कोटा. गाड़ी संख्या 09146 निजामुददीन-केवडिय़ा एक्सप्रेस के रेगूलर ट्रिप के प्रथम बार कोटा आगमन पर कोटा रनिंग स्टाफ को वर्किंग मिलने पर हर्ष मनाते हुये वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाईज यूनियन ने गाड़ी लेकर आने वाले गार्ड एवं लेकर जाने वाले गार्ड का भव्य स्वागत किया.

लोको शाखा अध्यक्ष नरेश मालव ने बताया कि गाड़ी संख्या 09146 निजामुद्दीन केवडिय़ा एक्सप्रेस के उद्घाटन ट्रिप पर लोको पायलेट तो कोटा के वर्किंग करके आये थे लेकिन निजामुद्दीन में कोटा गार्ड को वर्किंग नहीं दिया गया था. जिससे कोटा के गार्ड साथियों में आक्रोश था.

गत 18 जनवरी सोमवार को कोटा मुख्यालय कें गार्डों ने यूनियन के महामंत्री कॉम मुकेश गालव से मिल कर यह वर्किंग कोटा मुख्यालय के गार्ड को दिलवाने की मांग रखी और तुरन्त ही सबकी उपस्थित में मुकेश गालव ने सीपीटीएम और सीओएम जबलपुर तथा जी एम नॉदर्न रेलवे से बात कर गाड़ी की प्रथम रेगुलर ट्रिप में कोटा क्रू के साथ गार्ड का भी वर्किंग सुनिश्चित करवाने हेतु आदेश करवाए. साथ ही डीआरएम कोटा और वरि.मंडल परिचालन प्रबंध कोटा को वार्ता कर स्पष्ट किया कि यदि निजामुद्दीन से अब फिर गार्ड को नहीं चढऩे दिया तो यूनियन कोटा मंडल में गाड़ी प्रवेश करने के बाद भरतपुर से अपना गार्ड चेंज करवाएगी. साथ ही कोटा रनिंग रूम में ठहरे निजामुद्दीन के गार्ड को तुरंत रिलीव करवाया.

यूनियन की सीधी चेतावनी से प्रशासन हरकत में आया और आज सुबह से ही कोटा गार्ड को वर्किग करवाने हेतु समुचित प्रबंध हुए तथा गार्ड साथियों के यूनियन में विश्वास एवं सतत प्रयास से कोटा मुख्यालय के गार्ड भावनदास इस गाड़ी को वर्क करते हुये कोटा आये जहां पर यूनियन के कोषाध्यक्ष इरशाद के नेतृत्व में रनिंग स्टाफ ने उनका एवं यहां से रतलाम इस गाड़ी को लेकर जाने वाले गार्ड हेमन्त शर्मा का भव्य स्वागत किया. सम्पूर्ण स्टेशन परिसर में गगनभेदी नारों के साथ यूनियन की लीडरशीप का आभार व्यक्त करते हुये गाड़ी का वर्किंग मिलने पर जश्न मनाया गया. इस अवसर पर मनजीत सिंह बग्गा, गया प्रसाद, संजय चौहान, आई.डी. दुबे, चेतराम, घासीलाल मीणा, धर्मेन्द्र चैधरी, लोकेन्द्र चाहर, दीपेश ढाका, मनोज कुमावत, संजीव शर्मा, अजय त्रिवेदी, रघुवीर, राजकुमार मीणा, दिलखुश नागर, अशोक प्रसाद, मस्त राम, वाई.के.शर्मा, डीआर परिहार, गौरव कश्यप, पंकज टटवाल, तुलसी, शेख जफर मोहम्मद, उदय प्रकाश मीणा सहित सैंकड़ों रेलकर्मचारी मौजूद रहे.