यह कहना उचित नहीं होगा कि दक्षिणमुखी वास्तु सभी के लिए नकारात्मक होता है.*
लेकिन सामान्य तौर पर दक्षिणमुखी वास्तु में कई लोगों ने पुरानी बीमारी, कर्ज, मानसिक बीमारी जैसी घटनाओं का अनुभव किया है.
कई लोगों का मत है कि पैसा कितना भी आ जाए, पैसा जाता नहीं है.
तो आप कहेंगे कि कई दक्षिणमुखी दुकानें लोगों से भरी हुई हैं, इसलिए संबंधित व्यक्ति के पिछले भाग्य के साथ-साथ उसकी आध्यात्मिक पूजा के साथ-साथ उसकी राशि के अनुसार दक्षिण दिशा पर विचार करना आवश्यक है.
सबसे पहले उसे यह समझने की जरूरत है कि घर की वास्तुकला और दुकान की वास्तुकला के नियमों में कई बदलाव हैं.
यदि दक्षिणमुखी संरचना को बदलना संभव न हो तो अपने मुख्य द्वार के अंदर गणपति दगडु सेठ हलवाई का फोटो और गणपति के फोटो के सामने संजीवनी पर्वत को लेकर मारुति भगवान का फोटो लगाएं ताकि आपको साइड इफेक्ट कम महसूस हो. .
▪️ इसी तरह घर के महत्वपूर्ण लोगों को रोज सुबह उठकर वास्तु में गायत्री मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए ताकि उस वास्तु में बहुत अधिक ऊर्जा पैदा हो और नकारात्मक ऊर्जा कम होने लगेगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-वास्तु शास्त्र में आज जानिए ताजे गुलाब की पंखुड़ियों के बारे में
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