-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* सूर्योपासना से मिलेगी प्रतिष्ठा, मिटेंगे अस्थि-विकार, सिरदर्द, पित्त रोग, आत्मिक कमजोरी, नेत्र-दोष आदि विविध रोग!
* जब सूर्य अकारक होता है तो पिता के सहयोग का अभाव रहता है, जोड़ की हड्डी दर्द देती है, शरीर अकड़ता है, मुंह में बार-बार पानी आता है आदि.
* नियमित सूर्योपासना से समस्त ग्रहों से संबंधित दोष इसलिए समाप्त होते हैं कि सूर्यदेव सभी ग्रहों को ऊर्जा प्रदान करते हैं.
* सूर्य से संबंधित परेशानियों में निम्नलिखित उपाय करें, राहत मिलेगी...
* पिताश्री की सेवा करें एवं उनका शुभ आशीर्वाद प्राप्त करें, यदि पिता नहीं हों तो पितातुल्य व्यक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त करें.
* हर कार्य करने से पहले मीठा खाएं.
* विष्णुदेव की पूजा-अर्चना करें.
* सूर्य को मिश्रीयुक्त जल अर्पित करें.
* आदित्य-ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें.
* अनामिका अंगुली में माणिक्य धारण करें, लेकिन इसके शुभाशुभ प्रभाव जानने के बाद ही धारण करें.
* अकारक सूर्य हो तो माणिक्य, गेहूं, गुड़, लाल-वस्त्र, लाल-चंदन, तांबा, स्वर्ण आदि यथाशक्ति रविवार को दान करें.
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा. शासन सत्ता का सहयोग रहेगा. पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. शिक्षा और प्रतियोगिता के क्षेत्र में किया गया श्रम सार्थक होगा.
उपाय:- भगवती दुर्गा को लाल चुनरी अर्पित करें.
वृष राशि:- आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. संतान के दायित्व की पूर्ति होगी. किसी कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव तथा वर्चस्व में वृद्धि होगी. रिश्तों में मधुरता आएगी.
उपाय:- मस्तक पर हल्दी का तिलक लगाएं.
मिथुन राशि:- स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है. बुध के मार्गी होने से पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी. व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा.
उपाय:- शिव परिवार की पूजा करें.
कर्क राशि:- संतान के दायित्व की पूर्ति होगी. आार्थिक पक्ष मजबूत होगा. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. रिश्तों में निकटता आएगी. रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे.
उपाय:- भगवान कार्तिकेय की पूजा करें.
सिंह राशि:- पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. महिला राजनेता का सहयोग मिलेगा. निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी.
उपाय:- भगवान श्रीगणेश की पूजा कर घर से निकलें.
कन्या राशि:- बुध के मार्गी होने से आत्मबल में वृद्धि होगी. सामाजिक कायोर् में रुचि लेंगे. आर्थिक और व्यावसायिक पक्ष मजबूत होगा. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी.
उपाय:- पूजा स्थान पर पानी से भरा तांबे का कलश रखें. …
तुला राशि:- स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है. भागदौड़ रहेगी. पारिवारिक कायोर् में रुचि लेंगे. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. रचनात्मक कार्यों में प्रगति होगी.
उपाय:- पक्षियों के लिए छत पर दाना डालें.
वृश्चिक राशि:- ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे. व्यक्ति विशेष का सहयोग रहेगा. रिश्तों में मधुरता आएगी.
उपाय:- घर के बाहर हल्दी से स्वस्तिक बनाएं.
धनु राशि:- शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा. किसी कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव तथा वर्चस्व में वृद्धि होगी. सामाजिक कायोर् में रुचि लेंगे. मधुर संबंध बनेंगे.
उपाय:- किसी कांटेदार पौधे जैसे कैक्टस में पानी डालें.
मकर राशि:- पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी, लेकिन जीवनसाथी के कारण तनाव रहेगा. वाणी पर संयम रखें.
उपाय:- हल्दी, केसर और चंदन मिलाकर लक्ष्मी जी को तिलक लगाएं.
कुम्भ राशि:- व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी. स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. रिश्तों में मधुरता आएगी. रचनात्मक कार्यों में मन लगाएं.
उपाय:- भगवान श्रीगणेश की पूजा कर घर से निकलें.
मीन राशि:- पारिवारिक जीवन सुखमय होगा. धन, यश, कीर्ति में वृद्धि होगी. सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे. किसी कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव में वृद्धि होगी.
उपाय:- गुरु को पीले वस्त्र भेंट करें.
*आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.-
- रविवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- उद्वेग पहला- शुभ
दूसरा- चर दूसरा- अमृत
तीसरा- लाभ तीसरा- चर
चौथा- अमृत चौथा- रोग
पांचवां- काल पांचवां- काल
छठा- शुभ छठा- लाभ
सातवां- रोग सातवां- उद्वेग
आठवां- उद्वेग आठवां- शुभ
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
पंचांग
रविवार, 31 अक्टूबर, 2021
शक सम्वत 1943 प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टे / गत्ते15
मास आश्विन
दिन काल11:05:11
तिथि दशमी - 14:29:47 तक
नक्षत्रमघा - 13:16:56 तक
करणविष्टि - 14:29:47 तक, बव - 26:03:06 तक
पक्षकृष्ण
योगब्रह्म - 23:20:08 तक
सूर्योदय06:31:59
सूर्यास्त17:37:11
चन्द्र राशि सिंह
चन्द्रोदय26:27:59
चन्द्रास्त14:58:00
ऋतु हेमंत
अभिजित मुहूर्त 11:31 ए एम से 12:16 पी एम
अग्निवास पृथ्वी
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास पूर्व
राहु वास उत्तर
महानवमी पूजन का शुभ मुहूर्त एवं हवन विधि
नवरात्र के दौरान कन्या पूजन का विशेष महत्व
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