शनि ग्रह की शांति हेतु उपाय

शनि ग्रह की शांति हेतु उपाय

प्रेषित समय :21:46:05 PM / Sat, Sep 3rd, 2022

नीलाम्बर: शूलधर: किरीटी गृद्ध्स्थितस्त्रासकरो धनुश्मान.चतुर्भुज: सूर्यसुत: प्रशान्त: सदाअस्तु मह्यं वरदोअल्पगामी..शनि गायत्री ॐ कृष्णांगाय विद्य्महे रविपुत्राय धीमहि तन्न: सौरि: प्रचोदयात. ॐ प्राँ प्रीँ प्रौँ स: भूर्भुव: स्व:ॐ शन्नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तु न:.ॐ स्व: भुव: भू: प्रौं प्रीं प्रां ॐ म शनिश्चराय नम:
सूर्य पुत्र शनि देव का नाम सुनकर लोग सहम से जाते है लेकिन हिसा कुछ नहीं है ,बेसक शनि देव की गिनती अशुभ ग्रहों में होती है लेकिन शनि देव इन्शान के कर्मो के अनुसार ही फल देते है , 

1 हनुमान जी की पूजा करे एवं बजरंग बाण का पाठ करे ,
2 पीपल को जल दे अगर ज्यादा ही शनि परेशां करे तो शनिवार के दिन शमशान घाट या नदी के किनारे पीपल का पेड़ लगाये ,
3 सवा किलो सरसों का तेल किसी मिट्टी के कुल्डह में भरकर काला कपडा बांधकर किसी को दान दे दें या नदी के किनारे भूमि में दबाये .
4 शनि के मंत्र का प्रतिदिन 108 बार पाठ करें. मंत्र है ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः. या शनिवार को शनि मन्त्र ॐ शनैश्वराय नम का 23 ,000 जाप करे .
5 उडद के आटे के 108 गोली बनाकर मछलियों को खिलाने से लाभ होगा ,
6 बरगद के पेड की जड में गाय का कच्चा दूध चढाकर उस मिट्टी से तिलक करे तो शनि अपना अशुभ प्रभाव नहीं देगा ,
7 श्रद्धा भाव से काले घोडे की नाल या नाव की कील का छल्ला मध्यमा अंगुली में धारण करें या शनिवार सरसों के तेल की मालिश करें,
8 शनिवार को शनि ग्रह की वस्तुओं का दान करें, शनि ग्रह की वस्तुएं हैं –काला उड़द,चमड़े का जूता, नमक, सरसों तेल, तेल, नीलम, काले तिल, लोहे से बनी वस्तुएं, काला कपड़ा आदि.
9 शनिवार के दिन पीपल वृक्ष की जड़ पर तिल या सरसों के तेल का दीपक जलाएँ.
10 गरीबों, वृद्धों एवं नौकरों के प्रति अपमान जनक व्यवहार नहीं करना चहिए.
11 शनिवार को साबुत उडद किसी भिखारी को दान करें.या पक्षियों को ( कौए ) खाने के लिए डाले ,
12 शनि ग्रह के तांत्रिक मंत्र का प्रतिदिन 108 बार पाठ करें. मंत्र है क्क प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः. शनि मन्त्र के अनुष्ठान की मन्त्र जाप संख्या है २३,००० है.
13 शनि ग्रह का यंत्र गले में धारण करें.
शनि ग्रह का यंत्र अपने पूजास्थल अथवा घर के मुख्य द्वार पर स्थापित करें.
शनि ग्रह की वस्तुओं का दान करें. शनि ग्रह की वस्तुएं हैं काला उड़द, तेल, नीलम, काले तिल, कुलथी, लोहा तथा लोहे से बनी वस्तुएं, काला कपड़ा, सुरमा आदि.
14 शनिवार को कीड़े-मकोड़ों को काले तिल डालें.
15 शनिवार को काली माह (काले उड़द) की दाल पीस कर उसके आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं.
16 शनिवार को श्मशान घाट में लकड़ी दान करें.
17 सात शनिवार सरसों का तेल सारे शरीर में लगाकर और मालिश करके साबुन से नहाएं.
18 शनिवार को शनि ग्रह की वस्तुएं न दान में लें और न ही बाजार से खरीदें.
19 सात शनिवार को सात बादाम तथा काले उड़द की दाल धर्म स्थान में दान करें.
20 बहते पानी में रोजाना नारियल बहाएँ. या किसी बर्तन में तेल लेकर उसमे अपना क्षाया देखें और बर्तन तेल के साथ दान करे. क्योंकि शनि देव तेल के दान से अधिक प्रसन्ना होते है,
22 अपना कर्म ठीक रखे तभी भाग्य आप का साथ देगा और कर्म कैसे ठीक होगा इसके लिए आप मन्दिर में प्रतिदिन दर्शन के लिए जाएं.,माता-पिता और गुरु जानो का सम्मान करे ,अपने धर्मं का पालन करे, 
23 भाई बन्धुओं से अच्छे सम्बन्ध बनाकर रखें.,पितरो का श्राद्ध करें. या प्रत्येक अमावस को पितरो के निमित्त मंदिर में दान करे,गाय और कुत्ता पालें, यदि किसी कारणवश कुत्ता मर जाए तो दोबारा कुत्ता पालें. अगर घर में ना पाल सके तो बाहर ही उसकी सेवा करे,
25 यदि सन्तान बाधा हो तो कुत्तों को रोटी खिलाने से घर में बड़ो के आशीर्वाद लेने से और उनकी सेवा करने से सन्तान सुख की प्राप्ति होगी .गौ ग्रास. रोज भोजन करते समय परोसी गयी थाली में से एक हिस्सा गाय को, एक हिस्सा कुत्ते को एवं एक हिस्सा कौए को खिलाएं आप के घर में हमेसा बरक्कत रहेगी
25 सपेरे को सांप को दूध पिलाने के लिए पैसे दान करें.
26 ताऊ एवं चाचा से झगड़ा करने एवं किसी भी मेहनतम करने वाले व्यक्ति को कष्ट देने, अपशब्द कहने से कुछ लोग मकान एवं दुकान किराये से लेने के बाद खाली नहीं करते अथवा उसके बदले पैसा माँगते हैं तो शनि अशुभ फल देने लगता है.
सुबह/प्रातःकाल घर में रोटी बनाकर काली गाय या काले कुत्ते को खिलाएं.
Koti Devi Devta
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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