नीति गोपेन्द्र भट्ट. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी के समक्ष प्रदेश में पूर्व में स्वीकृत की गई विभिन्न रेल योजनाओं को बिना किसी कारण बंद कर  देने का मामला उठाया है और गुजरात -मध्यप्रदेश  को जोड़ने वाली आदिवासी क्षेत्र की डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा रेल परियोजना  सहित अन्य रेल परियोजनाओं को पुन: शुरू कराने की मांग पुरजोर तरीके से रखी है. साथ ही पाकिस्तान के सीमावर्ती जैसलमेर -बाड़मेर को मुद्रा तथा कांडला पोर्ट से जोड़ने के लिए नई रेल परियोजना की स्वीकृति प्रदान करने की मांग भी की है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  द्वारा वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के रेवाड़ी मदार खंड का लोकार्पण और डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन फ्लैगऑफ कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए शामिल हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय  रेलमंत्री का  ध्यान रेलवे के विकास और विस्तार से जुड़ी पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और यूपीए सरकार के समय की परियोजनाओं की ओर आकर्षित किया.

भिवाड़ी में नया रेलवे स्टेशन स्थापित करने की मांग....

मुख्यमंत्री गहलोत ने इस मौके पर भिवाड़ी में नया रेलवे स्टेशन स्थापित करने की मांग भी की और कहा कि यहां पर निकट ही नीमराना में जापानी  जॉन है और वहां 6 हजार औद्योगिक इकाइयां लगी हुई है.
उन्होंने कहा कि पंडित नेहरूजी के समय  रेलवे के लिए चाहे इंजन हों चाहे डब्बे हों, सब इम्पोर्ट होते थे. नेहरू की दूरदृष्टि थी कि जिस प्रकार से उन्होंने बड़े.बड़े बांध.कारखाने बनाए, उसी रूप में उन्होंने रेलवे पर ध्यान दिया. फ्रांस से एग्रीमेंट हुआ उसके बाद में लंबा सफ़र तय करते-करते 2006 के अंदर जब यूपीए गवर्नमेंट के समय डीएफसीसीआईएलए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की स्थापना हुई.डॉ मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रित्व काल के वक्त में एक नया इतिहास रचा गया. एक नई दृष्टि सामने लाई गई. किस प्रकार से पैरेलल ईस्टर्न वेस्टर्न कॉरिडोर बने फ्रेट के लिए ताकि देश की आर्थिक गतिविधियां तेज गति से बढ़ सकें.
गहलोत ने कहा कि आज रेलवे एक नया इतिहास बनाने जा रहा है. देश की आजादी के पहले से ही देश में रेलों का विकास होना प्रारंभ हुआ और इसका 170 साल का लंबा इतिहास है. भारतीय रेलवे का इतिहास वर्ष 1853 से शुरू हुआ और लंबा सफर तय करते.करते अब डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन का शुरू होना और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का बनना, एक इतिहास रचने के बराबर है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की वैश्विक महामारी के बाद से राज्यों की स्थिति बहुत ही विकट हो चुकी है. फिर भी हमारा प्रयास है कि राजस्थान में खुशखेड़ा, भिवाड़ी, नीमराणा, और जोधपुर.पाली.मारवाड़ औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के काम साथ-साथ में चलें और राज्य में भिवाड़ी में भी एक स्टेशन बनें ताकि उसका लाभ मिल सकें, क्योंकि नीमराणा के अंदर भिवाड़ी क्षेत्र में जापानी जोन है और वो अपने आप में पूरे देश के अंदर अनूठा जोन है जो कि स्पेसिफिक जापानीज़ इन्वेस्टमेंट जोन हो रहा है.

भिवाड़ी में लगभग 6521 औद्योगिक इकाइयां हैं. अगर वहां रेलवे स्टेशन बनता है, तो आने वाले समय में उसका लाभ सभी को मिलेगा. गहलोत ने कार्यक्रम में भिवाड़ी के सलारपुर औद्योगिक क्षेत्र में डीएफसी स्टेशन बनाने की मांग रखी.

रेल परियोजनाओं के बंद पड़े कार्य पुनः शुरू करने की मांग....

इस मौके पर गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल से इस वर्ष के बजट में प्रयाप्त बजट प्रावधान रखवा राजस्थान की रेल परियोजनाओं के बंद पड़े कार्य पुनः शुरू करने की मांग रखते हुए कहा कि सरमथुरा करौली वाया गंगापुर सिटी ,पुष्कर-मेड़ता ,चौथ का बरड़ा से टोंक वाया अजमेर और आदिवासी क्षेत्र की डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा की महत्वाकांक्षी रेल परियोजना के कार्यों को  पुनः शुरू करवाने का आग्रह किया  उन्होंने  बताया कि डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा रेल परियोजना के लिए 50  प्रतिशत भागीदारी के रूप में राजस्थान सरकार ने 250  करोड़ रु दिए थे और परियोजना  का काम भी शुरू हो गया था लेकिन कतिपय कारणों से बाद में इसे बंद कर दिया गया जिसकी वजह से पूरे आदिवासी क्षेत्र में गहरी निराशा और रोष है गहलोत ने आग्रह किया कि वर्तमान हालातों में राज्य सरकार 50  प्रतिशत भागीदारी का खर्चा वहां करने में सक्षम नहीं है इसलिए  डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा रेल परियोजना का पूरा व्यय केंद्र सरकार द्वारा ही वहां किया जावें
जैसलमेर -बाड़मेर को मुद्रा तथा कांडला पोर्ट से जोड़ने के लिए नई रेल

परियोजना की स्वीकृति प्रदान की जाए....

गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल से यह आग्रह भी किया कि पाकिस्तान के सीमा से सटे  जैसलमेर -बाड़मेर को गुजरात के मुद्रा तथा कांडला पोर्ट से जोड़ने के लिए नई रेल परियोजना की स्वीकृति प्रदान की जाए. उन्होंने बताया कि जैसलमेर -बाड़मेर में तेल और गैस के अथाह भण्डार मिलने के बाद  बाड़मेर के पास रिफाइनरी का काम भी शुरू हो गया है तथा इस क्षेत्र में देश के कुल उत्पादन का बीस प्रतिशत तेल का उत्पादन हो रहा है.उन्होंने प्रधानमंत्री से भारतमाला सड़क परियोजना की तर्ज पर रेल परियोजना की शुरुआत करवाने का अनुरोध किया.