-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
श्राद्ध का श्रद्धा के साथ गहरा संबंध है इसीलिए कहा जाता है कि... पितरों के सम्मान में श्रद्धा से करें श्राद्ध!
भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से पितरों के दिन प्रारंभ होते है जो अमावस्या तिथि तक रहते हैं.
पितृ पक्ष सितम्बर 10, 2022 से शुरू है और सितम्बर 25, 2022 को अमावस्या का श्राद्ध होगा.
पितरों का पितृ पक्ष के साथ विशेष संबंध माना गया है एवं धर्मग्रंथों के अनुसार अपराह्न व्यापिनी तिथि में ही श्राद्ध करना चाहिए.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्राद्ध कर्म परलोक में सूक्ष्म शरीर धारी जीव की तृप्ति करता है और श्राद्ध कर्म से पितर तृप्त होकर शुभ आशीर्वाद प्रदान करते हैं.
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज क्रोध पर नियंत्रण रखें. स्वास्थ्य मध्यम है. प्रेम में तू-तू, मैं-मैं या क्रोध के शिकार होंगे. व्यापार की स्थिति मध्यम चल रही है. लाल वस्तु दान करें.
वृष राशि:- आज घरेलू तापमान बढ़ा रहेगा. लक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है जो बहुत काम का है. भूमि,भवन,वाहन की खरीदारी पर विचार हो सकता है. स्वास्थ्य, व्यापार ठीक, प्रेम अच्छा है. बजरंग बाण का पाठ करें.
मिथुन राशि:- आज पराक्रमी बने रहेंगे. जो चाहते हैं कर डालेंगे. सोची हुई बात को लागू करें. सब ठीक होगा. स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम ठीक ठाक, व्यापारिक दृष्टिकोण से अच्छा समय कहा जा सकता है.
कर्क राशि:- आज स्थिति अच्छी है. धन का आवक बना रहेगा. लेकिन निवेश न करें. कटु भाषा के प्रयोग से बचें. स्वास्थ्य,प्रेम मध्यम, व्यापार ठीक ठाक रहेगा. लाल वस्तु दान करें.
सिंह राशि:- आज सौम्यता बढ़ेगी. स्वास्थ्य, प्रेम मध्यम, व्यापारिक दृष्टिकोण से अच्छे समाचार की प्राप्ति हो सकती है. बजरंग बाण का पाठ करें.
कन्या राशि:- आज खर्च की अधिकता से परेशान हो सकते हैं. मानसिक स्थिति क्षीण हो सकती है. आत्मविश्वास की कमी रहेगी. स्वास्थ्य, प्रेम मध्यम है. व्यापारिक दृष्टिकोण से भी मध्यम कहा जा सकता है. लाल वस्तु पास रखें. अच्छा होगा.
तुला राशि:- आज धन का आवक बना रहेगा. हर दृष्टिकोण से अच्छा समय है. कोई जोखिम नहीं है. स्वास्थ्य, प्रेम अच्छा है. व्यापारिक दृष्टिकोण से भी रुपए-पैसे आते रहेंगे. आप अच्छी स्थिति में दिखाई पड़ रहे हैं. लेकिन एहतियात बरतें. हनुमान चालीसा का पाठ करें.
वृश्चिक राशि:- आज शासन सत्ता पक्ष का सहयोग मिलेगा. उच्चाधिकारी प्रसन्न होंगे. पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें. बाकी सब ठीक है. स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम ठीक, व्यापारिक दृष्टिकोण से ठीक चलने लगे हैं. लाल वस्तु दान करें.
धनु राशि:- आज भाग्यवश कोई काम बनेगा. कुछ अच्छी स्थिति की ओर आप जा रहे हैं. कोई रिस्क न लें. स्वास्थ्य, प्रेम अभी भी मध्यम है. पहले से बेहतर स्थिति में जरूर हैं आप. हरी वस्तु पास रखें.
मकर राशि:- आज स्थिति थोड़ी खराब है. लग्नेश अष्टम भाव में हैं. चोट लग सकती है. किसी परेशानी में पड़ सकते हैं. अचानक परिस्थितियां प्रतिकूल हो सकती हैं. प्रेम में तू-तू, मैं-मैं की स्थिति आ सकती है. व्यापार भी मध्यम जैसा ही है. हनुमान जी को प्रणाम करें.
कुम्भ राशि:- आज जीवनसाथी के साथ अच्छा समय गुजरेगा. नौकरी-चाकरी में बढ़ोत्तरी होगी. व्यवसायिक लाभ होगा. स्वास्थ्य भी अच्छा है. प्रेम की स्थिति थोड़ी मध्यम है. लाल वस्तु पास रखें.
मीन राशि:- आज शत्रु उपद्रव सम्भव है. लेकिन कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा. शत्रु शमन भी हो जाएगा. स्वास्थ्य थोड़ा डिस्टर्ब करेगा. प्रेम ठीक-ठाक, व्यापार मध्यम रहेगा. लाल वस्तु दान करें.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
*यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
शनिवार का चौघडिय़ा
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- काल पहला- लाभ
दूसरा- शुभ दूसरा- उद्वेग
तीसरा- रोग तीसरा- शुभ
चौथा- उद्वेग चौथा- अमृ
पांचवां- चर पांचवां- चर
छठा- लाभ छठा- रोग
सातवां- अमृत सातवां- काल
आठवां- काल आठवां- लाभ
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
पंचांग
शनिवार, 10 सितंबर 2022
प्रतिपदा श्राद्ध
भाद्रपद पूर्णिमा
शक सम्वत1944 शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते25
मास भाद्रपद
दिन काल12:29:31
तिथि पूर्णिमा - 15:30:28 तक
नक्षत्र शतभिषा - 09:37:36 तक
करण बव - 15:30:28 तक, बालव - 26:19:54 तक
पक्ष शुक्ल
योग धृति - 14:54:41 तक
सूर्योदय06:03:15
सूर्यास्त18:32:46
चन्द्र राशि कुम्भ - 26:23:45 तक
चन्द्रोदय 18:48:59
चन्द्रास्त चन्द्रास्त नहीं
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:42 ए एम से 12:32 पी एम
अग्निवास पृथ्वी
दिशा शूल पूर्व
नक्षत्र शूल दक्षिण - 09:37 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
चन्द्र वास पश्चिम - 02:23 ए एम, सितम्बर 11 तक
उत्तर - 02:23 ए एम, सितम्बर 11 से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास पूर्व
श्रीगणेश पूजा के नियम और सावधानियां
पितृ पूजा या पितर कर्म क्यों करना चाहिए?
तुरंत सफलता के लिए माँ विन्ध्येश्वरी साधना की पूजा करना चाहिए
भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव, विभिन्न शहरों में पूजा का समय....
Leave a Reply