नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राज्य में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के अंदर नेताओं के पार्टी छोड़ने का दौर जारी है.

राज्‍य में खबर आ रही है क‍ि मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी की बेहद करीबी रहीं टीएमसी सांसद शताब्‍दी रॉय उनका साथ छोड़ सकती हैं. शताब्‍दी रॉय के बहुत जल्‍द बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. शताब्दी रॉय साल 2009 से बीरभूम से सांसद हैं. बताया जा रहा है शताब्दी रॉय के बीजेपी में जानें की अटकलें उनके समर्थकों के फेसबुक पोस्ट से लगाए जा रहे हैं.

अभिनेत्री से नेता बनीं रॉय ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, मुझसे लोग पूछ रहे हैं कि मैं पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में क्यों नहीं दिख रही हूं. मुझे अपने लोगों के साथ रहना पसंद है. लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो नहीं चाहते कि मैं आप सबके साथ रहूं. अक्सर मुझे कार्यक्रमों के बारे में सूचित नहीं किया जाता है, मैं क्या कर सकती हूं?

टीएमसी सांसद ने मतदाताओं के नाम संदेश में लिखा कि उन्हें पार्टी के कुछ लोगों द्वारा नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है. शताब्दी रॉय फैन क्लब नाम के फेसबुक अकाउंट पर अपलोड किए गए पोस्ट में उन्होंने कहा कि अगर मैं कोई निर्णय लेती हूं तो मैं इसे 16 जनवरी को दो बजे घोषित करूंगी. मैं काम करने की पूरी कोशिश करती हूं, यहां तक कि दुश्मन भी इसे स्वीकार करते हैं. इसलिए इस नए साल में मैं एक निर्णय लेने की कोशिश में हूं, ताकि मैं आपके साथ पूरी तरह से रह सकूं.

टीएमसी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, बीरभूम की सांसद को 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद जिले के पार्टी कार्यक्रमों में कभी-कभार ही देखा गया है. लोगों ने उन्हें आखिरी बार 28 दिसंबर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बीरभूम यात्रा के दौरान देखा था. मुख्यमंत्री ने रैली में रॉय को काफी महत्व दिया था और रैली में कई बार उनका नाम लिया था, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि रॉय के सत्तारूढ़ पार्टी के साथ लंबे समय से अच्छे रिश्ते नहीं हैं. वहीं स्थानीय नेता भी उनसे नाराज हैं.