बर्पीज एक चुनौतीपूर्ण कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज, जानें क्या होते हैं इसके फायदे

बर्पीज एक चुनौतीपूर्ण कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज, जानें क्या होते हैं इसके फायदे

प्रेषित समय :12:27:34 PM / Tue, May 3rd, 2022

बर्पीज एक चुनौतीपूर्ण कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज है, जो तेजी से फैट बर्न करने के साथ मसल्स बिल्ट करने में भी मदद करती है. बिना किसी इक्युपमेंट (उपकरण) के की जाने वाली इस एक्सरसाइज के कई फायदे होते हैं. लेकिन, इसके लिए ताकत और इच्छा शक्ति की जरूरत होती है. असल में ये दो एक्सरसाइज का मिश्रण होती है. एक पुश-अप्स और एक जंप्स. बर्पीज हवा में एक छलांग के साथ पुश-अप करके की जाती है. एक लाइन में कई बर्पीज का सलेक्शन करना बहुत थका देने वाला हो सकता है. बर्पीज के कई पॉजिटिव इफेक्ट्स होते हैं, जिनके बारे में आप सोच भी नहीं सकते. आइए बर्पी की सही तकनीक और इससे बॉडी को होने वाले फायदों पर एक नज़र डालें, जिससे आप इन्हें आसानी से अपने डेली कार्डियो रूटीन में शामिल कर सकते हैं.

बर्पीज कैसे करें?
-अपने शरीर के साथ सीधे खड़े हो जाएं.
-अब अपने हाथों से जमीन को छूते हुए स्क्वैट पोजीशन लें.
-स्क्वैट पोजीशन को पुश-अप पोजीशन में बदलते हुए अपने पैर को पीछे ले जाएं.
-अब फोर्स के साथ उसी जगह पर हाथों से स्क्वैट पोजीशन में वापस आ जाएं.
-लंबी छलांग लगाएं और स्क्वैट पोजिशन में वापस आ जाएं.

बर्पीज के क्या फायदे हैं?

कई मसल्स को करती है मजबूत- बर्पीज को पूरे शरीर की एक्सरसाइज कहा जाता है, जो बॉडी की ज्यादातर मेन मसल्स के लिए काम करती है. ये एक्सरसाइज कंधों, बाहों, कोर मसल्स, ग्लूट्स और पेट को मजबूत बनाने में मदद करती है.

हार्ट रेट बढ़ाता है- बर्पीज वर्कआउट को हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग रूटीन का हिस्सा कहा जाता है. ऐसा कहा जाता है कि ये आपके हार्ट रेट को बढ़ाती है, जो ब्लड के उचित पंपिंग, पसीना और फेफड़ों को खोलने में मदद करती है.

कैलोरी घटाना- ये वर्कआउट पूरे शरीर के लिए काम करता है, इसलिए बर्पीज फैट को तोड़कर एडिशनल कैलोरी को तेजी से बर्न करने में मदद करती है, क्योंकि इसमें ताकत की जरूरत होती है और कई मसल्स का यूज होता है, इसलिए इसे करने में ज्यादा कैलोरी बर्न होती है, जो बदले में वजन कम करने में मदद करती है.

कोर मसल्स को मजबूत करता है- कैलोरी बर्न करने के अलावा बर्पी को हमारे शरीर की कोर मसल्स को मजबूती प्रदान कर उन्हें स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए भी जानी जाती हैं. अगर आप एब्स को टारगेट कर रहे हैं, तो बर्पी आपके लिए कमाल कर सकती हैं.

पोस्श्चर और बैलेंस में सुधार करता है - चूंकि, इसमें अलग-अलग एक्सरसाइज को एक साथ करने का प्रॉसेस होता है, इसलिए ये बॉडी में बैलेंस और समन्वय लाने में मदद करती है. इसके साथ ही बर्पी पोस्श्चर और गतिशीलता (मोबिलिटी) में सुधार करने में भी मदद करती है. एक रैप में कम से कम 10 बर्पी करें और बेस्ट रिजल्ट्स के लिए एक दिन में 3 रैप्स जरूर करें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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