शनिवार 30 अप्रैल को साल का पहला सूर्यग्रहण, सूतक काल प्रभावी नहीं माना जाएगा

शनिवार 30 अप्रैल को साल का पहला सूर्यग्रहण, सूतक काल प्रभावी नहीं माना जाएगा

प्रेषित समय :21:35:16 PM / Sat, Apr 30th, 2022

शनिवार 30 अप्रैल को आंशिक सूर्य ग्रहण है. यह भारत में नहीं देखा जा सकेगा.शनिवार  को लगने वाला खण्डग्रास सूर्य ग्रहण भारत में अदृश्य है अथार्त भारत में यह ग्रहण बिल्कुल दिखाई नहीं देगा इसलिए इसके लिए कोई  सूतक और नियम का विचार भी नहीं होगा

ऐसे में शास्त्र अनुसार गर्भवती स्त्रियों के लिए भी इसके लिए कोई नियम पालन की आवश्यकता नहीं है  . 30 अप्रैल को मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा
 और सुबह 4 बजकर 7 मिनट तक रहेगा. साल का यह पहला सूर्यग्रहण दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी हिस्से, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में नजर आएगा. 
क्योंकि भारत में यह सूर्य ग्रहण नजर नहीं आएगा, इसलिए यहां पर इसका सूतक काल  प्रभावी नहीं माना जाएगा.

परन्तु गोचर में मन के कारक चन्द्रमा व आत्मा के कारक सूर्य को राहू ग्रस लेगा. इस कारण आज से अगले 5 दिनों तक लोगों में डिप्रेशन बढेगा, मानसिक एंग्जाइटी, वाद विवाद,ग्रह क्लेश होने की सम्भावना रहेगी.लोगों में पैनिक अटैक आ सकते हैं, यह दुर्योग अग्नि राशि मेष में बन रहा है इस कारण बड़ी संख्या में अग्निकांड, एक्सीडेंट, व बम विस्फोट हो सकते हैं. गर्मी अत्यंत तेज़ी से बड़ेगी ,राष्ट्रीय स्तर पर धार्मिक उन्माद व हिंसक घटनाएं हो सकती हैं. तेज आंधी तूफान आ सकते हैं .अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें, वाद विवाद से दूर रहे. ऑफिस में भी विवादित मुद्दों से दूर रहें,महत्वपूर्ण कार्य अगले 5 दिन तक टाल दें.

भगवान सूर्य शनि देव के पिता हैं, लेकिन दोनों में मित्रवत भाव नहीं है. सूर्य ग्रहण शनि अमावस्या की देर रात 12:15 बजे से लग रहा है, जो 01 मई को प्रात: 04:07 बजे खत्म हो जाएगा. भारत में सूर्य ग्रहण आंशिक होगा.

आइए जानते हैं कि सूर्य ग्रहण के समय में गर्भवती महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

साल का प्रथम सूर्य ग्रहण अपने देश में आंशिक है, इस वजह से सूतक काल मान्य नहीं होगा. हालांकि  सूर्यग्रहण के प्रभावों से बचने के लिए सभी लोगों के लिए कुछ सावधानियां बताई गई हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण का दुष्प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर हो सकता है, इसलिए ग्रहण के समय कुछ परहेज करना चाहिए. ऐसा करने से महिला और उसके बच्चे पर  ग्रहण का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है.

सूर्यग्रहण में गर्भवती महिलाओं को ध्यान रखने वाली बातें

1. सूर्य ग्रहण के समय में गर्भवती महिलाओं को भोजन नहीं करना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के दुष्प्रभाव से भोजन दूषित हो जाता है, इससे बचने के लिए उसमें  गंगाजल एवं  तुलसी का पत्ता डाल देते हैं.
2. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान सूई, चाकू, कैंची जैसी नोकदारी वस्तुओं से दूर रहना चाहिए. इनका उपयोग करने से गर्भ में पल रहे बच्चे पर दुष्प्रभाव हो सकता है.
3. जब सूर्य ग्रहण प्रारंभ हो, तो उस समय से लेकर उसके समापन तक गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. ऐसा ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए किया जाता है.
4. सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को हनुमान चालीसा या दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए. मां दुर्गा और हनुमान जी की कृपा से सभी संकट और नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं.
5. गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण को नहीं देखना चाहिए. इससे उनकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका रहती है.
6. सूर्य ग्रहण के समय में गर्भवती महिलाओं को अपने इष्टदेव का स्मरण करना चाहिए. उनके मंत्र का जाप मन ही मन कर सकती हैं.
7. सूर्य ग्रहण के समापन के बाद स्नान करें और फिर साफ वस्त्र पहनें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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