अधिक सफेद चावल खाने से हो सकता डायबिटीज का खतरा? जानें, फायदे-नुकसान

अधिक सफेद चावल खाने से हो सकता डायबिटीज का खतरा? जानें, फायदे-नुकसान

प्रेषित समय :08:36:56 AM / Tue, May 10th, 2022

भारत ही नहीं विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा लोग सफेद चावल ही खाते हैं. जापान में भी रहने वाले लोगों के डाइट का प्रमुख हिस्सा है व्हाइट राइस. लेकिन, सफेद चावल सेहत के लिए कितना फायदेमंद और नुकसानदायक होता है, इसे भी जानना जरूरी है. ऐसा नहीं कि सफेद चावल अनहेल्दी होता है, लेकिन यह भूरे, काले, लाल चावल की तुलना में अधिक फायदेमंद नहीं होता है. दरअसल, सफेद चावल को जब तैयार किया जाता है, तो उसकी भूसी, चोकर और रोगाणुओं को हटा दिया जाता है, जिससे ये अन्य चावल की तुलना में कम हेल्दी होता है. आइए जानते हैं, सफेद चावल सेहत के लिए कितना फायदेमंद और कितना नुकसानदायक है। 

सफेद चावल में मौजूद पोषक तत्व
सफेद चावल में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, फैट, कैलोरी, फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, मैंगनीज, विटामिन बी6, नियासिन आदि होते हैं, लेकिन इनकी मात्रा ब्राउन या अन्य चावल के मुकाबले सफेद चावल में कम होती है. हेल्थ डॉट कॉममें छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, दरअसल, चावल एक अनाज है. ब्राउन राइस साबुत अनाज वाला चावल है, जिसमें अनाज के सभी हिस्से बरकरार रहते हैं. वहीं, सफेद चावल को इस तरह से पॉलिश किया जाता है, जिससे चोकर, भूसी, एंब्रियो निकल जाते हैं और एंडोस्पर्म नामक एक स्टार्चयुक्त बच जाता है. इस पॉलिशिंग की प्रक्रिया में कई प्राकृतिक रूप से मौजूद विटामिन बी, फाइटोकेमिकल्स, फाइबर भी हट जाते हैं.

सफेद चावल खाने के फायदे
वेरीवेलफिट डॉट कॉम में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, सफेद चावल खाने से मैग्नीशियम की प्रतिदिन की आवश्यकता पूरी होती है. इससे हड्डियों, मांसपेशियों, नर्व्स को भी सपोर्ट मिलता है.
 जब चावल को पकाने के बाद ठंडा कर लिया जाता है, तो इसमें अत्यधिक मात्रा में रेजिस्टेंट स्टार्च मौजूद होता है. स्टडी के अनुसार, प्रतिरोधी स्टार्च कुछ फैटी एसिड के गठन का कारण बन सकता है, जो कोलन को स्वस्थ रखने में मदद करता है. ये फैटी एसिड कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को भी कम कर सकते हैं.
चावल एक प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-फ्री अनाज है, इसलिए यह सीलिएक रोग और नॉन-सीलिएक  संवेदनशीलता वाले लोगों के लिए उपयोगी है. चावल का इस्तेमाल कई तरह से आप कर सकते हैं.
जिन एथलीट्स को कार्बोहाइड्रेट के रूप में बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, वे इसे सफेद चावल से प्राप्त कर सकते हैं. कई लोग उच्च कार्ब, कम फाइबर प्रोफाइल के लिए भूरे रंग के चावल को खाने की बजाय सफेद चावल खाना पसंद करते हैं.
हालांकि, चावल खाने से किसी तरह की एलर्जी होने की बात बहुत ज्यादा आम नहीं है. एशियाई देशों में चावल खाने से एलर्जी होना कॉमन हो सकता है, क्योंकि यहां चावल विशिष्ट आहार का एक बड़ा हिस्सा है. चावल से आपको किसी भी तरह की एलर्जी होती है, तो आप मकई, सोया और जौ के प्रति भी संवेदनशील हो सकते हैं.

सफेद चावल अधिक खाने के नुकसान
कई अध्ययनों में सफेद चावल के सेवन और टाइप 2 डायबिटीज के बीच संबंध का आकलन किया गया है. अधिक सफेद चावल के सेवन से डायबिटीज होने का खतरा बढ़ सकता है. कई साइंटिस्ट्स का मानना है कि अधिक चावल खाने के बाद ब्लड शुगर में तेजी से बढ़ोतरी होती है.
लंबे समय से अधिक सफेद चावल का सेवन करने से मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने का खतरा रहता है. साथ ही इससे मोटापा बढ़ने का भी रिस्क होता है.
कुछ स्टडीज में सफेद चावल के नियमित सेवन से वजन बढ़ने की संभावना जताई गई है, तो वहीं कुछ अध्ययन सफेद चावल के सेवन और मोटापे के बीच कोई महत्वपूर्ण संबंध स्थापित नहीं कर पाए हैं, इसलिए इसमें अभी और शोध करने की आवश्यकता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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