साहेब! क्या आरएसएस इतना नादान है कि सी-वोटर सर्वे का मतलब और मकसद नहीं समझ सकता है?

साहेब! क्या आरएसएस इतना नादान है कि सी-वोटर सर्वे का मतलब और मकसद नहीं समझ सकता है?

प्रेषित समय :21:47:40 PM / Fri, Aug 12th, 2022

प्रदीप द्विवेदी. जब-जब भी पीएम नरेंद्र मोदी की पॉलिटिकल इमेज को तगड़ा झटका लगता है, उसका मेकअप करने के लिए मोदी मीडिया सामने आ जाता है?
अभी जहां एक ओर बिहार में मोदी टीम को तगड़ी सियासी मात मिली है, तो दूसरी ओर पीएम मोदी की एकमात्र महानायकवाली इमेज को जोरदार धक्का, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान से लगा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि- एक नेता अकेले देश के सामने मौजूद सभी चुनौतियों से नहीं निपट सकता है और कोई एक संगठन या पार्टी देश में बदलाव नहीं ला सकती, देश को तब आजादी मिली जब आम जनता सड़कों पर उतरी!
इसके बाद लगे हाथ दोनों मोर्चों पर जवाब दे दिया गया?
एक- ताजा सर्वे में पीएम पद के लिए नीतीश कुमार को बहुत कमजोर करार दिया गया है?
दो- भारत के इतिहास में पहली बार खुलकर देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए बीजेपी और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया गया है?
खबर है कि.... आजतक-सीवोटर के सर्वे के अनुसार एनडीए सरकार (मोदी सरकार नहीं) में देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ा है, क्योंकि 34 प्रतिशत लोगों का मानना है कि देश में सांप्रदायिक माहौल बिगड़ गया है, जबकि 39 प्रतिशत ने कहा है कि सांप्रदायिक सौहार्द में सुधार आया है, वहीं 9 प्रतिशत ने कहा कि हालात जस के तस हैं और 18 प्रतिशत ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया?
अब, अगला सवाल बेहद दिलचस्प है कि
सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार कौन है?
वैसे तो सभी जानते हैं कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने में गोदी मीडिया सबसे आगे है, जो इस विषय पर उकसानेवाली बहस लगातार चलाता रहता है, लेकिन सर्वे मे उसे साफ बचा लिया गया है, अलबत्ता.... देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए 20.1 प्रतिशत लोगों ने बीजेपी और आरएसएस को जिम्मेदार माना है?
मजेदार बात यह है कि 4.7 प्रतिशत लोगों ने इसके लिए विपक्षी पार्टियों, जबकि केवल 3.3 प्रतिशत लोगों ने मीडिया और सोशल मीडिया को और केवल 2.9 प्रतिशत ने धार्मिक कट्टरतावादी गुटों को इसलिए जिम्मेदार माना है!
याद रहे, मोदी सरकार की बेहद खराब परफॉर्मेंस के बावजूद 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी केवल संघ के दम पर जीती थी, लिहाजा यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या 2024 में भी संघ उसी समर्पण और समर्थन के साथ नरेंद्र मोदी के पीएम फेस का समर्थन करेगा?
सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि.... क्या आरएसएस इतना नादान है कि सी-वोटर सर्वे का मतलब और मकसद नहीं समझ सकता है?
साहेब! अकेला बिहार काफी है सियासी हेकड़ी निकालने के लिए? 

https://twitter.com/PalpalIndia/status/1557760699337969666

https://palpalindia.com/2022/08/11/maharashtra-modi-team-BJP-bihar-political-shock-nitish-kumar-Lok-Sabha-seats-NDA-JDU-Paswan-news-in-hindi.html

कमाल है! मीडिया का जोकर स्ट्रोक.... महाराष्ट्र में मास्टर स्ट्रोक, तो बिहार में पॉलिटिक्स पलटीमार?
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1557054779175870464
पल-पल इंडिया ने पहले ही कहा था- राष्ट्रपति चुनाव तक तो नीतीश कुमार को नाराज नहीं करेंगे! लेकिन....
https://twitter.com/PalpalIndia/status/1556835624724078592

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

प्रधानमंत्री के लिए अब भी 53 प्रतिशत लोगों की पसंद नरेंद्र मोदी, आज हुए चुनाव तो फिर एनडीए सरकार: सर्वे

सीएम केजरीवाल ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- अमीर दोस्तों का कर्जा माफ, गरीब के लिए कुछ नहीं

पीएम मोदी का कांग्रेस नेताओं पर तंज, बोले- कितना भी झाड़-फूंक और काला जादू कर लो, जनता दोबारा विश्वास नहीं करेगी

अभिमनोजः यही फर्क है.... सीएम योगी और पीएम मोदी में?

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- जैव-ईंधन संयंत्रों से मिलेगा रोजगार, पैदा होंगे नए अवसर

Leave a Reply