आज का दिन: 22 अक्टूबर 2021, शुक्रवार का व्रत और लक्ष्मी पूजन, श्रेष्ठ फल प्रदान करते हैं!

आज का दिन: 22 अक्टूबर 2021, शुक्रवार का व्रत और लक्ष्मी पूजन, श्रेष्ठ फल प्रदान करते हैं!

प्रेषित समय :18:25:39 PM / Thu, Oct 21st, 2021

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* धन प्राप्ति के लिए धन की देवी श्री लक्ष्मी की नियमित पूजा-उपासना करें.
* पारिवारिक धन-सुख-सफलता के लिए वैभव लक्ष्मी व्रत उत्तम है.
* धन की देवी लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए वैभव लक्ष्मी व्रत विशेष महत्व है. यह व्रत शुक्रवार को किया जाता है. 
* सौभाग्यवती महिलाएं यह व्रत करके अपने परिवार की आर्थिक उन्नति में योगदान कर सकती हैं.
* शुक्रवार को प्रात: पवित्र स्नान के बाद श्रीयंत्र और देवी लक्ष्मी के विविध स्वरूप के दर्शन करने चाहिए.
* दिन भर उपवास करके यथासम्भव देवी लक्ष्मी के नाम का जाप करना चाहिए.
* सांयकाल वैभव लक्ष्मी की विधिवत पूजा-कथा और प्रसाद वितरण के बाद भोजन ग्रहण करना चाहिए. 
* वैभव लक्ष्मी व्रत की अनेक कथाएं हैं, विविध कथाएं देवी की प्रसन्नता के परिणाम को दर्शाती हैं, इसलिए केवल कथा सुनने को ही पूजा नहीं माने, सच्चे मन से देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें. 
* मानता के अनुरूप 11 या 21 शुक्रवार पूरे होने पर सात सौभाग्यशाली महिलाओं को भोजन करवा कर व्रत का विधिवत उद्यापन करना चाहिए.
* यदि किसी शुक्रवार को व्रत सम्भव नहीं हो तो देवी लक्ष्मी से क्षमा याचना करते हुए अगले शुक्रवार को व्रत करना चाहिए. लेकिन उद्यापन मानता के अनुरूप कुल 11 या 21 शुक्रवार के व्रत पूरे होने पर ही करना चाहिए.
* एक बार उद्यापन होने के बाद फिर से व्रत किया जा सकता है.
* शुक्र से संबंधित व्यवसाय करने वालों को नियमित रूप से देवी लक्ष्मी की आराधना करनी चाहिए. 
* भौतिक सुख और सजावट से संबंधित कार्य, फिल्म, टीवी, मनोरंजन, वाहन, सुगंधित पदार्थ, तैयार कपड़े, होटल, डेकोरेशन, जेवर, डिजाईनिंग आदि शुक्र से प्रभावित व्यवसाय हैं.
* इन व्यवसायों में सफलता के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा-उपासना लाभदायक है.
* प्रतिदिन प्रात:काल पवित्र स्नान के बाद व्यवसाय में सफलता की कामना के साथ देवी लक्ष्मी की आराधना करें.
* पत्नी द्वारा पति के कार्य-व्यवसाय में धन लाभ की कामना के साथ शुक्रवार का व्रत और लक्ष्मी पूजन, श्रेष्ठ फल प्रदान करते हैं!

-आज का राशिफल -

मेष राशि:- अपने हिसाब से जिंदगी जिना पसंद रहेगा. जो लोग आप के कार्यों की सराहना करते थे, वे आप का विरोध करेंगे. भवन भूमि के विवादों का अंत होगा. पिता के व्यवसाय में रूचि कम रहेगी.

वृष राशि:- समय रहते अपने कार्य पूर्ण करें. पारिवारिक लोगों का सहयोग न मिलने से कार्य प्रभावित होंगे. घर में वास्तु अनुरूप परिवर्तन करें तो पारिवारिक तनाव ख़त्म होगा. फैक्ट्री में प्रवेश द्वार पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगाएं, चमत्कारिक लाभ होगा.

मिथुन राशि:- व्ययस्ता के कारण सेहत को न भूलें. अपने जीवनसाथी से नम्रता से बात करें और दोनों की वार्तालाप में स्नेह झलके न की बनावटी बातें करें. वाणी में मधुर रहें. यात्रा के योग है.

कर्क राशि:- सेहत को नजरअंदाज न करें. आनावाश्यक किसी को परेशान करना अच्छी बात नहीं है. मेहमानों की खातिरदारी करना पड़ेगी. अपने संपर्कों से रुके कार्य पुरे होंगे. बहनों के विवाह की चिंता रहेगी.

सिंह राशि:- जल्दबाजी में किये फ़सलों से भारी नुकसान हो सकता है. परिवार में आप की बातों को सुना जायेगा. धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागिता होगी. जीवनसाथी के स्वास्थ में सुधार होगा. परीक्षा परिणाम अनुकूल होगा.

कन्या राशि:- समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को नहीं मिलता. अपने बारी का इंजतार करें. संतान के सहयोग से कार्य पुरे होंगे. नए लोगों से संपर्क बनेगा जो भविष्य में लाभदायक रहेगा. वाहन सुख संभव है.

तुला राशि:- आप अगर दुसरे के लिए मांगते हैं,तो आपको कभी अपने लिए नहीं मागना पाता . बीमारी के कारण स्वास्थय की चिंता रहेगी. किसी के बहकाने से अपने संबंध ना तोड़ें.बच कर रहें, पैर में चोट लग सकती है. समाज में आपका नाम होगा.

वृश्चिक राशि:- जिन लोगों का सहयोग आप ने किया था आज वे ही आप से मुंह फेर रहे हैं. बीमारी में दवाई असर नहीं करेगी. बेहतर होगा अपना डॉक्टर बदलें. या किसी योग्य व्यक्ति से सलाह लें. नए भवन में जाने के योग है.

धनु राशि:- अपने स्वभाव में परिवर्तन लाना बहुत जरूरी है. कार्यस्थल पर योजना लाभप्रद रहेगी. पड़ोसियों की मदद करना पड़ सकती है. क्रोध की अधिकता से परिजन ना खुश होंगे. शेयर बाजार में निवेश से लाभ होगा.

मकर राशि:- किसी के बहकावे में आप बहुत जल्द आ जाते है. समय रहते जरूरी कार्य पुरे करें. निजी जीवन में दुसरों को प्रवेश न दें. पिता के व्यवहार से मन मुटाव होगा. जीवनशौली में परिवर्तन के योग है. पुरानी दुश्मनी के चलते विवाद संभव है.

कुम्भ राशि:- सोचे कार्य समय पर होने से मन प्रसन्न रहेगा. अपने वाक् चातुर्य से सभी काम आसानी से करवा लेंगे. कार्यस्थल पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे. प्रेम-प्रसंग के चलते मन उदास होगा.

मीन राशि:- आप की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी. जीवनशैली में आय परिवर्तन से खुश होंगे. आजीविका के नए स्त्रोत्र स्थापित होंगे. पारिवारिक सोहार्द बना रहेगा. मांगलिक समारोह में सक्रिय भूमिका रहेगी.

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453   

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- शुक्रवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा      रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- चर                   पहला- रोग
दूसरा- लाभ                 दूसरा- काल
तीसरा- अमृत              तीसरा- लाभ
चौथा- काल                चौथा- उद्वेग
पांचवां- शुभ                पांचवां- शुभ
छठा- रोग                   छठा- अमृत
सातवां- उद्वेग            सातवां- चर
आठवां- चर                 आठवां- रोग

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

पंचांग 
शुक्रवार, 22 अक्टूबर, 2021
शक सम्वत1943   प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टे / गत्ते6
मास आश्विन
दिन काल11:19:08
तिथिद्वितीया - 24:32:08 तक
नक्षत्रभरणी - 18:56:15 तक
करणतैतिल - 11:22:42 तक, गर - 24:32:08 तक
पक्ष कृष्ण
योगसिद्धि - 21:38:02 तक
सूर्योदय06:25:53
सूर्यास्त17:45:02
चन्द्र राशि मेष - 25:39:03 तक
चन्द्रोदय18:52:59
चन्द्रास्त07:44:00
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:31 ए एम से 12:17 पी एम
अग्निवास पृथ्वी - 12:29 ए एम, अक्टूबर 23 तक ,  आकाश
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास पूर्व - 01:39 ए एम, अक्टूबर 23 तक
दक्षिण - 01:39 ए एम, अक्टूबर 23 से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास दक्षिण-पूर्व
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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