टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क फैक्टर्स और बचाव के तरीके

टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क फैक्टर्स और बचाव के तरीके

प्रेषित समय :10:23:27 AM / Sun, Sep 4th, 2022

डायबिटीज एक खतरनाक और कई बार जानलेवा बीमारी हो सकती है. इसके कई प्रकार होते हैं, लेकिन आज हम टाइप 2 डायबिटीज के बारे में जानेंगे. कई बार ऐसा होता है कि लोग डायबिटीज का शिकार तो होते हैं, लेकिन उनको यह बात पता भी नहीं होती है. डायबिटीज की वजह से आपके शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है और यदि इंसुलिन बन रहा है तो आपका शरीर उस इंसुलिन का उपयोग नहीं कर पाता है. इसे साधारण तौर पर इंसुलिन रेजिस्टेंस कहते हैं. टाइप 2 डायबिटीज का शिकार खास करके वयस्क होते हैं. आइए जानते हैं क्या है टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क फैक्टर्स, जिनके बारे में अगर आप समय रहते सचेत हो जाएं तो टाइप 2 डायबिटीज से बच सकते हैं.

टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क फैक्टर्स 

  • अगर आपका वजन बढ़ रहा है तो आप इसकी चपेट में आ सकते हैं. अनियंत्रित वजन होना टाइप टू डायबिटीज के लिए निमंत्रण देने जैसा है.
  • इसका एक जेनेटिक बैकग्राउंड भी है. अगर आपके पूर्वज डायबिटीज का शिकार रहे हैं तो संभावना है कि आप भी डायबिटीज टाइप 2 का शिकार हो सकते हैं.
  • अगर आपको गर्भावस्था के दौरान मधुमेह या डायबिटीज होता है तो टाइप 2 डायबिटीज भविष्य में बढ़ने की संभावना होती है.
  • फिजिकल एक्टिविटी यानी नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते तो आप टाइप टू डायबिटीज का शिकार हो सकते हैं.
    बचाव के तरीके 
  • सबसे पहले आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की आवश्यकता है. नियमित रूप से योग और व्यायाम करें और अपने खान-पान पर विशेष ध्यान रखें.
  • अपने वजन को लेकर हमेशा सचेत रहें, अगर आपका वजन बढ़ रहा है तो उसको कम करने की दिशा में प्रयास करें.
  • यदि आपको किसी भी तरह के लक्षण नजर आते हैं तो सबसे पहले डॉक्टर के पास जाकर ब्लड टेस्ट करवाएं. डॉक्टर की परामर्श के आधार पर अपना ख्याल रखें. Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

Leave a Reply