आज का दिन: गुरुवार, 22 सितम्बर 2022, एकादशी व्रत का पारण हरिवासर की अवधि में नहीं होता है!

आज का दिन: गुरुवार, 22 सितम्बर 2022, एकादशी व्रत का पारण हरिवासर की अवधि में नहीं होता है!

प्रेषित समय :19:51:58 PM / Wed, Sep 21st, 2022

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* पारण, व्रत को पूरा करने को कहा जाता है.
* एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण करते हैं.
* एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना जरूरी माना जाता है.
* एकादशी व्रत का पारण हरिवासर की अवधि में भी नहीं होता है.
* हरिवासर द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई समयावधि होती है.
* व्रत पूर्ण हो जाने के बाद पहले भोजन के लिए सबसे सही समय सवेरे होता है.
* मध्याह्नकाल में पारण से बचें लेकिन सवेरे किसी कारण से पारण नहीं हो पाए तो मध्याह्न के बाद पारण करना चाहिए.
* कभी-कभी एकादशी व्रत दो दिनों के लिए लगातार हो जाता है तब स्थानीय मान्यताओं के अनुसार पहली या दूजी एकादशी करनी चाहिए.
* श्रीविष्णुभक्त ऐसे अवसर पर दोनों एकादशी करते हैं.
* संन्यासी और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रीनारायणभक्तों को दूजी एकादशी का व्रत करना चाहिए.
* यथासंभव व्रत नियमों का पालन करना चाहिए तथा किसी भी प्रकार की उलझन होने पर स्थानीय धर्मगुरु के निर्देशानुसार निर्णय करना चाहिए.
* जानबूझ कर नियमों के उल्लंघन से ही व्रतभंग होता है इसलिए अनजाने में हुई गलती के लिए मन में आशंकाएं नहीं पालें और व्रत के अंत में पारण के समय जाने-अनजाने हुई गलतियों के लिए अपनी भाषा और भाव में श्रीविष्णुदेव से क्षमा प्रार्थना कर भोजन ग्रहण करें. 
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा. रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे. कारोबारी व्यस्तता रहेगी. नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा. घर-परिवार की चिंता रहेगी. भाग्य का साथ मिलेगा. प्रभावशाली व्यक्तियों से परिचय होगा. प्रमाद न करें. कोई आनंददायक यात्रा का आयोजन हो सकता है.

वृष राशि:- जोखिम व जमानत के कार्य टालें. शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं. विवाद को बढ़ावा न दें. शोक समाचार मिल सकता है. स्वास्थ्य का ध्यान रखें. व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा. आय बनी रहेगी. कीमती वस्तुएं संभालकर रखें. दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें. मेहनत अधिक होगी.

मिथुन राशि:- उत्साह व प्रसन्नता से काम कर पाएंगे. कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता में वृद्धि होगी. भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी. बेरोजगारी दूर होगी. कारोबार में वृद्धि होगी. नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है. निवेश शुभ रहेगा. भाग्य की अनुकूलता रहेगी.

कर्क राशि:- फालतू खर्च होगा. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. जीवनसाथी से असहयोग मिलेगा. चिंता तथा तनाव रहेंगे. लेन-देन में जल्दबाजी व लापरवाही न करें. धनहानि हो सकती है. विवाद से बचें. झंझटों से दूर रहें. आय में निश्चितता रहेगी.

सिंह राशि:- रुका हुआ धन मिलने के योग हैं, प्रयास करते रहें. यात्रा लाभदायक रहेगी. भाग्य का साथ मिलेगा. रोजगार में वृद्धि होगी. आय बढ़ेगी. नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा. भाइयों का सहयोग प्रसन्नता में वृद्धि करेगा. घर-बाहर जीवन सुखमय रहेगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें.

कन्या राशि:- नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी. उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी. पारिवारिक चिंता में वृद्धि होगी. श‍त्रुओं से सावधानी आवश्यक है. निवेश शुभ रहेगा. मेहनत का फल प्राप्त होगा. घर-बाहर पूछ-परख रहेगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. जोखिम व जमानत के कार्य टालें.

तुला राशि:- नई योजना बनेगी. कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है. रोजगार में वृद्धि होगी. सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त हो सकता है. घर-बाहर पूछ-परख रहेगी. नए काम मिल सकते हैं. बाहर जाने का मन बनेगा. प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी. जल्दबाजी न करें.

वृश्चिक राशि:- कारोबार में वृद्धि होगी. राजकीय सहयोग प्राप्त होगा. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. सभी तरफ से सफलता प्राप्त होगी. प्रसन्नता में वृद्धि होगी. व्यस्तता के चलते स्वास्थ्‍य प्रभावित हो सकता है. थकान रहेगी. तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी. सत्संग का लाभ मिलेगा.

धनु राशि:- किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है. लेन-देन में सावधानी रखें. बनते काम बि‍गड़ सकते हैं. चोट व दुर्घटना से बचें. नकारात्मकता बढ़ेगी. व्यवसाय ठीक चलेगा. आय में निश्चितता रहेगी. घर में तनाव रहेगा. पार्टनरों से मतभेद व कहासुनी हो सकती है. वाणी पर नियंत्रण रखें.

मकर राशि:- व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी. नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी. सभी कार्य समय पर होंगे. निवेश शुभ रहेगा. आय में वृद्धि होगी. स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी. कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी.

कुम्भ राशि:- स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी. कोई बड़ा सौदा हो सकता है. बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे. कारोबार में वृद्धि होगी. घर-बाहर सभी तरफ से सहयोग प्राप्त होगा. प्रसन्नता रहेगी. प्रमाद न करें. प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी. थकान व कमजोरी रहेगी.

मीन राशि:- अच्छे समाचार मिलेंगे. अतिथियों का आगमन होगा. प्रसन्नता में वृद्धि होगी. किसी बड़े काम को करने का मन बनेगा. जल्दबाजी न करें. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. नए मित्र बनेंगे. घर-बाहर पूछ-परख रहेगी. आय में निश्चितता रहेगी. आत्मसम्मान बना रहेगा.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 9131366453 
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- गुरुवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- शुभ                           पहला- अमृत
दूसरा- रोग                             दूसरा- चर
तीसरा- उद्वेग                        तीसरा- रोग
चौथा- चर                             चौथा- काल
पांचवां- लाभ                        पांचवां- लाभ
छठा- अमृत                          छठा- उद्वेग
सातवां- काल                        सातवां- शुभ
आठवां- शुभ                         आठवां- अमृत

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

- पंचांग-
गुरुवार, 22 सितंबर 2022
द्वादशी श्राद्ध
शक सम्वत1944   शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते6
मास आश्विन
दिन काल12:09:15
तिथि द्वादशी - 25:19:53 तक
नक्षत्र आश्लेषा - 26:04:03 तक
करण कौलव - 12:31:53 तक, तैतिल - 25:19:53 तक
पक्ष कृष्ण
योग शिव - 09:43:33 तक
सूर्योदय 06:09:07
सूर्यास्त 18:18:23
चन्द्र राशि कर्क - 26:04:03 तक
चन्द्रोदय 27:29:00
चन्द्रास्त 16:34:59
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:39 ए एम से 12:27 पी एम
अग्निवास आकाश - 01:17 ए एम, सितम्बर 23 तक ,पाताल
दिशा शूल दक्षिण
चन्द्र वास उत्तर - 02:03 ए एम, सितम्बर 23 तक
पूर्व - 02:03 ए एम, सितम्बर 23 से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास दक्षिण

श्रीकृष्ण के विविध स्वरूपों की आराधना तमाम कष्टों से मुक्ति दिलाती है!
https://www.youtube.com/watch?v=dX89wA4mHkA&t=19s

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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