सर्दी के मौसम में आम तौर पर सर्दियों में चलने वाली हवा से श्वसन तंत्र के संक्रमण अधिक सक्रिय हो जाते हैं. वह जल्दी आक्रमण करते हैं. गला सूखना किसी मामूली समस्या का संकेत हो सकता है. लेकिन कुछ मामलों में डॉक्टर को दिखा लेना जरूरी होता है. डॉक्टर बताते हैं कि यह समस्या किन कारणों से होती है. साथ ही ये जीवन शैली में बदलाव जैसे शराब, चाय, कॉफी, धूम्रपान आदि को छोड़ने की सलाह भी देते हैं. आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे की गला सूखना क्या है? इसके लक्षण, कारण और बचाव क्या हैं? पढ़ते हैं आगे...

क्यों सूखता है गला?

अक्सर गले में दर्द, शरीर में पानी की कमी या गले में किसी प्रकार की एलर्जी के कारण यह स्थिति पैदा होती है. वैसे तो यह एक आम समस्या है जो सर्दियों के मौसम में देखी जाती है लेकिन शरीर को इसके कारण काफी परेशानी महसूस होती हैं. आमतौर पर इसके लक्षण भी ज्यादा समय तक शरीर में नहीं रहते.

गला सूखने के लक्षण

आमतौर पर जिन लोगों का गला सूखता है वह काफी परेशान और दर्द में होते हैं. ऐसे में इसके कारण कई समस्याएं होने लगती है जो निम्न प्रकार हैं-

1- बुखार आ जाना
2- सांस लेने में परेशानी होना
3- सुस्ती महसूस करना
4- ठंड महसूस करना
5- मांसपेशियों में कमजोरी आ जाना
6- शरीर में दर्द होना
7- गला बैठना
8- सीने में जलन महसूस करना
9- उल्टी आना
10-सूखी खांसी होना
11- गले में दर्द होना
12- खाना निगलने में परेशानी महसूस करना
13- गले में टॉन्सिल या सफेद दाग का बनना.

जैसे कि हमने पहले भी बताया यह परेशानी आम होती है लेकिन अगर गले में सूखापन के साथ जीभ पर सफेद दाग बन जाएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. क्योंकि यह समस्या बिना इलाज के ठीक नहीं हो पाती. इसके अलावा बुखार आने पर, बलगम में खून आने पर या गले में किसी प्रकार की गांठ महसूस करने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. अगर आप को निगलने में परेशानी हो रही है या सांस लेने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं तब भी आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं.

गला सूखने के कारण
निम्न कारणों से गला सूख सकता है-

एलर्जी होने पर- गला सूखने की आम वजहों में मौसमी एलर्जी और परागज बुखार एक कारण होता है जो इस प्रकार की स्थिति पैदा कर सकता है.

शरीर में पानी की कमी होने पर- शरीर में पानी की कमी होने यानी शरीर के डिहाइड्रेशन होने के कारण भी गले में दर्द और गले में सूखापन महसूस होता है. यदि आपको कभी महसूस हो कि आपका गला सूख रहा है तो समझ जाए कि आपके शरीर में पानी की कमी हो गई है.

जुकाम होने पर- जुकाम जो किस वायरस इंफेक्शन से होता है इसके कारण कुछ लोगों को गले में सूखापन आ जाता है.

खुले मुंह से सांस लेने पर- कुछ लोगों की आदत होती है कि वह खुले मुंह के साथ सोते हैं, जिसके कारण भी गले में सूखापन आने लगता है. जब रात को मुंह खोल कर सोएंगे तो सुबह उठने पर गला सूखा महसूस होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि रात भर बाहर की हवा गले और मुंह में लार को सुखा देती है.

मोनोन्यूक्लियोसिस- कुछ लोगों को इस बीमारी के बारे में नहीं पता. लेकिन बता दें कि गला सूखने के पीछे मोनोन्यूक्लियोसिस भी एक वजह हो सकती है. यह रोग वायरस के कारण होता है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में लार के जरिए पहुंच जाता है इसका मुख्य लक्षण गला सूखना है.

एसिड रिफ्लक्स- एसिड रिफ्लक्स के कारण भी गला सूख सकता है. इस स्थिति में पेट में मौजूद एसिड भोजन नली में पहुंच जाता है, जिसके कारण जलन महसूस होती है और गलत सुखा हो जाता है.

टॉन्सिलाइटिस- जब टॉन्सिल में संक्रमण हो जाता है तो ये स्थिति टॉन्सिलाइटिस पैदा कर देती है. यह बैक्टीरिया वायरस दोनों के कारण भी हो सकती है. इसके कारण भी गला सूखने की समस्या पैदा हो सकती है.

गला सूखने का खतरा कब बढ़ता है-
1- बार बार उल्टी आने पर
2- खांसी आने पर
3- अधिक चिल्लाने पर
4- बार-बार गला साफ करने की आदत पर
5- तंबाकू के सेवन पर
6- विषैले केमिकल के संपर्क में आने पर

गला सूखने से बचाव

1- तंबाकू, सिगरेट आदि की आदत छोड़ें. क्योंकि कई बार धूम्रपान से गले की समस्याएं गंभीर रूप ले लेती हैं.
2- ज्यादा मसालेदार और अधिक वसा वाले आहार के साथ कैफीन के कारण भी समस्या हो सकती है.
3- शरीर के वजन को सामान्य रखें क्योंकि अधिक वजन से पेट पर दबाव पड़ता है और पेट का एसिड भोजन की नली में एकत्रित हो जाता है. ऐसे में इस स्थिति में सीने में जलन, गला सूखने जैसे लक्षण सामने आते हैं.
4- ध्यान दें कि जब भी भोजन करें तो थोड़ी-थोड़ी मात्रा में और थोड़ी-थोड़ी देर पर खाएं. एक साथ भोजन करने से एसिड रिफ्लक्स होता है.