आज का दिन: बुधवार,21 सितम्बर 2022, पितरों की मुक्ति के लिए श्रेष्ठ समय...इंदिरा एकादशी!

आज का दिन: बुधवार,21 सितम्बर 2022, पितरों की मुक्ति के लिए श्रेष्ठ समय...इंदिरा एकादशी!

प्रेषित समय :18:08:57 PM / Tue, Sep 20th, 2022

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* इंदिरा एकादशी पितृपक्ष की एकादशी होने के कारण पितरों की मुक्ति के लिए श्रेष्ठ मानी जाती है.
* हर एकादशी की तरह पूजा-व्रत नियम एकजैसे ही हैं, मूल भावना यही है कि जानबूझ कर गलती नहीं करें और पवित्र मन से श्रीविष्णुदेव की आराधना करें.
* इस एकादशी पर पितरों के निमत्त यथाशक्ति दानपुण्य करें तो पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
* इस एकादशी पर पूजा-व्रत के प्रभाव से पितृदोष समाप्त होता है. 
* धर्मग्रंथों के अनुसार जब धर्मराज युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से इस एकादशी के बारे में जानना चाहा तो इसका महत्व बताते हुए भगवान श्रीकृष्ण ने कहा कि- हे राजन! श्रद्धापूर्वक इसकी कथा सुनो क्योंकि केवल कथा सुनने से ही यज्ञ का शुभफल मिलता है.
* प्राचीन समय में महिष्मति नगरी में राजा  इंद्रसेन धर्मानुसार राज करता था, वह श्रीविष्णुदेव का परम भक्त था. 
* एक दिन ऋषि नारद उसकी सभा में पधारे. 
* राजा ने सादर आसन देने के पश्चात कहा कि- हे ऋषिदेव! कृपा करके अपने आगमन का कारण बताएं, तब ऋषि नारद कहने लगे कि- हे राजन! मैं यमलोक में गया था, वहां तुम्हारे धर्मात्मा पिताश्री को देखकर आश्चर्य हुआ.
* मुझे ज्ञात हुआ कि तुम्हारे पिताश्री एकादशी का व्रत भंग होने के कारण वहां थे. 
* उन्होंने बताया कि यदि मेरा पुत्र इंदिरा एकादशी का व्रत मेरे निमित्त करेगा तो मुझे यहां से मुक्ति मिलेगी. 
* इस पर राजा ने ऋषि नारद के निर्देशानुसार इंदिरा एकादशी का व्रत किया जिससे उसके पिताश्री को मुक्ति मिली और वह पितृऋण से मुक्त हुआ.
* कथा सुनाकर श्रीकृष्ण ने कहा- हे युधिष्ठिर! इंदिरा एकादशी के व्रत का महत्व मैंने तुम्हें बताया. इसके पढ़ने-सुनने से मनुष्य सब पापों से मुक्त हो जाते हैं, सब प्रकार के भोगों को भोगकर बैकुंठ को जाते हैं. 
- आज का राशिफल- 
मेष राशि:- शुभ समाचार प्राप्त होंगे. यात्रा सफल रहेगी. आत्मविश्वास में वृद्धि होगी. घर में अतिथियों का आगमन होगा. व्यय होगा. नए मित्र बनेंगे. व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा. नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे. धन प्राप्ति सुगम होगी. दूसरों के कार्य में दखल न दें.

वृष राशि:- घर-बाहर पूछ-परख रहेगी. मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा. जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे. मित्रों व रिश्तेदारों की मदद करने का अवसर प्राप्त होगा. कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है.

मिथुन राशि:- किसी अपने व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है. वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें. बुरी खबर मिल सकती है. स्वास्‍थ्य का पाया कमजोर रहेगा. व्यर्थ भागदौड़ रहेगी. नौकरी में कार्यभार रहेगा. दूसरे अधिक अपेक्षा करेंगे. धैर्य रखें.

कर्क राशि:- विद्यार्थी वर्ग अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेगा. एकाग्रता बनी रहेगी. कारोबार में वृद्धि होगी. किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा. यात्रा मनोरंजक रहेगी. कारोबार लाभदायक रहेगा. निवेश शुभ रहेगा. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी.

सिंह राशि:- स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं. बड़े लाभदायक सौदे हो सकते हैं. बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे. उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे. भाग्य का साथ मिलेगा. निवेश शुभ रहेगा. नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे. शारीरिक कष्ट की आशंका है. जल्दबाजी न करें.

कन्या राशि:- राजकीय सहयोग प्राप्त होगा. रुके कार्यों में गति आएगी. जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा. व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी. नए काम मिल सकते हैं. थकान व कमजोरी रह सकती है. नौकरी में चैन रहेगा. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. निवेश शुभ रहेगा. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी.

तुला राशि:- पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है. विवाद को बढ़ावा न दें. राजभय रहेगा. जल्दबाजी से बचें. योजना फलीभूत होगी. कार्यस्‍थल पर परिवर्तन तथा सुधार की संभावना है. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे. जीवन सुखमय गुजरेगा. लाभ होगा.

वृश्चिक राशि:- धर्म-कर्म में रुचि रहेगी. सत्संग का लाभ होगा. धार्मिक कृत्यों पर व्यय होगा. कारोबार लाभदायक रहेगा. विवेक से कार्य करें. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. नौकरी में चैन रहेगा. शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि में जल्दबाजी न करें.

धनु राशि:- लेन-देन में जल्दबाजी न करें. कारोबार अच्‍छा चलेगा. नौकरी में कार्यभार रहेगा. सहकर्मी साथ नहीं देंगे. जल्दबाजी न करें. चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि संभव है. पुराना रोग उभर सकता है. क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें. वाणी पर संयम आवश्यक है.

मकर राशि:- नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा. किसी बड़े काम के होने से प्रसन्नता रहेगी. अप्रत्याशित लाभ हो सकता है. सुख के साधन जुटेंगे. नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा. कारोबार में वृद्धि होगी. शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से मनोनुकूल सफलता प्राप्त होगी. प्रमाद न करें.

कुम्भ राशि:- धन प्राप्ति सुगम होगी. किसी बड़े काम को करने की इच्छा बनेगी. कारोबार अच्छा चलेगा. रोजगार में वृद्धि होगी. भाग्य का साथ मिलेगा. निवेश शुभ रहेगा. पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे. व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी. रुका हुआ पैसा मिल सकता है.

मीन राशि:- स्वास्थ्य पर बड़ा खर्च हो सकता है. कर्ज लेना पड़ सकता है. निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें. अकारण विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. यात्रा में सावधानी आवश्यक है. कारोबार ठीक चलेगा. बेचैनी रहेगी. ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें. धैर्य रखें.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- बुधवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- लाभ                          पहला- उद्वेग
दूसरा- अमृत                         दूसरा- शुभ
तीसरा- काल                        तीसरा- अमृत
चौथा- शुभ                             चौथा- चर
पांचवां- रोग                          पांचवां- रोग
छठा- उद्वेग                            छठा- काल
सातवां- चर                          सातवां- लाभ
आठवां- लाभ                        आठवां- उद्वेग

* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 
पंचांग  
बुधवार, 21 सितंबर 2022
इन्दिरा एकादशी
एकादशी श्राद्ध

शक सम्वत1944   शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते5
मास आश्विन
दिन काल12:10:58
तिथि एकादशी - 23:36:50 तक
नक्षत्र पुष्य - 23:47:45 तक
करण बव - 10:35:25 तक, बालव - 23:36:50 तक
पक्ष कृष्ण
योग परिघ - 09:11:28 तक
सूर्योदय 06:08:38
सूर्यास्त 18:19:36
चन्द्र राशि कर्क
चन्द्रोदय 26:32:00
चन्द्रास्त 15:56:59
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त कोई नहीं
अग्निवास पृथ्वी
दिशा शूल उत्तर
चन्द्र वास उत्तर
राहु वास दक्षिण-पश्चिम

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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