शुक्र का सिंह राशि में अस्त होने के कारण बारह राशियों पर क्या असर होगा!

शुक्र का सिंह राशि में अस्त होने के कारण बारह राशियों पर क्या असर होगा!

प्रेषित समय :20:20:33 PM / Thu, Sep 15th, 2022

शुक्र का सिंह राशि में अस्त होना स्वाभाविक तौर पर सभी 12 राशियों के जीवन को प्रभावित करेगा. 

शुक्र सिंह राशि में अस्त (15 सितंबर 2022) होकर सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर आवश्यक ही प्रभाव डालने का कार्य करेंगे. हमारे इस लेख में आपको शुक्र के सिंह में अस्त का विस्तृत राशिफल दिया जा रहा है, जो पूरी तरह वैदिक ज्योतिष की सटीक भविष्यवाणियों पर आधारित है.

ज्योतिष शास्त्र में किसी भी ग्रह की अस्त स्थिति वो होती है जब वो ग्रह सूर्य के इतना समीप आ जाता है कि वो ग्रह अपने स्वयं के कारक तत्व के अनुसार अनुकूल व प्रभावी परिणाम देने में पूरी तरह से असमर्थ हो जाता है. ऐसे में आज इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे कि सिंह राशि में शुक्र का अस्त होना आखिर आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा.

वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह
शुक्र को सुख, वासना, प्रेम, विलासिता, आभूषण आदि का कारक माना जाता है. शुक्र ग्रह की कृपा के अभाव में जातक अपने जीवन में भौतिक सुखों-सुविधाओं और दांपत्य सुख भोगने से वंचित रहता है. जबकि कुंडली में शुक्र का मजबूत होना व्यक्ति को अपने जीवन में इच्छाओं को पूरा करते हुए सभी इच्छाओं व सुख-साधन का आनंद लेने में मदद करता है. ऐसे में कमजोर शुक्र वाला व्यक्ति अपने वैवाहिक जीवन में अधिक संवेदनशील, भावुक और असंतुष्ट हो सकता है या उसे कई बार अपने विवाह में देरी का सामना करने से भी परेशानी संभव है.

15 सितंबर 2022 को सिंह राशि में शुक्र अस्त की समयावधि
शुक्र सिंह राशि में अस्त की अवधि 15 सितंबर 2022 को सुबह 02 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगी और फिर 2 दिसंबर को सुबह 6 बजकर 13 मिनट पर सिंह राशि में शुक्र अस्त की अवस्था समाप्त हो जाएगी. इसके परिणामस्वरूप जातकों को अपने निजी जीवन में विचारों में मतभेद के कारण सुख व धन की कमी के साथ-साथ कई परेशानी भी उत्पन्न होने की आशंका है.
यदि आप किसी प्रेम संबंध मे हैं और अपने प्रियतम से विवाह करना चाहते हैं तो शुक्र का अस्त होना आपके लिए प्रतिकूल रहेगा. ऐसे में जो लोग शादी करने का इंतजार कर रहे हैं उन्हें अभी अनुकूल अवधि का इंतजार करने की ज़रूरत होगी. क्योंकि शुक्र अस्त के दौरान विवाह संबंधी कार्य व तारीख तय करना अशुभ माना जाता है.

मेष

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी होते हैं और अब इस अवधि में शुक्र आपके पंचम भाव में अस्त होंगे. इसके परिणामस्वरूप आपको अपने जीवन में आ रही कई बाधाओं का सामना करने के बाद अच्छे परिणाम प्राप्त करने में सफलता मिलेगी. आपका इस दौरान रुझान आध्यात्मिकता की ओर भी बढ़ सकता है. साथ ही आप जीवन में अच्छा धन कमाने और निजी जीवन में खुशियों को बनाए रखने में अधिक रुचि लेते भी दिखाई देंगे.

शुक्र सिंह राशि में अस्त की इस अवधि में धन पक्ष के दृष्टिकोण से यूँ तो आप अच्छा धन अर्जित करेंगे, लेकिन आप बचत व अधिक धन संचय के मामले में इस समय का उचित उपयोग नहीं कर पाएंगे. कुछ जातकों को शेयरों, लॉटरी आदि के माध्यम से भी लाभ प्राप्त होगा.
उपायः अपनी कुंडली में शुक्र ग्रह के शुभ फल पाने के लिए "ॐ शुक्राय नमः" मंत्र का प्रतिदिन 42 बार जाप करें.
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके स्वामी ग्रह होते हैं, अर्थात वे आपके प्रथम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ उन्हें आपके छठे भाव का स्वामित्व भी प्राप्त होता है. अब इस दौरान वे आपके चतुर्थ भाव में अस्त होंगे. इसके परिणामस्वरूप आपका किसी वैचारिक मतभेद के कारण पारिवारिक विवाद संभव हैं. साथ ही घर की जरूरतों और कार्यों पर भी आपको अधिक धन खर्च करना होगा, जिससे आप पर कई बार आर्थिक बोझ भी बढ़ सकता है.
कुछ रिश्तेदार या परिजन भी आपको कुछ समस्या देते दिखाई देंगे, लेकिन आप इस स्थिति को अधिक दृढ़ संकल्प और परिपक्वता के साथ संभालते हुए उसे हल करने में भी सक्षम रहने वाले हैं. अगर स्वास्थ्य दृष्टिकोण से देखें तो आपको अपनी मां के स्वास्थ्य पर अपना कुछ धन खर्च करना होगा. क्योंकि आशंका है कि उन्हें किसी प्रकार की कोई एलर्जी से संबंधित समस्या होने से परेशान हो.
उपाय: शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी का पूजन करें.
मिथुन
मिथुन राशि के स्वामी बुध है और शुक्र, बुध के मित्र ग्रह होते हैं. इसके अलावा शुक्र मिथुन राशि के पांचवें भाव व बारहवें भाव की अध्यक्षता करते हैं और अब इस स्थिति में वे आपकी राशि के तीसरे भाव में अस्त है. जिसके परिणामस्वरूप आपको इस दौरान कार्यक्षेत्र या आध्यात्मिक उद्देश्यों के लिए किसी प्रकार की विदेश यात्रा पर जाना पड़ सकता है. ये समय यूँ तो आपके लिए स्वयं के विकास वाला सिद्ध होगा, लेकिन कई प्रयासों के बाद भी आपको अच्छे परिणाम प्राप्त करने में कुछ देरी का सामना करना पड़ सकता है.
 यदि आप व्यापार में हैं तो लाभ-हानि से जुड़े मिश्रित परिणाम मिलने वाले हैं. जिसके चलते इस अवधि में अपने नुकसान से पार पाने में लिए आपके लिए अपने गृहनगर या शहर के बजाय विदेश में जाकर एक नया व्यवसाय शुरू करना सबसे अधिक अनुकूल रहने वाला है. क्योंकि ऐसा करके ही आप अपने बिजनेस को सफल और लोकप्रिय बना सकते हैं.
उपाय: अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए बुध और शुक्र ग्रह के लिए यज्ञ का आयोजन करें.
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके चतुर्थ व एकादश भाव के स्वामी होते है और अब वे इस दौरान आपके दूसरे भाव में अस्त है. जिसके परिणामस्वरूप आपको संपत्ति खरीदने या निवेश करने से इस समय अच्छा लाभ मिलने के योग बनेंगे. साथ ही विभिन्न स्रोतों से भी अधिक धन कमाने की आपकी प्रबल इच्छा देखी जा सकती है.
कार्यक्षेत्र के लिहाज़ से भी आप अपने असाइनमेंट और परियोजनाओं के संबंध में किसी प्रकार की छोटी दूरी की यात्राओं पर जा सकते हैं. कुछ जातकों को अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों के 
इसके अलावा स्वास्थ्य जीवन में शुक्र अस्त के कारण आपको इस अवधि में आंखों में जलन की समस्या हो सकती है. इसलिए जितना संभव हो अपना ध्यान रखें.
उपाय: सोमवार के दिन चंद्र ग्रह से जुड़ी पूजा करें.
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके तृतीय व दशम भाव के स्वामी होते है और अब इस दौरान वे आपकी ही राशि अर्थात आपके प्रथम भाव में अस्त है. इसके कारण आप अपने प्रयासों में सफल होने के लिए दृढ़ संकल्प और व्यावसायिकता प्राप्त कर सकते हैं.
वहीं बात करें आपके पारिवारिक जीवन की तो आपको अपने भाई-बहनों के साथ संबंधों में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. जिसके पीछे का असल कारण आपस में संचार की कमी रहेगा. हालांकि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यूँ तो आपको इस समय कोई बड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्या नहीं होगी. परंतु कुछ जातक हृदय संबंधी किसी प्रकार की समस्या से परेशान हो सकते हैं. इसलिए अपना ख्याल रखें और जितना संभव हो प्राणायाम व योग करें.
उपाय: श्री उमा महेश्वर के लिए यज्ञ करें.
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके द्वितीय व नवम भाव के स्वामी होते हैं और अब इस दौरान वे आपके द्वादश भाव में अस्त होंगे. इसके परिणामस्वरूप अपने करियर में आपको भाग्य का साथ नहीं मिलेगा, जिससे आप अपने कार्यों से अच्छे लाभ प्राप्त करने में असक्षम होंगे. इस समय आपके विरोधी व आपके प्रतिद्वंदी काफी सक्रिय होंगे और वे लगातार षड्यंत्र की योजना बनाते हुए आपके खिलाफ साजिश करते दिखाई देंगे. परंतु आप जल्दी ही उनकी सभी योजनाओं को सफलतापूर्वक मात देकर अपने कार्यक्षेत्र पर लाभ अर्जित भी करेंगे.
आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से आपके खर्चे आय से ज्यादा रहेंगे. ऐसे में धन का खर्च आमदनी से अधिक होने के कारण आप अपनी आर्थिक तंगी को लेकर काफी परेशान या मायूस भी दिखाई देंगे. इस स्थिति में आपके ऊपर कर्ज़ भी बढ़ सकता है.
उपाय: बुधवार के दिन गरीबों व ज़रूरतमंदों को पके हुए चावल दान करें.
तुला
तुला राशि के स्वामी शुक्र होते हैं. इसके अलावा शुक्र देव आपके अष्टम भाव पर भी स्वामित्व रखते हैं और अब वे आपके एकादश भाव में अस्त हैं. इसके परिणामस्वरूप आपको कार्यक्षेत्र पर कुछ बाधाओं का सामना करना होगा. हालांकि इन बाधाओं के बाद आप अपने कार्यों में अच्छी प्रगति देखते हुए सफलता हासिल करेंगे. साथ ही पदोन्नति के रूप में अप्रत्याशित लाभ प्राप्त होने की संभावना भी है. इसलिए शुरुआत में ही खुद को केवल और केवल अपने लक्ष्यों के प्रति ही केंद्रित रखने का प्रयास करें.
लेकिन आपको आंखों और त्वचा से संबंधित छोटी-मोटी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए इस बदलते मौसम के साथ अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें.
उपायः हर शुक्रवार के दिन मंदिर में जाकर देवी लक्ष्मी के समक्ष एक दीपक ज़रूर जलाएं.
वृश्चिक
वृश्चिक जल तत्व की राशि होती है, जिसके स्वामी मंगल ग्रह को माना जाता हैं. इसके अलावा शुक्र आपके द्वादश भाव व सप्तम भाव को नियंत्रित करते हैं और अब वे आपके कर्म यानी दशम भाव में अस्त हैं. जिसके परिणामस्वरूप आपको करियर में मध्यम परिणाम प्राप्त होने के योग बनेंगे. कार्यक्षेत्र के लिए ये समय यूँ तो आपको काम के संबंध में अस्थायी रूप से कुछ चुनौतियां दे सकता है. जैसे कि आपके काम को नज़रअंदाज़ किया जा सकता है, सहकर्मियों के कारण आपको कुछ परेशानियों से जूझना पड़ सकता है. ऐसे में आप नौकरी बदलने का मूड भी बना सकते हैं. परंतु ये सभी बाधाएं ज्यादा समय तक आपको परेशान नहीं करेंगी. क्योंकि आप अपनी मेहनत और समझदारी के बल पर हर चुनौती का समाधान निकालने में सक्षम रहने वाले हैं.हालांकि शुक्र सिंह राशि में अस्त के दौरान आपको स्वास्थ्य के लिहाज से कोई बड़ी शारीरिक समस्या नहीं होगी. लेकिन आप इस शुरुआत से ही अपने जीवन में चल रही उतार-चढ़ाव भरी परिस्थितियों के कारण सिरदर्द, थकान और मानसिक तनाव के शिकार हो सकते हैं.
उपायः प्रतिदिन 9 बार "ॐ भौमाय नमः" का जाप करें.
धनु
अग्नि तत्व की राशि धनु के लिए शुक्र छठे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं. अब इस समय वे आपकी राशि से नवम भाव में अस्त हैं. इसके परिणामस्वरूप कार्यक्षेत्र पर आपको इस दौरान काम के संबंध में भाग्य का साथ मिलने में कुछ देरी संभव है. ऐसे में आप जिस भी कार्य को करेंगे उसमें आपको सफलता तो मिलेगी, लेकिन सफलता मिलने में कुछ समय ज़रूर लग सकता है. चूंकि इस दौरान हो सकता है कि आपको अपने वरिष्ठों का अधिक सहयोग मिले. इसलिए ऐसे में आपको शुरुआत से ही धैर्य के साथ अपनी मेहनत और प्रयास जारी रखने होंगे.
इसके अलावा स्वास्थ्य के लिहाज से आपकी सेहत में सुधार आने की संभावना दिखाई देगी. परंतु बावजूद इसके कुछ जातकों को गर्मी के कारण त्वचा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में अधिक गर्म व मसालेदार खाने से परहेज करते हुए, ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लेने की कोशिश करें.
उपाय: प्रतिदिन 12 बार 'ॐ बृं बृहस्पतये नमः' का जाप करें.
मकर
मकर एक गतिशील राशि होने के साथ-साथ पृथ्वी तत्व की राशि है. मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके पंचम व दशम भाव के स्वामी होते हैं और अब वे आपके अष्टम भाव में अस्त हैं. ऐसे में आपके अष्टम भाव में शुक्र की उपस्थिति के कारण आपको करियर में सफलता मिलने में कुछ बाधाएं महसूस होंगी. खासतौर से नौकरीपेशा जातकों के लिए ये अवधि कई चुनौतियां लेकर आ रही है. वे जिस भी कार्य को करेंगे या कार्य की जिम्मेदारी लेंगे, उसे वे पूरा करने में असक्षम रहने वाले हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी आपको शुरुआत से ही अपनी सेहत के प्रति सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है. क्योंकि आशंका है कि इस दौरान सबसे अधिक आपको पाचन और आंखों से संबंधित कुछ समस्याएं हो सकती है. इसलिए समय-समय पर अपनी आंखों को ठंडे पानी से धोते रहें और अधिक धूल भरी व प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से बचें तथा अपने खानपान के प्रति सावधानी बरतें.
उपायः शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी का हवन करें.
कुंभ
कुंभ वायु तत्व की राशि है और शुक्र उनके चतुर्थ व नवम भाव के स्वामी होते हैं. अब वे आपकी राशि के सप्तम भाव में अस्त हैं. ऐसे में सप्तम भाव में शुक्र की उपस्थिति से करियर में आप अच्छे परिणाम हासिल करेंगे.
कार्यक्षेत्र पर आपको अपने हर कार्य में अपार सफलता मिलेगी और आप अपने लक्ष्यों को समय पर प्राप्त कर करियर में रफ़्तार के साथ आगे बढ़ते दिखाई देंगे. साथ ही इस समय आप अपनी सफलता से भी अधिक संतुष्टि हासिल करने में सक्षम होंगे. खासतौर से यदि आपको किसी कार्य को पूरा करने में पूर्व में परेशानी आ रही थी तो उसे आप इस समय सही से पूरा कर सकेंगे.वहीं निजी जीवन में भी शादीशुदा जातकों को अपने रिलेशनशिप में अपने पार्टनर के साथ खुशहाली भरा व्यापार देखने को मिलेगा. इसे और बेहतर करने के लिए साथी के साथ किसी डेट या 
उपाय: शनिवार के दिन वृद्धों को दही-चावल का दान करें.
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मीन
मीन जल तत्व की राशि है और शुक्र उनके तृतीय व अष्टम भाव को नियंत्रित करते हैं. अब वे आपके छठे भाव में अस्त हैं. ऐसे में शुक्र का आपके छठे भाव में उपस्थित होना कार्यक्षेत्र पर जातकों को अनुकूल परिणाम मिलने के योग बनाएगा.
इसके अलावा स्वास्थ्य के लिहाज से आपको अपने खानपान के प्रति शुरुआत से ही सावधानी बरतने की ज़रूरत होगी. क्योंकि आशंका अधिक है कि आप पाचन संबंधी समस्याओं से इस दौरान काफी परेशान दिखाई देंगे और इसके लिए आपको अपने धन का एक बड़ा भाग भी खर्च करना पड़ सकता है.
उपायः गुरुवार को मंदिर में जाकर भगवान शिव की पूजा करना आपके लिए अनुकूल रहेगा.

भोज दत्त शर्मा , वैदिक ज्योतिष 
Astrology By Bhoj Sharma

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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