जो भी लोग थोड़ा बहुत ज्योतिष के संपर्क में रहते हैं उन सभी लोगों को लगता है कि जन्म कुंडली या लग्न कुंडली में जितने ज्यादा राजयोग होंगें जीवन उतना ही ज्यादा खुशहाल और वैभवशाली होगा और यदि कुंडली में कोई राजयोग नहीं होगा तो जीवन फटेहाल ही रहेगा

ऐसे लोगों को मैं यह बताना और स्पष्ट करना चाहता हूँ कि जिनकी कुंडली में ऐसी स्थिति है अर्थात राजयोग है वे ज्यादा ग़लतफ़हमी या ख़ुशी में ना रहें और जिनकी कुंडली में कोई भी राजयोग नहीं है वे ज्यादा दुखी और भ्रम में ना रहें,

क्योंकि मैंने अपने लम्बे ज्योतिषीय जीवन में यह पाया और देखा है कि अधिकांशतः राजयोग वाले लोग ज्यादा कष्ट में रहते हैं और बिना राजयोग वाले लोगों की जिंदगी मौज में कट रही होती है,

उदहारण स्वरुप यदि एक रिक्शा चालक के बेटे की कुंडली में यदि राजयोग है तो वह अपने जीवन में ऑटो रिक्शा चलाने लग जाएगा,
यह भी एक प्रकार का राजयोग है अर्थात जो व्यक्ति जिस परिवेश में जन्म लेता है और अपने जीवन में वह उस स्तर से ऊपर पहुँच जाता है तो यह भी एक प्रकार का राजयोग हुआ

क्योंकि जीवन कैसा होगा अर्थात व्यक्ति कहाँ तक पहुँच सकता है इसका असली आंकलन तो व्यक्ति की नवमांश कुंडली से ही हो पाता है लेकिन इसमें ज्योतिषीय दृष्टिकोण से व्यक्ति की दिशा और दशा कई अन्य बातों पर भी निर्भर करती है,
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इसलिए यदि आपको भी कुंडली में किसी राजयोग को लेकर कोई भ्रम है तो इस सम्बन्ध में और अधिक स्पष्टता के लिए समय रहते किसी ज्ञानी एवं अनुभवी ज्योतिषी से ही परामर्श प्राप्त करने का ईमानदारी से प्रयास करें,

किसी भी प्रकार की समस्या समाधान के लिए आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) जी से सीधे संपर्क करें - 9131366453