दीपावली पर्व की शुरुआत इस दिन से ही होती है,कार्तिक मास की त्रयोदशी के दिन धनतेरस पर्व मनाया जाता है,
कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र-मंथन के समय भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है,धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप मे भी मानते है.
*सबसे बड़ा धन निरोगी काया*- कोरोना काल मे एक बात तो स्पस्ट हो गई की स्वास्थय अच्छा है तो यही सबसे बड़ा धन है, बाकी सब बेकार है,धंवतरी भगवान आयुर्वेद के प्रथम वैध थे,उन्होंने ही आयुर्वेद का प्रसार किया,कुशल वैध जातक की कठिन से कठिन बीमारी को ठीक कर जातक के जीवन को प्रसन्नता से पूर्ण करता है, धन के व्यय को रोकता है साथ ही उत्तम स्वास्थय, नेक सलाह से जीवन को खुशियो से परिपूर्ण करता है, एक अच्छा वैध एक अच्छा ज्योतिष भी होता है, वह जातक की प्रकृति,काल आदि का ध्यान कर उत्तम पूजा,रतन और औषधि द्वारा जातक के जीवन को मंगलमय बनाता है, हमे यह समझना होगा की पहला सुख निरोगी काया ही है.
कब है धनतेरस,पूजन और खरीदारी का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष 2 नवंबर 2021 मंगलवार को धनतेरस का पर्व मनाया जायेगा, त्रयोदशी 2 नवंबर को दिन मे 11.35 से प्रारंभ हो जाएगी,शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने से उत्तम लाभ होता है *धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त*-धनतेरस पर वाहन, घर, संपत्ति, सोना, चांदी, बर्तन, कपड़े, धनिया, झाड़ू आदि खरीदने का महत्व है. इस दिन सभी लोग शुभ मुहूर्त में ये वस्तुएं खरीदते हैं. इस बार धनतेरस का त्योहार 2 नवंबर 2021 मंगलवार को है. इस दिन प्रदोष काल अर्थात गोधूलि बेला शाम 5:37 से रात 8: 11 और स्थिर लगन वृषभ शाम 6.20 से रात 8.25 तक रहेगा, देश और विश्व के सभी हिस्सो मे यह समय अलग अलग हो सकता है, अपने ज्योतिष से इस विषय मे अवश्य सलाह ले,
खरीदारी के लिए दिन का मुहूर्त
त्रिपुष्कर योग : सुबह 06:10 से 11:35 तक. इस योग में खरीदारी शुभ रहेगी.
*वृषभ लगन स्थिर शुभमुहूर्त*: शाम 06 बजकर 20 मिनट से 08 बजकर 25 मिनट का मुहूर्त है, इस काल में पूजा भी होती है
*अभिजीत मुहूर्त- यह समय सुबह 11:40 से दोपहर 12:28 तक रहेगा,यह मुहूर्त खरीदारी के लिए अति शुभ रहेगा.
*विजय मुहूर्त : दोपहर 01:33 से 02:18 तक
गोधूलि बेला मुहूर्त: शाम 05:10 से 7.25
*दिन का शुभ चौघड़िया*
लाभ- प्रात: 10:43 से 12:04 तक
अमृत- दोपहर 12:04 से01:26 तक
शुभ- दोपहर 02:47 से 04:09
*रात्रि काल का चौघड़िया*
लाभ- 07:09 से 08:49 तक.
शुभ- 10:26 से 12:06 तक.
अमृत- 12:05 से 01:44 तक
*विशेष-सबसे बड़ा सुख निरोगी काया है, इस कोरोना काल मे आपस मे दूरी का ध्यान रखे, संक्रमण से बचें,आयुर्वेद और अपने चिकित्सक की सलाह से अपनी धन तेरस और दीपावली शुभ रखे.
*पंडित चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु
9893280184,7000460931
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