झारखंड: 3 बसों में सवार होकर रायपुर रवाना हुए 41 विधायक, अभी खूंटी में रुकेंगे

झारखंड: 3 बसों में सवार होकर रायपुर रवाना हुए 41 विधायक, अभी खूंटी में रुकेंगे

प्रेषित समय :15:13:57 PM / Sat, Aug 27th, 2022

रांची. झारखंड में राजनीतिक उथल-पुथल की आहट के बीच हर किसी के मन में यही सवाल है कि आखिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का क्या होगा? उनकी विधायकी और मुख्यमंत्री की कुर्सी जाएगी या बचेगी? इस बारे में आज फैसला हो सकता है. चुनाव आयोग ने अपनी रिपोर्ट राजभवन को सौंप दी है. अब राज्यपाल को फैसला करना है. ताजा खबर यह है कि हेमंत सोरेन के रांची स्थित सरकारी निवास पर यूपीए विधायकों की बैठक हुई. यहां से विधायकों को छत्तीसगढ़ के रायपुर शिफ्ट किया जा रहा है. सीएम आवास के बाहर तीन बसें देखी गई हैं. तीन बसों में सवार होकर 41 विधायक रायपुर जा रहे हैं. इनमें हेमंत सोरेन भी शामिल हैं. अभी ये विधायक खूंटी में रुकेंगे. बाद में रायपुर शिफ्ट किया जाएगा. झामुमो और कांग्रेस को आशंका है कि भाजपा विधायकों को तोडऩे की कोशिश कर सकती है.

इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर सत्ता पक्ष के विधायकों का जुटान हुआ. अपेक्षा के मुताबिक सत्ता पक्ष के अधिकांश विधायक मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. इस दौरान विधायकों ने एकजुटता दिखाई और एक स्वर में कहा, हम हेमंत सोरेन के साथ हैं. कहा, राज्य में राजनीतिक तानाशाही थोपने की कोशिश विफल कर दी जाएगी. बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पूरे आत्मविश्वास में दिखे. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी मुख्यमंत्री आवास में जमे रहे.

बैठक में विधायकों को निर्देश दिया गया कि वे राजधानी में रहें. आवश्यक काम होने पर जानकारी देकर बाहर जाएं. ऐसा राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए करना आवश्यक है. सत्ता पक्ष के विधायकों ने कहा कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. जिन लोगों को राज्य की जनता ने चुनाव में नकार दिया, वे पिछले दरवाजे से सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं. ऐसे तत्वों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.

बोले सीएम, हम आदिवासी, हमारे डीएनए में डर नहीं

शुक्रवार को लातेहर में हेमंत सोरेन ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा. कहा कि पांच महीने से मुझे सत्ता से बेदखल करने एवं गला रेतने के लिए आरी बनाई जा रही है, लेकिन आरी टूट जा रही है. गरजते हुए कहा, यह आदिवासी का बेटा है. इनकी चाल से हमारा न कभी रास्ता रुका है, न हम लोग कभी इन लोगों से डरे हैं. हमारे पूर्वजों ने बहुत पहले ही हमारे मन से डर-भय को निकाल दिया है. हम आदिवासियों के डीएनए में डर और भय के लिए कोई जगह ही नहीं है. चिता की कोई बात नहीं है. जो संघर्ष और राज्य के प्रति समर्पण का भाव आदरणीय गुरुजी (हेमंत के पिता) में है, वही समर्पण भाव के साथ लोगों के बीच में हैं. हमारी ताकत आप ही हैं. आपकी इसी ताकत से हम विरोधियों से लंबी लड़ाई बड़ी मजबूती से लड़ते हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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