-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
*श्रीगणेश विसर्जन को लेकर अनेक धर्म धारणाएं हैं.
*छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने शासन काल में सार्वजनिक श्रीगणेश पूजन की शुरुआत की थी, तो देश के महान नेता लोकमान्य तिलक ने देश को एक सूत्र में बांधने के अवसर स्वरूप गणेशोत्सव प्रारंभ किया था.
*धर्मधारणा के अनुसार महर्षि वेदव्यास, महाभारत की कथा सुनाने के बाद उपजे भगवान श्रीगणेश के तापमान को शांत करने के लिए उन्हें पास के सरोवर तक ले गए थे.
*क्योंकि, वेदव्यास ने गणेश चतुर्थी के दिन से भगवान गणेश को महाभारत की कथा सुनानी प्रारंभ की थी और निरंतर दस दिन तक बगैर विश्राम श्रीगणेश कथा लिखते रहे, जिसके कारण श्रीगणेश के तन का तापमान अत्यधिक बढ़ गया.
*श्रीगणेश के तन का तापमान कम करने के लिए वेदव्यास उन्हें सरोवर तक ले गए और शीतलस्नान कराया, उस दिन अनंत चर्तुदशी थी, इसलिए तभी से श्रीगणेश प्रतिमा का विसर्जन करने की धार्मिक परंपरा प्रारंभ हो गई.
*श्रद्धालु गणपति बप्पा को श्रीगणेश चतुर्थी पर स्वागत-सत्कार के साथ लेकर आते हैं, दस दिन तक उनकी सेवा-पूजा करते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन विसर्जित करते हैं!
-आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज अचल संपती के मामले में अडचनें आयेंगी, मिलन हर्षप्रद रहेगा, संतान की उन्नती से मन प्रसन्न होगा, मित्रों के द्वारा धोखे के योग हैं, संतान को बिशेष उन्नती के योग बनते हैं.
वृष राशि:- आज दाम्पत्य जीवन में तनाव की स्थिती रहेगी, मन प्रफुल्लित रहेगा, दाम्पत्य जीवन में सुख शांती के योग बनते हैं, भाईयों के द्वारा घात किया जा सकता है जबकि उपर से प्रेम प्रतीत होगा.
मिथुन राशि:- आज शत्रु के कारण परेशानी रहेगी, विलासिता के पीछे धन ब्यय होंगे, संतान को कष्ट हो सकता है, दिनचर्या मस्त मस्त ब्यतित होगा, कुटुंब के कारण परेशानी होगी, पराक्रम के कारण लाभ प्राप्त होगा.
कर्क राशि:- आज अध्ययन अध्यापन के क्षेत्र में बाधा आयेंगी, किये गये कार्य में सफलता मिलेगी, दिनचर्या मलीन रहेगा, भाईयों के साथ संबंधों में सुधार आयेगी, जमीन मकान के कार्यों में बाधा होगी.
सिंह राशि:- आज मकान जमीन के क्षेत्र में परेशानी आयेगी, कर्म क्षेत्र में सम्मान बढेगा, जोशो खरोश के साथ दिन ब्यतित होगा, भाग्योन्नती के मार्ग में रुकावटों का सामना करना पडेगा, बिद्य¨पार्जन के क्षेत्र में बिशेष लाभ प्राप्त होगा.
कन्या राशि:- आज भाईयों के साथ अनबन की स्थिती रहेगी, धार्मिक कृत्य संपन्न होंगे, चतुराई से लिये गये कदम सफलता दिलायेगी, निवेश के द्वारा लाभ प्राप्ति के योग हैं, माता के द्वारा लाभ मिलेगा.
तुला राशि:- आज संचित धन का सदुपयोग होगा, पैत्रिक संपती के मामले में उन्नती होगी, अडचनों के पश्चात मंजिल प्राप्त किया जा सकता है, दाम्पत्य जीवन में कटुता का योग बनता है, धार्मिक यात्रा के योग बनते हैं.
वृश्चिक राशि:- आज मन में अवसाद का भाव रहेगा, प्रेम प्रणय के क्षेत्र में उन्नती होगी, गुस्से को नियंत्रण में रखना आवश्यक है, संपती संबधी क्षेत्र में रुके हुवे कार्य संपन्न होंगे, मौसमी बिमारी की चपेट में आ सकते हैं.
धनु राशि:- आज अनावशयक खर्च के कारण परेशानी रहेगी, ऋण भार से मुक्ति मिलेगी, धार्मिक गतिविधियों के बीच दिन ब्यतित होगा, प्रेम के मामले में उन्नती होगी, वाहानादि से सावधान रहें, भाग्योन्नती के प्रबल अवसर हैं.
मकर राशि:- आज लाभ के बजाय हानी हाथ लगेगी, संतान को कष्ट सहना पडेगा, पत्नी को शारीरिक कष्ट के योग हैं, आयुष्य लाभ मिलेगा, शत्रु से मित्रता के योग बनते हैं, नौकरी में उन्नती परन्तु कष्टप्रद स्थानांतरण के भे योग हैं.
कुम्भ राशि:- आज नौकरी के क्षेत्र में बदनामी हो सकती है, पिता के द्वारा लाभ प्राप्त होगा, दैनिक रोजगार के क्षेत्र में बिशेष लाभ मिलेंगे, शत्रु के कारण परेशानी बढेगी, अध्ययन के क्षेत्र में लाभ मिलेगा.
मीन राशि:- आज आध्यात्मिक अवनती के योग बनते हैं, पराक्रम के कारण सफलता हाथ लगेगी, चतुराई के कारण ब्यापार में लाभ मिलेगा, दुर्घटना से सावधान रहें, कर्मक्षेत्र में उन्नती के योग बनते हैं.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- शुक्रवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- चर पहला- रोग
दूसरा- लाभ दूसरा- काल
तीसरा- अमृत तीसरा- लाभ
चौथा- काल चौथा- उद्वेग
पांचवां- शुभ पांचवां- शुभ
छठा- रोग छठा- अमृत
सातवां- उद्वेग सातवां- चर
आठवां- चर आठवां- रोग
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
पंचांग
शुक्रवार, 9 सितंबर 2022
अनन्त चतुर्दशी
गणेश विसर्जन
शक सम्वत1944 शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते24
मास भाद्रपद
दिन काल12:31:13
तिथि चतुर्दशी - 18:09:31 तक
नक्षत्र धनिष्ठा - 11:35:24 तक
करण गर - 07:35:39 तक, वणिज - 18:09:31 तक
पक्ष शुक्ल
योग सुकर्मा - 18:10:52 तक
सूर्योदय 06:02:45
सूर्यास्त 18:33:58
चन्द्र राशि कुम्भ
चन्द्रोदय 18:12:59
चन्द्रास्त 29:37:59
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:43 ए एम से 12:32 पी एम
अग्निवास आकाश - 06:07 पी एम तक ,पाताल
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास पश्चिम
राहु वास दक्षिण-पूर्व
श्रीगणेश पूजा के नियम और सावधानियां
पितृ पूजा या पितर कर्म क्यों करना चाहिए?
तुरंत सफलता के लिए माँ विन्ध्येश्वरी साधना की पूजा करना चाहिए
भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव, विभिन्न शहरों में पूजा का समय....
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