आज का दिनः मंगलवार 2 नवंबर 2021, धनतेरस के दिन मंत्र से भगवान कुबेर की पूजा अवश्य करें

आज का दिनः मंगलवार 2 नवंबर 2021, धनतेरस के दिन मंत्र से भगवान कुबेर की पूजा अवश्य करें

प्रेषित समय :19:35:43 PM / Mon, Nov 1st, 2021

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी 
धनतेरस शब्द दो शब्दों ‘धन’ और ‘तेरस’ से मिलकर बना है.  जिसका अर्थ क्रमशः ‘धन’ और ‘तेरस’ मतलब तेरह होता है.  धनतेरस की पूजा दिवाली से 2 दिन पूर्व की जाती है और इस दिन भगवान कुबेर की पूजा करने का विधान है.  क़ारोबारी वर्ग में धनतेरस के दिन विशेष तौर पर पूजा-अर्चना करते हैं.  आज के दिन सोने, चांदी, हीरे और अन्य धातु के सामान ख़रीदना बेहद ही शुभ माना गया है.  हिन्दू मान्यताओं के अनुसार कुबेर को पालनकर्ता कहा गया है.  उन्हें ब्रह्माण्ड में सबसे धनी देवता की उपाधी दी गई है.  कुबेर को दानवों का देवता भी कहा गया है. 

ऐसी मान्यता है कि भगवान कुबेर ने भगवान वेंकेटेश्वर का विवाह पद्मावती से कराने के लिए धन दिया था.  इसी मान्यता के अनुसार लोग तिरूपती मंदिर के वेंकेटेश्वर दान पात्र में दान डालते हैं, ताकि कुबेर के ऋण से उन्हें मुक्ति मिल सके.  भारत में धनतरेस का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.  आज के दिन ख़रीदे गए धातु के सामान, गहने, बर्तन, इत्यादि की पूजा दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा के साथ ही की जाती है.  धनतेरस के दिन सच्चे मन से भगवान कुबेर की पूजा करने वालों के घर में पूरे साल किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होती है. 
भगवान कुबेर मंत्र 
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये.  
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
धन प्राप्ति के लिए कुबेर मंत्र:

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

कुबेर अष्टलक्ष्मी मंत्र:
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥

- आज का राशिफल -  

मेष राशि:- रचनात्मक कार्यों में सफलता प्राप्त होगी.  संगीत इत्यादि में रुचि रहेगी.  स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा.  किसी पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है.  पठन-पाठन व लेखन इत्यादि के कार्य सफल रहेंगे.  भावना में बहकर निर्णय न लें. 

वृष राशि:- नया कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी.  जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे.  बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे.  विरोध होगा.  व्यस्तता के चलते थकान रह सकती है. 

मिथुन राशि:- कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी.  लाभ के अवसर हाथ आएंगे.  प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी.  भेंट व उपहार देना पड़ सकता है.  स्वास्थ्य का ध्यान रखें.  व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा.  पारिवारिक चिंता रहेगी.  प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी. 

कर्क राशि:- क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें.  चोट व दुर्घटना से शारीरिक हानि हो सकती है.  लेन-देन में जल्दबाजी न करें.  नौकरी में कार्यभार रहेगा.  जोखिम व जमानत के कार्य टालें.  आय में वृद्धि हो सकती है, प्रयास करते रहें.  कारोबार में अधिक ध्यान दे,

सिंह राशि:- सत्संग का लाभ प्राप्त हो सकता है.  पूजा-पाठ में मन लगेगा.  कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति लाभदायक रहेगी.  घर-बाहर सभी तरफ सफलता प्राप्त होगी.  विरोधी सक्रिय रहेंगे.  बाहर जाने का कार्यक्रम बन सकता है. 

कन्या राशि:- कार्यस्थल पर परिवर्तन व सुधार हो सकता है.  योजना फलीभूत होगी.  मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग कर पाएंगे.  सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.  नए कार्य मिलेंगे.  पार्टनरों का सहयोग मिलेगा.  नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे. 

तुला राशि:- व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी.  बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे.  कामकाज में वृद्धि के योग हैं.  घर-बाहर सभी तरफ प्रसन्नता का वातावरण रहेगा.  व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा.  निवेश शुभ रहेगा.  नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे. 

वृश्चिक राशि:- फालतू खर्च अधिक हो सकता है.  विवाद को बढ़ावा न दें.  दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें.  पुराना रोग उभर सकता है.  जोखिम व जमानत के कार्य टालें.  नौकरी में कार्यभार रहेगा.  जल्दबाजी न करें. 

धनु राशि:- नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा.  बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे.  आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं.  मान-सम्मान मिलेगा.  नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है.  घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा. 

मकर राशि:- आत्मसम्मान बना रहेगा.  भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी.  पारिवारिक आवश्यकताओं पर व्यय होगा.  नौकरी में चैन रहेगा.  उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी.  जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे.  उत्साह बना रहेगा. 

कुम्भ राशि:- पहले की गई मेहनत का फल प्राप्त होगा.  रुके कार्य पूरे होंगे.  लाभ में वृद्धि होगी.  सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.  प्रसन्नता बनी रहेगी.  असहाय लोगों की मदद करने की प्रेरणा प्राप्त होगी.  सभी तरफ से सफलता मिलेगी.  जल्दबाजी न करें. 

मीन राशि:- कोई बुरी सूचना मिल सकती है.  नकारात्मकता रहेगी.  वाणी पर नियंत्रण रखें.  दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं.  सावधान रहें.  लेन-देन में सावधानी आवश्यक है.  दूसरों के बहकावे में न आएं.  सोच-समझकर निर्णय लें. 

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 9131366453 

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- मंगलवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा                  रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- रोग                             पहला- काल
दूसरा- उद्वेग                           दूसरा- लाभ
तीसरा- चर                            तीसरा- उद्वेग
चौथा- लाभ                             चौथा- शुभ
पांचवां- अमृत                       पांचवां- अमृत
छठा- काल                             छठा- चर
सातवां- शुभ                          सातवां- रोग
आठवां- रोग                           आठवां- काल

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है. 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें. 
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें. 
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है. 
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं. 
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 

पंचांग
मंगलवार, 2 नवंबर, 2021
धनत्रयोदशी / धनतेरस पर महालक्ष्मी कुबेर पूजा
यम दीपम
प्रदोष व्रत
शक सम्वत1943   प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टे / गत्ते17
मास आश्विन
दिन काल11:02:12
तिथि द्वादशी - 11:33:49 तक
नक्षत्रउत्तरा फाल्गुनी - 11:45:17 तक
करणतैतिल - 11:33:49 तक, गर - 22:23:37 तक
पक्ष कृष्ण
योगवैधृति - 18:12:34 तक
सूर्योदय06:33:26
सूर्यास्त17:35:38
चन्द्र राशि कन्या
चन्द्रोदय28:33:59
चन्द्रास्त16:06:00
ऋतु हेमंत
अभिजित मुहूर्त 11:31 ए एम से 12:16 पी एम
अग्निवास पृथ्वी
दिशा शूल उत्तर
नक्षत्र शूल उत्तर - 11:44 ए एम तक
चन्द्र वास दक्षिण
राहु वास पश्चिम
गौरक्षा के कारण ही भगवान श्रीकृष्ण... गोविन्द कहलाए!

https://www.youtube.com/watch?v=DqiipV5tzwk

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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