आज का दिनः शुक्रवार, 2 जुलाई 2021, पहले कर्म करें, जिससे धन प्राप्त होता है..

आज का दिनः शुक्रवार, 2 जुलाई 2021, पहले कर्म करें, जिससे धन प्राप्त होता है..

प्रेषित समय :18:31:41 PM / Thu, Jul 1st, 2021

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* प्रात:काल उठकर हथेलियों के दर्शन करने के लिए कहा जाता है और जो दर्शन-प्रार्थना है उसमें स्पष्ट किया गया है कि हथेली के आगे के भाग अंगुलियों में देवी लक्ष्मी का निवास मान कर दर्शन करें, हथेली के मध्य में देवी सरस्वती का निवास मान कर दर्शन करें और हथेली के आधार में पालन करने वाले अपने इष्ट देव... श्रीगणेश, गोविंद, ब्रह्मा... के दर्शन करें!
* यह तो इस दर्शन-प्रार्थना का अर्थ है लेकिन इसका भावार्थ है सफल मानव जीवन के लिए सबसे पहले कर्म करें जो हमारी अंगुलियां करती हैं और जिससे धन प्राप्त होता है, उसके बाद ज्ञान प्राप्त करें जो हमें सद्बुद्धि प्रदान करता है कि इस धन का कैसे उपयोग करना है तथा इसके बाद जगत का पालन करने वाले गोविंद, ब्रह्मा, श्रीगणेश आदि देव हमें धन और ज्ञान के संयुक्त उपयोग से जीवन को श्रेष्ठ बनाने का मार्ग दिखाते हैं.

* प्रात:काल हथेली के दर्शन करके प्रार्थना करने की सार्थकता तभी है, प्राण प्रतिष्ठा तभी होगी जब इसका प्रायोगिक सदुपयोग हो, अन्यथा यह प्रार्थना मात्र औपचारिकता रह जाएगी!

॥ आरती श्री लक्ष्मी जी ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता.
तुमको निशदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी,तुम ही जग-माता.
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत,नारद ऋषि गाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी,सुख सम्पत्ति दाता.
जो कोई तुमको ध्यावत,ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
तुम पाताल-निवासिनि,तुम ही शुभदाता.
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी,भवनिधि की त्राता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं,सब सद्गुण आता.
सब सम्भव हो जाता,मन नहीं घबराता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
तुम बिन यज्ञ न होते,वस्त्र न कोई पाता.
खान-पान का वैभव,सब तुमसे आता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर,क्षीरोदधि-जाता.
रत्न चतुर्दश तुम बिन,कोई नहीं पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
महालक्ष्मीजी की आरती,जो कोई जन गाता.
उर आनन्द समाता,पाप उतर जाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥

-आज का राशिफल -

मेष राशि:- जो भी करें, दिल से करें,जलने वालों को जलने दें. धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी. लोगों से प्रोत्साहन मिलेगा. पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे. मित्रों के साथ समय व्यतीत होगा. बुरी संगत छोड़ दें, अन्यथा नुकसान होगा.

वृष राशि:- कार्यस्थल पर जो लोग आप को पसंद नहीं करते थे, वे आप के कार्यों की तारीफ़ करेंगे. कार्य पूर्ण करने के लिए किसी की मदद लेना होगी. बिना पूछे अपनी राय न दें.

मिथुन राशि:- तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, बेहतर होगा कहीं घुमने चले जायें. आप के अपनों को आप की जरूरत है. मोज-मस्ती पर खर्च होगा. पिता के व्यवहार में परिवर्तन से चिंतित रहेंगे.

कर्क राशि:- अकारण किसी विवाद में फंस सकते हैं. मानसिकता को बदलने की बहुद जरूरत है. उन्नति में बाधा आयेगी. कोई खुशखबरी सुन सकते हैं. यात्रा सुखद रहेगी.

सिंह राशि:- नौकरी बदलने का मन   बना चुके हैं. किसी की सिफारिश से कार्य हो सकता हैं. संचित धन का निवेश लाभप्रद रहेगा. किसी के बहकावे में आने से रिश्ते कमजोर होंगे. संतान सुख की प्राप्ति संभव है.

कन्या राशि:- दिन की शुरुआत में मन उदास रहेगा. किसी विषय को समझने की जिज्ञासा रहेगी. अपने अधिनस्तों के किये कार्यों की सराहना करें, लाभ होगा.

तुला राशि:- विवादित मामलों में विजय प्राप्त होगी. कुछ नया सिखने को मिलेगा. जिंदगी से जुड़ी निजी बातें आज सामने आ सकती है. नौकरी में उत्साह की कमी रहेगी.

वृश्चिक राशि:- प्रतियोगिता में सफल होंगे. जीवन साथी के साथ मतभेद संभव है. अपने कार्य के प्रति ईमानदार रहें. मनचाहा जवाब न मिलने से निराश रहेंगे.

धनु राशि:- नकारात्मक सोच बनेगी. स्वयं अपने आप पर से नियंत्रण खो देंगे. मित्रों से मतभेद हो सकते है. कार्यस्थल पर जनहानि के योग हैं. इष्टबल मजबूत करें.

मकर राशि:- अपने प्रोफेशन से आप न खुश हैं, समय के साथ स्थिति आप के अनुकूल बनेगी. जीवनसाथी का व्यवहार मनोबल बढ़ायेगा. कर्ज लेने की स्थिति निर्मित हो सकती है.

कुम्भ राशि:- जरूरत मंद लोगों की मदद करें. मांगलिक कार्यक्रमों की रूप रेखा बनेगी. राजनेतिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे. पैसों का लेन देन संभव है. खान-पान पर ध्यान दें. स्वास्थ बिगड़ सकता है.

मीन राशि:- घरेलू कार्यों में व्यस्त रहेंगे. विद्यार्थी परिणामों को लेकर चिंतित रहेंगे. मेहमानों का आगमान हो सकता है. जमीन जायदाद के मसले निपटेंगे. धन कमाने की चाह में कोई गलत फैसले न लें

* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453   

* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

- शुक्रवार का चौघडिय़ा -

दिन का चौघडिय़ा      रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- चर                   पहला- रोग
दूसरा- लाभ                 दूसरा- काल
तीसरा- अमृत              तीसरा- लाभ
चौथा- काल                चौथा- उद्वेग
पांचवां- शुभ                 पांचवां- शुभ
छठा- रोग                    छठा- अमृत
सातवां- उद्वेग             सातवां- चर
आठवां- चर                 आठवां- रोग

* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

पंचांग 
शुक्रवार,  2 जुलाई, 2021
शक सम्वत 1943   प्लव
विक्रम सम्वत 2078
काली सम्वत 5123
दिन काल 13:56:08
मास आषाढ
तिथि अष्टमी - 15:31:08 तक
नक्षत्र रेवती - पूर्ण रात्रि तक
करण कौलव - 15:31:08 तक, तैतिल - 28:28:20 तक
पक्ष कृष्ण
योग शोभन - 10:51:44 तक
सूर्योदय 05:26:52
सूर्यास्त 19:23:01
चन्द्र राशि मीन
चन्द्रोदय 24:52:00
चन्द्रास्त 12:46:00
ऋतु वर्षा
अभिजित मुहूर्त 11:47 ए एम से 12:41 पी एम
अग्निवास पाताल - 03:28 पी एम तक , पृथ्वी
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास उत्तर
राहु वास दक्षिण-पूर्व

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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