सेहतमंद रहने के लिए मोटापे पर कंट्रोल रखना बहुत जरूरी है क्योंकि मोटापा कई बीमारियों को न्योता देता है. वजन कंट्रोल में रखने के लिए लोग कई तरह की तरीके आजमाते हैं. इसे नियंत्रित रखने के लिए वर्कआउट के साथ-संतुलित डाइट अहम रोल निभाती है. ज्यादातर लोग वजन घटाने के चक्कर में डाइटिंग का सहारा लेते हैं. डाइटिंग जिससे आपका वजन तो शायद तेजी से कम हो जाए लेकिन इसके साइड इफैक्ट्स भी हैं जो शरीर पर बुरा असर डालते हैं.

क्रैश डाइटिंग की ओर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि डाइट प्लान के तहत रोजाना ली जाने वाली कैलोरी की मात्रा कम कर दी जाती है ताकि कम समय में ज्यादा वजन घट जाए लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, क्रैश डाइटिंग में फैट के साथ साथ मसल्स व टिश्यूज भी नष्ट हो जाते हैं. इसे बनने व मरम्मत होने में काफी समय लगता है. शरीर अंदरुनी कमजोरी महसूस करता है.

क्रैश डाइटिंग के नुकसान

-क्रैश डाइटिंग करने के कई साइड इफैक्ट्स भी हैं जो आपकी बॉडी को कई तरह के नुकसान पहुंचा सकती है. एन.एच.एस हॉस्पिटल की डाइटिशियन करनदीप कौर के मुताबिक,  वजन घटाने के लिए प्रति माह औसतन 3 से 4 किलोग्राम का ही लक्ष्य रखें. क्रैश डाइटिंग वजन तो तेजी से घटाती है लेकिन इसके बहुत सारे नुकसान भी हैं.

-रिसर्च स्टडी के मुताबिक, तेजी से एकदम वजन कम करने से मेटाबॉलिज्म का स्तर कम हो जाता है. भविष्य में फिर से वजन तेजी से बढ़ने की संम्भावना रहती है.

-शरीर में कई षोषक तत्वों की कमी होने लगती हैं. इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है क्योंकि लंबा समय तक भूखा रहने से शरीर को एनर्जी व न्यूट्रिशन नहीं मिल पाते.

-निर्जलीकरण, दिल की धड़कन, और हृदय पर तनाव  आदि समस्या का खतरा बना रहता है.

-क्रैश डाइटिंग के दौरान ब्लोटिंग, कब्ज, पेट फूलना या दस्त होना जैसी पाचन संबंधी समस्याएं आम है जो लगभग हर व्यक्ति को वजन घटाने की प्रक्रिया के दौरान झेलनी पड़ती है. साइकॉलोजी कारण जैसे कुछ लोग मानसिक तनाव भी महसूस करते हैं.

कैसा होना चाहिए आपका डाइट प्लान?

हैल्दी और फिट रहने के लिए आपका संतुलित आहार खाना बहुत जरूरी है जिसमें ऊर्जा, प्रोटीन, विटामिन, खनिज फाइबर जैसे जरूरी पौष्टिक तत्व पर्याप्त मात्रा में हो. हैल्दी आहारों को आप हर मील के हिसाब से चार हिस्सों में बांट सकते हैं.

-अनाज, बाजरा और दालें

- फल और सब्जियां

-दूध और पशु खाद्य पदार्थ

-नट और बीज

औरतें कैसे रख सकती हैं वजन पर कंट्रोल?

● ज्यादा प्रोटीन आहार लें.

● भरपूर पानी पीएं.

● अधिक मात्रा तला भूना खाना, देसी घी, मक्खन और कुकिंग ऑयल व हाइड्रोजनीकृत वसा लेने से परहेज करें.

● मैदे से बनी चीजें खाने बचें.

● कम वसा वाला दूध व उससे बने उत्पादनों का सेवन करें.

● मीठे आहार व ड्रिंक्स से परहेज रखें.

● जल्दबाजी नहीं, आराम से समय लगाकर खाएं.

● फिजिकल एक्टिविटी के लिए योग व एक्सरसाइज करें.

आयुर्वेदिक नुस्खे वजन घटाने में बेहद कारगार

आयुर्वेद जिन तीन महत्वपूर्ण बिंदु (दोष) पर आधारित है. उसे वात, पित और कफ कहते हैं. हमारा शरीर इन्हीं तीन कारकों पर पूरी तरह आधारित होता है. यदि शरीर के अंदर इनमें से किसी एक की भी कमी या अधिकता होती है तो स्वास्थ्य का संतुलन गड़बड़ा जाता है और आप बीमार पड़ जाते हैं. रिसर्च स्टडी के अनुसार, आयुर्वेदिक में इन तीन बिंदुओं के आधार पर आहार खाकर वजन को नियंत्रित किया जा सकता है.

डाइटिंग की वजह महिलाओं के झड़ने लगते हैं बाल

- न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर ज्यादा उम्र के लोग खासकर महिलाएं डाइटिंग करें तो उनका बहुत ज्यादा वजन एकदम गिर सकता है. इम्यून सिस्टम व हड्डियों पर बुरा असर पड़ता है. मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होने लगती है.

- डाइटिंग के दौरान कैलोरी का सेवन बहुत कम हो जाता है. शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता. इसी के चलते बाल झड़ने, बेजान और कमज़ोर भी हो जाते हैं इसलिए डाइटिंग के समय ध्यान रखें कि प्रोटीन और कैलोरी की मात्रा को पर्याप्त रखें.