जयपुर. राजस्थान में बुधवार को 443 और पक्षियों की मौत हो गई. राज्य के 33 जिलों में से 16 जिले बर्ड फ्लू संक्रमण से प्रभावित है. जांच के लिए भेजे गए 251 नमूनों में से 62 नमूनों में संक्रमण पाया गया है. पशुपालन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को 296 कौए, 34 कबूतर, 16 मौर और 97 अन्य पक्षियों की मौत हो गई. रिपोर्ट के मुताबिक 25 दिसंबर से अब तक राज्य में 4,390 पक्षियों की मौत हो चुकी है.

विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के पोल्ट्री फार्म बर्ड फ्लू संक्रमण से अब तक सुरक्षित है. पिछले कुछ दिनों में विभाग ने कोटा, बूंदी और झालावाड़़ पोल्ट्री फार्म के नमूनों को जांच लिए भेजा था और रिपोर्ट में नमूनों में संक्रमण नहीं पाया गया. उदयपुर जिला भी सुरक्षित है क्योंकि वहां अभी तक मृत पक्षी नहीं पाए गए हैं.

केंद्र ने मंगलवार को कहा कि उसने बर्ड फ्लू के सिलसिले में जांच नियमों को लेकर राज्यों को परामर्श जारी किया है और उनसे पक्षियों का मारने के लिए पीपीई किट और अन्य जरूरी उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक बनाये रखने को भी कहा है.

अभी तक दस राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों- दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, केरल , राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. इसके अलावा केंद्र सरकार ने कहा कि अब तक 10 राज्यों में बर्ड फ्लू प्रकोप की पुष्टि हो चुकी है.

सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए तमाम कदम उठाने के बीच राज्यों से मुर्गा मंडियों को बंद नहीं करने अथवा कुक्कुट उत्पादों की बिक्री प्रतिबंधित नहीं करने को भी कहा क्योंकि मानव में बर्ड फ्लू संचरण की कोई वैज्ञानिक रिपोर्ट सामने नहीं आई है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने दुकानों और रेस्तराओं के पोल्ट्री या प्रसंस्कृत 'चिकन' बेचने तथा रखने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी. निगम के पशु चिकित्सा सेवा विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि ग्राहकों को अंडा आधारित व्यंजन या पोल्ट्री मांस तथा अन्य संबंधित उत्पाद परोसे जाने पर रेस्तराओं और होटलों के मालिकों को कार्रवाई का सामना करना होगा.