  बुध कहीं भी हो पाप दृष्ट हो तब भी इस तरह से अनैतिक कार्यों से पैसा आने कि संभावना देता है.
नीच का राहु लग्न में हो और बुध चन्द्र , अकेले या युति में  एकादश/द्वादश हो तब भी व्यक्ति कभी ना कभी किन्हीं अपने का धन हड़प लेता है.
इस तरह कुंडली में हजारों स्थितियां बन सकती है जो व्यक्ति को ठग बना दे किन्तु उन्न सभी  में  बुध/राहु/चंद्र आदि ग्रहों और उपरोक्त वर्णित भावों की महती भूमिका रहेगी ही रहेगी  ।।।
प्रायः ज्योतिषीय ग्रुप्स में जब कोई जातक शिकायत करता है कि अमुक " कथित ज्योतिषी" ने अग्रिम पैसे लेकर , अब फोन भी उठाना बंद कर दिया है तो समझ जाइए वो वो कथित  ज्योतिषी भी इन्हीं ग्रह दशाओं में जन्मा है.एवं जो लोग ठगी का शिकार होते है उनका  पंचम ,/द्वितीय /शष्टम भाव ..पंचमेश/चंद्रमा /शुक्र आदि पीड़ित होते है.
नोट- चोरी/डकैती/गन प्वाइंट पर पैसा छीनना/ जैसे मामले इन स्थितियों से विचारित  नहीं होंगे.
Ranjeet Kaurav

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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