पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में जिला अस्पताल विक्टोरिया में पदस्थ आरएमओ संजय जैन को विकलांग प्रमाणपत्र बनाने के लिए पांच हजार रुपए मांगने के आरोप में आज हटा दिया है. उनके खिलाफ जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. श्री जैन के स्थान पर अब डाक्टर पंकज ग्रोवर को आरएमओ बनाया गया है.
बताया गया है कि उखरी निवासी सत्यजीत यादव के भाई अभिजीत दोनों पैर व रीढ़ की हड्डी की बीमारी से पीडि़त है, जिसके चलते वह विकलांग की श्रेणी में आता है, नवम्बर 2020 में पिता के निधन के कारण पारिवारिक पेशंन के लिए अभिजीत को विकलांग सार्टिफिकेट की जरुरत पड़ी, जिसके चलते वह 16 जून को आरएमओ डाक्टर संजय जैन से मिला, डाक्टर जैन ने उन्हे एक कर्मचारी से मिलवाया, इसके बाद उक्त युवक ने डाक्टर का लैपटॉप उठाया और पुरानी ओपीडी के रास्ते पीछे गया, विकलांग अभिजीत भी पीछे पीछे चला गया, उसने एक व्यक्ति से मिलवाते हुए कहा कि विकलांग प्रमाण पत्र के बदले पांच हजार रुपए देना होगा, डाक्टर साहब स्वयं रुपए नहीं मांगेगेें.
विकलांग ने जब रुपया देने से मना किया तो कहा गया आप डाक्टर साहब से स्वयं बात कर लो, जब डाक्टर संजय जैन से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होने फोन नहीं उठाया, जब कुछ लोगों से फोन कराया तो फार्म भरवाया और कहा गया कि जुलाई-अगस्त में आकर पता कर लेना, जबकि पांच हजार रुपए दिए जाने पर तत्काल विकलांग सार्टिफिकेट बनाने के लिए तैयार रहे, इस मामले की शिकायत सीएमएचओ डाक्टर रत्नेश कुररिया से की गई तो उन्होने आरएमओ संजय जैन को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए है, उन्होने तीन सदस्यीय समिति का गठन करते हुए तीन दिन में जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है. इसके बाद डाक्टर पंकज ग्रोवर को आरएमओ का प्रभार सौपा गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के जबलपुर में भारी वाहन के कुचलने से युवक की मौत
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