मुम्बई. बीते सप्ताह रिकार्ड स्तर पर बंद होने वाले घरेलू शेयर बाजार पर आगामी सप्ताह  आर्थिक आंकड़ों, कंपनियों के तिमाही परिणाम और 16 जनवरी को कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किये जाने की घोषणा के अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों के रूझान और वैश्विक परिदृश्य का असर रहेगा. बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स  913.53 अंक की तेज छलांग लगाकर 48,782.51 अंक पर तथा निफ्टी 328.75 अंक की साप्ताहिक बढ़त के साथ 14,347.25 अंक पर बंद हुआ.

यह दोनों प्रमुख सूचकांकों का ऐतिहासिक उच्चतम स्तर है. दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा निवेशक छोटी और मंझोली कंपनियों पर गत सप्ताह अधिक मेहरबान रहे. आलोच्य सप्ताह के दौरान बीएसई का मिडकैप 5.2 प्रतिशत चढ़कर पहली बार 19 हजार अंक से ऊपर 19,138.72 अंक पर और स्मॉलकैप 3.8 प्रतिशत की मजबूती के साथ 18,908.59 अंक पर बंद हुआ. बाजार विश्लेषकों के मुताबिक आगामी सप्ताह कई कंपनियों के तिमाही परिणाम जारी होने वाले हैं और निवेशकों की नजर इस पर बनी रहेगी.

आईटी कंपनी टीसीएस ने गत सप्ताह परिणाम जारी किया है और इसका प्रभाव भी सोमवार को बाजार पर दिखेगा. अगले सप्ताह कई अन्य दिग्गज कंपनियों जैसे इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजी और एचडीएफसी बैँक के परिणाम जारी होने हैं. इनके अलावा अगले सप्ताह औद्योगिक उत्पादन और विनिर्माण के आंकड़े, दिसंबर का खुदरा मूल्य सूचकांक तथा थोक मूल्य सूचकांक जारी होना है, जिससे निवेश धारणा प्रभावित होगी.

विश्लेषकों का कहना है कि 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू करने की केंद्र सरकार की घोषणा का असर भी अगले सप्ताह बाजार खुलने पर दिखेगा. आमतौर पर अगले सप्ताह भी बाजार में सकारात्मकता बने रहने की उम्मीद है. विदेशी संस्थागत निवेशक भी लिवाल बने हुए  हैं और वैश्विक परिदृश्य का असर भी शेयर बाजार पर रहेगा.