दिवाली की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक घी का दीपक जलाएं, जिसमें नौ बत्तियां लगाई जा सके. सभी 9 बत्तियां जलाएं और लक्ष्मी पूजा करें | लक्ष्मी पूजन में 3 हल्दी की गांठ, 3 गोमती चक्र और 3 पीली कोडीया भी रखें. पूजन पूर्ण होने पर इन सब को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है.
दिवाली के दिन यदि संभव हो सके तो किसी किन्नर से उसकी खुशी से एक रुपया लें और इस सिक्के को अपने पर्स में रखें. बरकत बनी रहेगी.
दीवाली की रात में लक्ष्मी और कुबेर देव का पूजन करें और यहां दिए एक मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें.
मंत्र: " ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रववाय, धन-धान्यधिपतये धन-धान्य समृद्धि मम देहि दापय स्वाहा "
दिवाली पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए. इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है. मां लक्ष्मी घर में आती हैं.
दिवाली पर हनुमान जी की प्रतिमा के आगे तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें | किसी हनुमान मंदिर जाकर भी ऐसा दीपक लगा सकते हैं |
दिवाली की सुबह स्नान करके किसी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर ताम्बे के पात्र से जल अभिषेक करे, शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं. ध्यान रहें सभी चावल पूर्ण होने चाहिए. खंडित चावल शिवलिंग पर चढ़ाना नहीं चाहिए.
अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं. यह उपाय दिवाली की रात में किया जाना चाहिए. ध्यान रखें दीपक लगाकर चुपचाप अपने घर लौट आए, पीछे पलटकर न देखें.
यदि संभव हो सके तो दिवाली की देर रात तक घर का मुख्य दरवाजा खुला रखें. ऐसा माना जाता है कि दिवाली की रात में महालक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं और अपने भक्तों के घर जाती हैं.
दिवाली के दिन झाड़ू अवश्य खरीदना चाहिए. पूरे घर की सफाई नई झाड़ू से करें. जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रखना चाहिए.
इस दिन अमावस्या रहती है और इस तिथि पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने पर शनि के दोष और कालसर्प दोष समाप्त हो जाते हैं.
प्रथम पूज्य श्रीगणेश को दूर्वा अर्पित करें. दूर्वा की 21 गांठ गणेश जी को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. दिवाली के शुभ दिन यह उपाय करने से गणेशजी के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है.
दिवाली पर श्री सूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है.
महालक्ष्मी को तुलसी के पत्ते भी चढ़ाने चाहिए. लक्ष्मी पूजा में दीपक दाएं, अगरबत्ती बाएं, पुष्य सामने थाली में रखना श्रेष्ठ रहता है.
महालक्ष्मी के मंत्र: " ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: "इस मंत्र का जप करें. मंत्र जप के लिए कमल के गट्टे की माला का उपयोग करें. दिवाली पर कम से कम 108 बार इस मंत्र का जप करें.
यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी का मंदिर हो तो वहां गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें.
घर के मुख्य द्वार पर कुमकुम से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं. द्वार के दोनों ओर कुमकुम से ही शुभ-लाभ लिखें.
दिवाली के दिन श्वेतार्क गणेश की प्रतिमा घर में लाएंगे तो हमेशा बरकत बनी रहेगी. परिवार के सदस्यों को पैसों की कमी नहीं आएगी.
यदि संभव हो सके तो इस दिन किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं. शास्त्रों के अनुसार इस पुण्य कर्म से बड़े-बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं.
घर में स्थित तुलसी के पौधे के पास दिवाली की रात में दीपक जलाएं. तुलसी को वस्त्र अर्पित करें.
एक बात का विशेष ध्यान रखें कि माह की हर अमावस्या पर पूरे घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई की जानी चाहिए. साफ-सफाई के बाद घर में धूप-दीप-ध्यान करें. इससे घर का वातावरण पवित्र और बरकत देने वाला बना रहेगा.
सप्ताह में एक बार किसी जरूरतमंद सुहागिन स्त्री को सुहाग का सामना दान करें. इस उपाय से देवी लक्ष्मी तुरंत ही प्रसन्न होती हैं और धन संबंधी परेशानियों को दूर करती हैं. ध्यान रखें यह उपाय नियमित रूप से हर सप्ताह करना चाहिए.
यदि कोई व्यक्ति दिवाली के दिन किसी पीपल के वृक्ष के नीचे छोटा सा शिवलिंग स्थापित करता है तो उसकी जीवन में कभी भी कोई परेशानियां नहीं आएंगी. यदि कोई भयंकर परेशानियां चल रही होंगी वे भी दूर हो जाएंगी. पीपल के नीचे शिवलिंग स्थापित करके उसकी नियमित पूजा भी करनी चाहिए. इस उपाय से गरीब व्यक्ति भी धीरे-धीरे मालामाल हो जाता है.
पीपल के 11 पत्ते तोड़ें और उन पर श्री राम का नाम लिखें. राम नाम लिखने के लिए चंदन का उपयोग किया जा सकता है. यह काम पीपल के नीचे बैठकर करेंगे तो जल्दी शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं. राम नाम लिखने के बाद इन पत्तों की माला बनाएं और हनुमानजी को अर्पित करें|
दिवाली से एक नियम हर रोज के लिए बना लें. आपके घर में जब भी खाना बने तो उसमें से सबसे पहली रोटी गाय को खिलाएं.
किसी भी प्रकार की समस्या समाधान के लिए आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) जी से सीधे संपर्क करें - 9131366453
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-धनतेरस- कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमध्ये सरस्वती!
मंदिर में तोड़फोड़ और ABVP नेता पर हमला, लक्ष्मीपुर में धारा 144 लागू
दिल्ली के लक्ष्मी नगर से पाकिस्तानी आतंकी गिरफ्तार, AK-47 समेत कई हथियार बरामद
आप रोजगार को नहीं, रोजगार आपको तलाशे- पं. लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
Leave a Reply