तनाव दूर करने के लिए लक्षणों को पहचानकर अपनाएं ये नेचुरल तरीके

तनाव दूर करने के लिए लक्षणों को पहचानकर अपनाएं ये नेचुरल तरीके

प्रेषित समय :09:01:57 AM / Sat, May 21st, 2022

जिस तरह की लाइफस्टाइल आज लोग जीते हैं, उसमें स्ट्रेस बेहद ही कॉमन समस्या बनती जा रही है. किसी को वर्क प्रेशर की वजह से तनाव होता है, तो किसी को घर-परिवार से संबंधित मामलों, आर्थिक स्थिति, नौकरी जाने, नौकरी पाने का तनाव, रोजमर्रा में आने वाली परेशानियां, किसी अप्रिय घटनाओं के घटित होने, प्रिय व्यक्ति के खो देने आदि से भी तनाव हो सकता है. तनाव ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी आपको धीरे-धीरे बीमार कर सकता है. स्ट्रेस को यदि समय रहते कंट्रोल ना किया जाए, तो यह डिप्रेशन का कारण बन सकता है. शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन के स्रावित होने से तनाव होता है. कई अन्य कारणों से भी तनाव बढ़ता है. जानें, उन कारणों, लक्षणों और स्ट्रेस को दूर करने के कुछ उपायों के बारे में.

स्ट्रेस के कारण
हर किसी में स्ट्रेस होने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं, किसी को परिवार संबंधित मुद्दों को लेकर तनाव हो सकता है, तो किसी को सेहत, ऑफिस कार्य या फिर दोस्तों से बिछड़ने या दूर जाने का स्ट्रेस हो सकता है. कई अन्य कारणों से भी तनाव होता है, जो निम्न हैं-
-जॉब जाने के कारण, प्रमोशन की बजाय डिमोशन होना
-शादीशुदा जिंदगी में अनबन, झगड़े, तलाक होना
-किसी प्रिय व्यक्ति की अचानक मौत या गंभीर रूप से बीमार होने के कारण तनाव होना
-क्रोनिक बीमारी, शारीरिक चोट
-भावनात्मक रूप से चिंतित रहना
-पीयर प्रेशर, बुलिइंग
-नौकरी से रिटायर होना, अकेलापन
-आर्थिक तंगी

तनाव के लक्षण
-ऊर्जा में कमी, थकान
-सिरदर्द, इन्सोम्निया
-चिड़चिड़ापन
-मांसपेशियों और शरीर में दर्द
-ध्यान लगाने में तकलीफ
-स्ट्रेस के कारण डिप्रेशन होना
-बार-बार सर्दी, इंफेक्शन होना
-हाई ब्लड प्रेशर होना, हार्ट डिजीज
-तेज हार्टबीट, सीने में दर्द
-व्यवहार में बदलाव
-पेट में क्रैम्प, डायरिया, कब्ज की समस्या
-सीने में जलन
-वजन बढ़ना या कम होना
-मूड स्विंग, एंग्जायटी

स्ट्रेस दूर करने के तरीके
– तनाव होने पर आप प्रतिदिन 30 मिनट एक्सरसाइज ज़रूर करें. आप इसके लिए टहलने जाएं, कोई भी स्पोर्ट्स खेलें. घर से बाहर जाकर ताजी हवा में घूमने-फिरने से तनाव कम होता है. अंदर से आपको अच्छा महसूस हो सकता है.

– योग और मेडिटेशन करने से भी स्ट्रेस को कम किया जा सकता है. योग और मेडिटेशन दिमाग को रिलैक्स करने के बेहतरीन टेक्नीक हैं. इससे दिमाग को शांति मिलती है. प्रतिदिन 15 से 20 मिनट योग और मेडिटेशन अपने रूटीन में अवश्य शामिल करें. यह हर दिन होने वाली परेशानियों, समस्याओं से मिलने वाले स्ट्रेस को दूर करने में मदद करते हैं. साथ ही योग करने से आप कई अन्य शारीरिक समस्याओं से भी बचे रहते हैं.

-प्रतिदिन कम से कम 7 से 8 घंटे की नीद ज़रूर लें. कम सोने और आराम ना करने से भी स्ट्रेस लेवल बढ़ सकता है. लगातार थकान महसूस करने से स्ट्रेस के साइकोलॉजिकल लक्षणों में इजाफा होता है.

-स्ट्रेस महसूस करने पर आप एसेंशियल और एरोमैटिक ऑयल से मसाज कर सकते हैं. मसाज थेरेपी से मांसपेशियों को आराम मिलता है, दर्द कम होता है. स्ट्रेस से छुटकारा दिलाकर मानसिक रूप से शांति पहुंचाता है. इससे नींद न आने की समस्या दूर होने के साथ ही मूड में भी सुधार होता है.

-डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से भी स्ट्रेस कम होता है. धीरे-धीरे गहरी सांस लें और फिर बाहर की तरफ छोड़ें. इस दौरान मन में कोई भी बाहरी ख्याल ना लाएं, ना ही ऑफिस वर्क का, ना ही घर के कामकाज और समस्याओं के बारे में सोचें. अच्छी और पॉजिटिव चीजों के बारे में सोचें. प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें. इससे दिमाग में ऑक्सीजन का सप्लाई बढ़ता है और आप अच्छा और शांत महसूस करते हैं.

-हेल्दी डाइट भी तनाव को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. स्वस्थ और पोषण से भरपूर चीज़ों के सेवन से शरीर के साथ ही दिमाग भी अच्छी तरह से कार्य करता है. खाने में ढेर सारी हरी सब्जियां, फल, नट्स, हाई प्रोटीन फूड्स शामिल करें. जंक फूड का सेवन करना बेहद कम कर दें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

बीमा नियामक IRDA ने ग्राहकों को दी चेतावनी, इस वेबसाइट से न खरीदें हेल्थ इंश्योरेंस प्लान

जमानत के लिए मां का फेक हेल्थ सर्टिफिकेट पेश करना पड़ा महंगा, नारायण साई के खिलाफ दर्ज हुआ मामला

दिल्ली सरकार देश में पहली बार ला रही है ई-हेल्थ कार्ड योजना, मार्च 2023 से शुरू किए जाने की उम्मीद

रिटायर्ड कर्मियों के सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम के नियमों में हुआ बदलाव, पेंशन विभाग ने जारी किए निर्देश

जानें कच्चे लाल अमरूद से मिलने वाले इन पांच हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में

Leave a Reply