- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* श्रीविष्णुदेव की पूजा-अर्चना से जीवन में भौतिक सुख और आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है.
* गुरुवार को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से जीवन में ज्ञान-सम्मान प्राप्त होता है.
* विभिन्न राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से सुखद जीवन प्राप्त होने के साथ साथ विविध लाभ भी होते हैं.
* मेष राशि/लग्न वालों का बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से भाग्योदय होता है एवं विदेश के सफलता के अवसर प्राप्त होते हैं.
* वृष राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से धन लाभ होता है और कष्ट से मुक्ति मिलती है.
* मिथुन राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से कर्मक्षेत्र में सम्मान मिलता है और पारिवारिक सुख प्राप्त होता है.
* कर्क राशि/लग्न वालों का बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से भाग्योदय होता है एवं ऋण/रोग/शत्रु से मुक्ति मिलती है.
* सिंह राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से ज्ञान/संतान सुख प्राप्त होता है और कष्टों से मुक्ति मिलती है.
* कन्या राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से पारिवारिक सुख प्राप्त होता है.
* तुला राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से ऋण/रोग/शत्रु से मुक्ति मिलती है और पदोन्नति का लाभ होता है.
* वृश्चिक राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से धन संचय का लाभ मिलता है एवं ज्ञान/संतान सुख प्राप्त होता है.
* धनु राशि/लग्न वालों का बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से सर्व मनोकामना पूर्ण होती हैं.
* मकर राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से व्यय नियंत्रण के साथ साथ पद-पदोन्नति का लाभ मिलता है.
* कुंभ राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से धन-वैभव की प्राप्ति होती है.
* मीन राशि/लग्न वालों को बृहस्पति देव की पूजा-उपासना से संपूर्ण सुख प्राप्त होता है.
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- नौकरी एवं रोजगार मिलने का योग हैं. देश विदेश की यात्रा का योग बन रहा है. समय अनुकूल चल रहा है. अपने समय का सदुपयोग करना ही श्रेष्ठकर रहेगा. लाभ मिलेगा. ऋण से मुक्ति मिलेगा. लाभकारी योजनाएं बनेंगी. शत्रु शांत रहेंगे. व्यापार, निवेश, नौकरी लाभकारी रहेंगे.
सावधानी:- वाणी पर नियंत्रण रखें,
उपाय:- लाल चंदन भगवान सूर्यदेव को अर्पण करें
वृष राशि:- समस्त समस्याओं का समाधान होगा.लाभ का योग बन रहा है. संतान सुख प्राप्त का योग बन रहा है. संतान की चिंता समाप्त होगी. धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी. निवेश, व्यापार-नौकरी लाभ देंगे. यात्रा मंगलकारी रहेगी. शत्रु शांत रहेंगे.
सावधानी:- अपने समय का सदुपयोग करें.
उपाय:- सफेद वस्त्र दान करें.पत्नी एवं माँ का सम्मान करें.
मिथुन राशि:- वाद-विवाद से बचना ही लाभप्रद रहेगा. यात्रा एवम मित्रो से लाभ प्राप्त होगा. राजनीतिग्यो के लिए श्रेष्ठ समय चल रहा है. पदोन्नति का योग तथा नये व्यापर से लाभ मिलेगा शुभ घटनाओं के होने का प्रबल योग है. आर्थिक निवेश सोच-समझकर करेंं. शुभ समाचार मिलेंगे.
सावधानी:- खानपान पर नियंत्रण रखें.
उपाय:- हरा वस्त्र दान करें किसी जरूरतमंद को.
कर्क राशि:- सद्बुद्धि एवम आध्यत्म में रूचि बढ़ेगी.राजनैतिक लाभ मिलेगा.दूर देश की यात्रा होगी. कार्य के विस्तार की योजना बनेगी. शत्रु चिंतित करेंगे. संपत्ति से लाभ होगा. निवेश तथा नौकरी के अनुकूल परिणाम होंगे. यात्रा हो सकती है.
सावधानी:- शेयर में पूंजी निवेश करने से बचे.
उपाय:- मोती एवं चाँदी दान करें अपनी पत्नी अथवा माता जी को.
सिंह राशि:- आलस्य का परित्याग श्रेयस्कर रहेगा. मनोबल बढ़ेगा. कार्य में मन लगाना श्रेयस्कर रहेगा. पराक्रम से लाभ तथा सम्मान बढ़ेगा. परीक्षा में सफलता मिलेगी. आवेश में कोई कार्य नहीं करें.
सावधानी:- गुस्सा पर नियंत्रण रखें. पिता से वाद विवाद न करें.
उपाय:- लाल चंदन,लाल पुष्प भगवान भास्कर को अर्पित करें.
कन्या राशि:- सलाह एवं मशविरा से लाभ मिलने का योग है. बुद्धि के कार्य लाभ देंगे. निवेश, नौकरी में लाभ होगा. यात्रा मंगलकारी होगी. जोखिम न उठाएं. शत्रु शांत रहेंगे. लाभदायक समाचार मिलेंगे.
सावधानी:- अपनी गोपनीयता बरते.
उपाय:- गोशाला में गाय को अपने वजन के बराबर हरा चारा अर्पित करें.
तुला राशि:- मान सम्मान में वृद्धि, व्यापार में वृद्धि का योग है. उत्तम समय है. लाभ प्राप्त करने का. यात्रा से लाभ होगा. नये रोजगार से लाभ मिलेगा. आर्थिक लाभ होगा
पदोन्नति का योग है.
सावधानी:- रोग एवं शत्रु से सावधानी बरते.
उपाय:- अपनी बहन को लाल वस्त्र उपहार स्वरूप दें.
वृश्चिक राशि:- पराक्रम से लाभ एवम मान प्रतिष्ठा में वृद्धि का योग है. व्यापार में लाभकारी सौदे होंगे. विद्यार्थी के सफलता का समय चल रहा है. धन अर्जित करेंंगे. यात्रा हो सकती है. स्थायी संपत्ति के मामलो से लाभ मिलने का योग है.
सावधानी:- अति विश्वास करना नुकसानदेह हो सकता है.
उपाय:- श्री हनुमान कवच का पाठ करना आपके लिए हित प्रद रहेगा.
धनु राशि:- व्यापार निवेश में जोखिम उठाने से लाभ बढ़ेगा. नौकरी आदि में प्रमोशन मिल सकता है. विरोधी परास्त होंगे. कार्य में मित्रों की मदद से सफलता मिलने का योग है. शुभ कार्य एवं संतान लाभ का योग बन रहा है.
सावधानी:- नये कार्य करने से बचे.
उपाय:- गुरु माता का नवीन वस्त्र गुरुवार को आदर सहित दान दें.
मकर राशि:- देश विदेश की यात्रा का योग है. मान सम्मान में वृद्धि होने का योग है. शुभ कार्य होंगे. यात्रा से लाभ और व्यापार में निवेश से लाभ प्राप्त होंगे. सरकारी नौकरी तथा साक्षात्कार में बुलावा आ सकता है. शुभ समय है. वाणी पर संयम आवश्यक है.
सावधानी:- तेज गति का वाहन चलाने से परहेज करें.
उपाय:- ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट स्वाहा मंत्र का नियमित जाप करें.
कुम्भ राशि:- आर्थिक स्थिति सुद्रढ़ होगा.मनोबल बढ़ेगा. विरोधियो से कष्ट मिल सकता है. शुभ घटनाये घटित हो सकता है. प्रतिष्ठा में वृद्धि होगा. रोग एवम शत्रु से परास्त होंगे. अपनी गोपनीयता बरते
उपाय:- काली वस्तु का दान करें.पक्षियों को दाना खिलाएं.
मीन राशि:- रुका हुआ कार्य सम्पन्न होगा. योजनाएं लाभ देंगी. बहुत दिनों से चिर प्रतीक्षित रुका हुआ धन वापस आएगा. निवेश लाभकारी रहेगा. भागदौड़ बनी रहेगी बाधाओं के साथ कार्यो में सफलता मिलेगी.
सावधानी:- पूंजी निवेश करते समय राय मशविरा करना हितकर रहेगा.
उपाय:- पीले वस्तु का दान करें.भगवान विष्णु जी की आराधना करें.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- गुरुवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- शुभ पहला- अमृत
दूसरा- रोग दूसरा- चर
तीसरा- उद्वेग तीसरा- रोग
चौथा- चर चौथा- काल
पांचवां- लाभ पांचवां- लाभ
छठा- अमृत छठा- उद्वेग
सातवां- काल सातवां- शुभ
आठवां- शुभ आठवां- अमृत
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
- पंचांग-
गुरुवार, 21 अक्टूबर, 2021
शक सम्वत1943 प्लव
विक्रम सम्वत2078
काली सम्वत5122
प्रविष्टे / गत्ते5
मास आश्विन
दिन काल11:20:44
तिथिप्रतिपदा - 22:18:40 तक
नक्षत्रअश्विनी - 16:17:46 तक
करणबालव - 09:20:37 तक, कौलव - 22:18:40 तक
पक्ष कृष्ण
योगवज्र - 20:59:17 तक
सूर्योदय06:25:16
सूर्यास्त17:46:00
चन्द्र राशिमेष
चन्द्रोदय18:19:59
चन्द्रास्त06:48:59
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:32 ए एम से 12:18 पी एम
अग्निवास पाताल - 10:15 पी एम तक , पृथ्वी
दिशा शूल दक्षिण
चन्द्र वास पूर्व
राहु वास दक्षिणअच्युतम केशवम राम नारायणम, कृष्ण दामोदरम् वासुदेवम् हरे।
श्रीधरम् माधवम् गोपिकावल्लभम, जानकी नायकम श्रीरामचन्द्रम् भजे।।
https://www.youtube.com/watch?v=dX89wA4mHkA&t=14s
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-महानवमी पूजन का शुभ मुहूर्त एवं हवन विधि
नवरात्र के दौरान कन्या पूजन का विशेष महत्व
नवरात्र में मां दुर्गा के नवस्वरूपों का विशेष पूजन और अर्चन
तिथियों और नक्षत्रों के देवता तथा उनके पूजन का फल
श्रावण शनिवार को नृसिंह, शनि तथा अंजनीपुत्र हनुमान का पूजन करना चाहिए
Leave a Reply