-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* व्यक्ति के जीवन में धन का विशेष महत्व है. धन से व्यक्ति सब कुछ भले ही प्राप्त नहीं कर पाए लेकिन बहुत कुछ प्राप्त कर सकता है. इसलिए देवी लक्ष्मी को आमंत्रित किया जाता है.
* देवी लक्ष्मी की पूजा-आराधना के अनेक स्तोत्र हैं, इनमें से कुछ इस प्रकार हैं... * अष्टलक्ष्मीस्तोत्रम्, * अष्टलक्ष्मीष्टोत्तरशतनामावली, * कनक धारास्तोत्रम्, * कमलात्रिशती, * धनलक्ष्मीस्तोत्रम्, * महालक्ष्मीकवचम्, * महालक्ष्मी ललितास्तोत्रम्, * महालक्ष्मीसहस्रनामस्तोत्रम्, * महालक्ष्मीस्तुति, * महालक्ष्मीस्तोत्रम् (श्रीविष्णुपुराण), * महालक्ष्मीष्टकम्, * लक्ष्मीकवचम्, * लक्ष्मी चालीसा, * लक्ष्मी नामावलीस्तोत्रम्, * लक्ष्मीनारायणकवचम्, * लक्ष्मीलहरी, * लक्ष्मीसहस्रनामावली, * लक्ष्मीसूक्तम्, * लक्ष्मीस्तवम्, * लक्ष्मीस्तोत्रम् (अगस्त्य ऋषि रचित), * लक्ष्मीस्तोत्रम् (इन्द्रदेव रचित), * लक्ष्मीहृदयस्तोत्रम्, * लक्ष्मीष्टोत्तरशतनामावली, * श्रीसूक्तम्, * सिद्धिलक्ष्मीस्तुति: आदि.
# देवी श्रीलक्ष्मी के सभी पूजा-स्तोत्र धनलाभ के मार्ग में आ रही बाधाएं दूर करने में सहायक हैं, पवित्र मन से आराधना करें, धन से संबंधित तनाव दूर होंगे!
# शुक्रवार देवी लक्ष्मी की आराधना का विशेष दिन है, यदि प्रतिदिन श्रीलक्ष्मी आराधना नहीं कर सकते हैं तो शुक्रवार को श्रीलक्ष्मी पूजा-अर्चना करें...
॥ आरती श्री लक्ष्मी जी ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता.
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी,तुम ही जग-माता.
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत,नारद ऋषि गाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी,सुख सम्पत्ति दाता.
जो कोई तुमको ध्यावत,ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
तुम पाताल-निवासिनि,तुम ही शुभदाता.
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी,भवनिधि की त्राता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं,सब सद्गुण आता.
सब सम्भव हो जाता,मन नहीं घबराता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
तुम बिन यज्ञ न होते,वस्त्र न कोई पाता.
खान-पान का वैभव,सब तुमसे आता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर,क्षीरोदधि-जाता.
रत्न चतुर्दश तुम बिन,कोई नहीं पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
महालक्ष्मीजी की आरती,जो कोई जन गाता.
उर आनन्द समाता,पाप उतर जाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
-आज का राशिफल -
मेष राशि:- सामाजिक वर्चस्व में वृद्धि होगी. मन में किसी बात को लेकर दुविधा है, उसी के कारण आप तनाव महसूस कर रहे है. उधार दिया पैसा आने में संदेह है. मित्र आप के कार्यों में साहयक होंगे. यात्रा सुखद होगी.
वृष राशि:- कार्यस्थल पर सहकर्मी आप की सफलता से इर्ष्या करेंगे. कार्यों में हो रही देरी से चिंतित होंगे. कारोबार में नई तकनिकी का प्रयोग लाभान्वित करेगा. बहनों से झगडा हो सकता है. धन आगमन में हो रही रुकावट दूर होगी.
मिथुन राशि:- धार्मिक माहौल में समय व्यतीत होगा. धनार्जन के नये स्त्रोत स्थापित होंगे. माता के स्वास्थ की चिंता रहेगी. पारिवारिक मांगलिक आयोजनों की रुपरेखा बनेगी. दोस्तों के साथ किसी जरूरी मसले पर चर्चा होगी.
कर्क राशि:- रुके कार्य और योजनाओं को क्रियाशील करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. बिमारी के कारण तनाव पैदा होगा. घबराएं नहीं अपने इष्ट पर भरोसा रखें. सब अनुकूल होगा. जीवनसाथी का साथ मिलेगा.
सिंह राशि:- नई योजनाओ में पूंजी निवेश सोच समझ कर करें. पुराने विवाद से युक्त जमीन जायदाद के मसले लंबित होंगे. शत्रु परास्त होंगे, नए संपर्क आपको ख्याती दिलवा सकते हैं. कारोबार विस्तार के योग हैं.
कन्या राशि:- नया काम शुरू करने से पहले अनुभवियों और बड़ों से मार्ग दर्शन व सलाह लें. पूंजी निवेश करने में सतर्क रहें. किसी की बातों में जल्द फंस जाते हैं, खुद को परिपक्व करें. अध्ययन के लिए कर्ज लेना पड़ सकता है.
तुला राशि:- आप की आदतों के कारण आप ने अपनों से दुरिया बना ली है. समय रहते अपने स्वभाव और व्यवहार को बदल लें, तो अच्छा होगा. आर्थिक स्थिति में पहले से सुधार होगा. नए संपर्क स्थापित होंगे.
वृश्चिक राशि:- पारिवारिक लोगों से संबंध मधुर होंगे. कार्यस्थल पर किसी से आकर्षित होंगे. भाग्योदय संभव है. जो भी काम करें पुरे आत्मविश्वास के साथ और आनंद से करें. निश्चित सफल होंगे.
धनु राशि:- नए व्यापार की शुरुआत अनुकूल होगी. कान संबंधित पीड़ा हो सकती है. अनावश्यक विवादों में न बोलें नुकसान हो सकता है. नौकरी में बदलाव के योग है. राजनीति से जुड़े लोग मनचाही सफलता पा सकते हैं.
मकर राशि:- आर्थिक मामले सुलझने की उम्मीद है. जिन लोगों की आप ने मदद की थी वहीं आप का विरोध करेंगे. रूचि अनुसार काम मिलने से मन प्रसन्न रहेगा. सुख-सुविधा पर खर्च संभव है. मानसिक अस्थिरता रहेगी.
कुम्भ राशि:- वैचारिक मतभेद दूर होंगे. किसी को अपने मन की बात बताने का मौका मिलेगा. कारोबार में नये सोदे लाभप्रद रहेंगे. रुके कार्य पुरे होने में अभी समय लग सकता है. मांगलिक खर्च संभव है.
मीन राशि:- बीती बातों को भुलाकर अपने रिश्त्तों की नई शुरुआत करें. आप की उन्नती से विरोधी को तकलीफ हो सकती है. राजनीति के चलते शत्रु आप को नुकसान पहुंचाने का हर संभव प्रयास करेंगे.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- शुक्रवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- चर पहला- रोग
दूसरा- लाभ दूसरा- काल
तीसरा- अमृत तीसरा- लाभ
चौथा- काल चौथा- उद्वेग
पांचवां- शुभ पांचवां- शुभ
छठा- रोग छठा- अमृत
सातवां- उद्वेग सातवां- चर
आठवां- चर आठवां- रोग
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
पंचांग
शुक्रवार, 29 अक्टूबर, 2021
शक सम्वत1943 प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टे / गत्ते13
मास आश्विन
दिन काल11:08:12
तिथि अष्टमी - 14:11:51 तक
नक्षत्रपुष्य - 11:38:47 तक
करणकौलव - 14:11:51 तक, तैतिल - 26:34:56 तक
पक्ष कृष्ण
योगशुभ - 25:57:17 तक
सूर्योदय06:30:35
सूर्यास्त17:38:48
चन्द्र राशि कर्क
चन्द्रोदय 24:26:59
चन्द्रास्त 13:43:00
ऋतु हेमंत
अभिजित मुहूर्त 11:31 ए एम से 12:16 पी एम
अग्निवास पाताल - 02:09 पी एम तक ,पृथ्वी
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास उत्तर
राहु वास दक्षिण-पूर्व
महानवमी पूजन का शुभ मुहूर्त एवं हवन विधि
नवरात्र के दौरान कन्या पूजन का विशेष महत्व
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