नई दिल्ली. अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर अकाउंट स्थायी रूप से निलंबित किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया में सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले एक्टिव राजनेता बन गए हैं. बता दें ट्विटर ने घोषणा की है कि उसने हिंसा के और उकसावे के जोखिम के चलते ट्रंप का अकाउंट स्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. चार दिन पहले ही ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग में घुसकर हिंसा की थी जिसमें एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्तमान में 64.7 मिलियन फॉलोअर्स हैं, जबकि अकाउंट सस्पेंड होने से पहले ट्रंप के 88.7 मिलियन फॉलोअर्स थे. हालांकि अभी भी सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा फॉलो किये जाने वाले नेता पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा  हैं जिनके 127.9 मिलियन फॉलोअर्स हैं. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन  के 23.3 मिलियन फॉलोअर्स हैं. वहीं भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फिलहाल 24.2 मिलियन फॉलोअर्स हैं, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 21.2 मिलियन फॉलोअर्स हैं.

ट्रंप के इस ट्वीट के बाद सस्पेंड किया गया अकाउंट

कैलिफोर्निया से संचालित सोशल मीडिया कंपनी का यह अभूतपूर्व कदम ट्रंप के इस ट्वीट के बाद सामने आया कि वह 20 जनवरी को अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत नहीं करेंगे. ट्विटर ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट से हाल ही में किये गये ट्वीट की गहन समीक्षा के बाद और विशेष रूप से ट्विटर पर तथा उसके बाहर की जा रही उनकी व्याख्या के संदर्भ को देखते हुए हमने आगे और हिंसा के जोखिम के मद्देनजर अकाउंट को स्थायी रूप से निलंबित कर दिया है.

कैपिटल बिल्डिंग में हुआ था हंगामा

अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक बुधवार को कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए थे और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल भी हुए हैं. घटना के समय तीन नवम्बर को हुए चुनाव में जो बाइडन की जीत पर मुहर लगाने की संवैधानिक प्रक्रिया चल रही थी.

घटना के तुरंत बाद ट्विटर ने ट्रंप का अकाउंट 12 घंटे के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया था. फेसबुक पहले ही ट्रंप का फेसबुक अकाउंट निलंबित कर चुका है और इंस्ट्राग्राम अकाउंट बाइडन के शपथ लेने तक के लिए बंद किया जा चुका है. इस सप्ताह की शुरुआत में यूट्यूब ने भी ट्रंप की रैलियों के कई वीडियो हटाए थे, जिनमें उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया.