नई दिल्ली. आज सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 549.49 अंक यानी 1.11 फीसदी की गिरावट के साथ 49034.67 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 161.90 अंक (1.11 फीसदी) की गिरावट के साथ 14433.70 के स्तर पर बंद हुआ. 

पिछले सप्ताह सेंसेक्स 913.53 अंक यानी 1.90 फीसदी मजूत हुआ जबकि निफ्टी में 328.75 अंक यानी 2.34 फीसदी की तेजी आई. केंद्रीय बजट से पहले निवेशक निवेश को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि ज्यादातर मार्केट विश्लेषकों के अनुसार, कोरोना के चलते इस बार का बजट उम्मीद के मुताबिक नहीं होगा. इसलिए बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है.

वैश्विक बाजारों में सुस्ती

अमेरिका में नए राहत पैकेज का असर विश्व भर के बाजारों में देखने को मिला. एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स 0.68 फीसदी नीचे बंद हुआ है. दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 2.09 फीसदी नीचे और चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स सपाट बंद हुआ था.

जबकि, हांगकांग के हेंगसेंग इंडेक्स में 0.41 फीसदी की बढ़त रही. कल अमेरिकी बाजारों में भी डाओ जोंस 69 अंक नीचे बंद हुआ था और नैस्डैक 0.12 फीसदी और स्&क्क 500 इंडेक्स 0.38 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए थे.

जीडीपी से अधिक हुआ शेयर बाजार में लिस्ट कंपनियों का मार्केट कैप

एक दशक से भी ज्यादा समय बाद ऐसा हुआ है जब शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण देश की जीडीपी से भी अधिक हो गया. इससे पहले साल 2007 में ऐसा देखने को मिला था, जब कंपनियों की बाजार हसियत देश की सकल घरेलू उत्पाद के 100 फीसदी से अधिक हो गई थी. नेशनल स्टैटेस्टिक ऑफिस के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में देश की जीडीपी 195 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों के कुल मार्केट कैप से कम है. 14 जनवरी 2021 को मार्केट कैप 197 लाख करोड़ रुपये रहा था, यानी देश की जीडीपी कुल मार्केट कैप की तुलना में 99 फीसदी है.