- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* ऐस्ट्रो डायरी एक तरह का रिकॉर्ड है जो भविष्य की गणना के लिए भूतकाल की जरूरी जानकारियां उपलब्ध करवा सकता है.
* आमतौर पर वैकल्पिक ज्योतिष... अंक शास्त्र, लकी डे, लकी नंबर, अमावस्या/पूर्णिमा प्रभाव जैसी जानकारी व्यक्ति याद करके काम चला लेता है लेकिन यदि प्रतिदिन का रिकॉर्ड रखा जाए, तो योग्य व्यक्ति द्वारा अनालिसेस करके कई महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाई जा सकती हैं.
* कृष्णपक्ष/शुक्लपक्ष और चन्द्र आधारित रिकॉर्ड/जानकारियां यह बता सकती हैं कि कौन सी तिथियां और कौन सी राशि का चन्द्र अच्छा/मध्यम/खराब प्रभाव दे रहा है.
* इसी तरह किसी ग्रह के गोचर का प्रभाव भी ऐस्ट्रो डायरी की जानकारी से पता किया जा सकता है.
* कई बार व्यक्ति विशेष के जन्म समय में फर्क होता है, ऐसे समय में एस्ट्रो रिकॉर्ड से समय संशोधन भी संभव है.
* एस्ट्रो डायरी के रिकॉर्ड से निष्कर्ष निकालना ज्योतिष की क्षमता पर निर्भर है!
-आज का राशिफल -
मेष राशि:- कानूनी बाधा दूर होगी. वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकते हैं. यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे. जल्दबाजी न करें.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ शं शनैश्चराय नम:' का जप करें.
वृष राशि:- संपत्ति की खरीद-फरोख्त संभव है. लाभ होगा. उन्नति होगी. रोजगार मिलेगा. सुख के साधन पर खर्च होगा.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ शुं शुक्राय नम:' का जप करें.
मिथुन राशि:- भ्रमण, मनोरंजन व मेल-मिलाप पर खर्च होगा. बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे. चोट व दुर्घटना से बचें. हानि संभव है.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ बुं बुधाय नम:' का जप करें.
कर्क राशि:- दु:खद समाचार प्राप्त होंगे. परिश्रम अधिक होगा. स्वास्थ्य कमजोर रहेगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ सों सोमाय नम:' का जप करें.
सिंह राशि:- मेहनत रंग लाएगी. कार्य की प्रशंसा होगी. यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे. झंझटों में न पड़ें, हानि संभव है.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ ह्रीं सूर्याय नम:' का जप करें.
कन्या राशि:- व्यस्तता रहेगी. उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी. स्वास्थ्य का ध्यान रखें. जोखिम व जमानत के कार्य टालें.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ बुं बुधाय नम:' का जप करें.
तुला राशि:- नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी. उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे. यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ शुं शुक्राय नम:' का जप करें.
वृश्चिक राशि:- अपव्यय से तनाव रहेगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. शत्रु परेशान करेंगे. दूसरों के झगड़ों में न पड़ें.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ चं चन्द्रमसे नम:' का जप करें.
धनु राशि:- डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है. मान-सम्मान मिलेगा. परीक्षा व साक्षात्कार में सफलता मिलेगी. लाभ होगा.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ बृं बृहस्पतये नम:' का जप करें.
मकर राशि:- नई योजना फलीभूत होगी. कार्यप्रणाली में सुधार होगा. मान-सम्मान मिलेगा. व्यवसाय ठीक चलेगा.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ शं शनैश्चराय नम:' का जप करें.
कुम्भ राशि:- तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी. राजकीय सहयोग मिलेगा. धन प्राप्ति सुगम होगी. जल्दबाजी न करें. थकान रहेगी.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ शं शनैश्चराय नम:' का जप करें.
मीन राशि:- वाहन व मशीनरी आदि के प्रयोग में सावधानी रखें. विवाद से बचें. जल्दबाजी न करें. प्रयास अधिक होंगे.
कल्याणकारी उपाय:- 'ॐ सों सोमाय नम:' का जप करें.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- शुक्रवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- चर पहला- रोग
दूसरा- लाभ दूसरा- काल
तीसरा- अमृत तीसरा- लाभ
चौथा- काल चौथा- उद्वेग
पांचवां- शुभ पांचवां- शुभ
छठा- रोग छठा- अमृत
सातवां- उद्वेग सातवां- चर
आठवां- चर आठवां- रोग
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
पंचांग
शुक्रवार, 16 सितंबर 2022
सप्तमी श्राद्ध
शक सम्वत1944 शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते31
मास आश्विन
दिन काल 12:19:25
तिथि षष्ठी - 12:21:47 तक
नक्षत्र कृत्तिका - 09:56:06 तक
करण वणिज - 12:21:47 तक, विष्टि - 25:15:21 तक
पक्ष कृष्ण
योग वज्र - 29:49:12 तक
सूर्योदय 06:06:11
सूर्यास्त 18:25:37
चन्द्र राशि वृषभ
चन्द्रोदय 22:15:59
चन्द्रास्त 11:43:59
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:40 ए एम से 12:29 पी एम
अग्निवास पृथ्वी - 12:19 पी एम तक , आकाश
दिशा शूल पश्चिम
नक्षत्र शूल पश्चिम - 09:55 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
चन्द्र वास दक्षिण
राहु वास दक्षिण-पूर्व
श्रीगणेश पूजा के नियम और सावधानियां
पितृ पूजा या पितर कर्म क्यों करना चाहिए?
तुरंत सफलता के लिए माँ विन्ध्येश्वरी साधना की पूजा करना चाहिए
भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव, विभिन्न शहरों में पूजा का समय....
Leave a Reply