राजस्थान सरकार गांवों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में जुटी, बड़े स्तर पर शुरू होगा जन जागरण अभियान

राजस्थान सरकार गांवों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में जुटी, बड़े स्तर पर शुरू होगा जन जागरण अभियान

प्रेषित समय :18:23:17 PM / Wed, May 12th, 2021

जयपुर. राजस्थान प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में शहरों के साथ-साथ गांवों में भी कोरोना के बढ़ते मरीजों ने सरकार की परेशानी बढ़ा दी है. गांवों में बढ़ रहे संक्रमण को लेकर चिंतित गहलोत सरकार ने जहां हाल ही में विधायकों के साथ-साथ पंचायत राज के जनप्रतिनिधियों की वर्चुअल बैठक ली थी तो अब सरकार गांवों में कोरोना की रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर जन जागरण अभियान शुरू करने जा रही है.

सूत्रों की माने तो जन जागरण अभियान को लेकर सरकार में रोडमैप तैयार हो चुका है और एक या 2 दिन में सरकार गावों में जन जागरण अभियान शुरू करने की घोषणा कर सकती है. वहीं दूसरी ओर गांव में कोरोना जनजागरण का टास्क विधायकों और पंचायत राज के जनप्रतिनिधियों को दिया जाएगा. विधाय़कों, जिला प्रमुख, प्रधान उप प्रधान सरपंच और वार्ड पंचों को गांव-गांव ढाणी-ढाणी में जन जागरण अभियान का टास्क दिया जाएगा.

इस अभियान के तहत गांव में लोगों को कोरोना महामारी के प्रति जागरूक करने और उन्हें सरकार की ओर से जारी कोविड गाड़ी लाइन के दिशा निर्देशों की पालना की जानकारी दी जाएगी. बताया जाता है कि विधायक और पंचायत राज के जनप्रतिनिधि गांवों में लोगों को मास्क और सैनिटाइजर भी वितरित करेंगे. साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने और बार-बार हाथ दोने की अपील भी करेंगे. इसके साथ ही गांवों में लोगों से एक जगह एकत्रित नहीं होने की अपील भी की जाएगी.

जन जागरण अभियान में वैक्सीनेशन पर जोर

वहीं गांवों में कोरोना पर काबू पाने के लिए शुरू किए जाने वाले जन जागरण अभियान के दौरान सरकार का गांवों में कोरोना वैक्सीन लगाने पर जोर रहेगा. इसके लिए हर पंचायत स्तर पर कोरोना वैक्सीनेशन कैंप आयोजित किए जाएंगे जिसमें ज्यादा से ज्यादा गांवों में 18 साल से अधिक उम्र के युवाओं के वैक्सीनेशन किया जाएगा.

गांवों में शादी-विवाह बने सुपर स्प्रेडर

दरअसल बीते साल कोरोना की पहली लहर में जहां गांवों में नहीं के बराबर संक्रमित मरीज सामने आए थे लेकिन इस बार कुल संक्रमित मरीजों के 30 फीसदी मरीज अकेले गांवों से सामने आ रहे हैं. इसकी एक वजह गांवों में शादी विवाह और कुंभ से आए लोगों को माना जा रहा है. गांवों में शादी-विवाह सुपर स्प्रेडर की भूमिका निभा रहे हैं जिसके बाद सरकार को शादियों को रोकने और मेहमानों की संख्या सीमित करने जैसे सख्त कदम भी उठाने पड़े हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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