नई दिल्ली. चीन में फंसे 23 नाविकों की भारत वापसी हो रही है. केंद्र सरकार में मंत्री मनसुख मांडविया ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि  एमवी जग आनंद 23 भारतीय चालक दल के साथ चीन में फंसा हुआ है. अब वे जापान के जिबा की ओर रवाना हो रहे हैं. 14 जनवरी को सभी वहां पहुंचेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व के कारण हो सका है.

उन्होंने संकट के समय में भारतीय दल का साथ देने के लिए ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी की भी सराहना की है. उन्होंने कहा कि 14 जनवरी को ये सभी जापान के चिबा पोर्ट पहुंचेंगे.

कोविड प्रोटोकॉल से संबंधित उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद, वे वापस भारत के लिए उड़ान भरेंगे.

आपको बता दें कि इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन भारतीय नाविकों को छुड़ाने का आग्रह किया था जो महीनों से चीनी पानी में फंसे हुए हैं. चौधरी ने कहा था, भारतीय नाविकों को मालवाहक जहाजों पर सवार चीनी तट पर फंसे भारतीय नाविकों, जिन्हें एमवी अनास्तासिया और एमवी जग आनंद से दूर रखा गया है, को वापस लाने का प्रयास किया जाना चाहिए.

बंदरगाहों, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंत्रिमंडल की ब्रीफिंग के दौरान पिछले सात महीनों से चीन में फंसे नाविकों के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा था, इसके लिए कूटनीतिक वार्ता सफलतापूर्वक चल रही है. हमारे नाविक जल्द ही भारत आएंगे.

भारतीय दो जहाजों के चालक दल का हिस्सा हैं, जो ऑस्ट्रेलियाई कोयला ले जाते हैं, इसलिए उन्हें अपने माल को उतारने की अनुमति नहीं है. हेबै प्रांत के जिंगतांग बंदरगाह के पास एंकोरेज में 13 जून से थोक मालवाहक जहाज एमवी जग आनंद पर 23 भारतीय चालक दल के सदस्य हैं. 20 सितंबर से कॉफिडियन बंदरगाह के पास लंगर में एक और 16 भारतीय चालक दल के सदस्य एमवी अनास्तासिया पर हैं.