भारत सरकार ने कोरोना की वैक्सीन लगवाने से पहले रजिस्ट्रेशन के लिए CoWIN एप्प को जल्द लॉन्च करने का ऐलान किया था. सरकार ने अभी इस एप्प को आधिकारिक तौर पर लॉन्च नहीं किया है, लेकिन गूगल प्ले-स्टोर पर आपको कई CoWIN एप्स मिल जाएंगी, जोकि फर्जी हैं. असली एप्प का नाम Co-WIN है जिसे अभी प्ले-स्टोर पर उपलब्ध नहीं कराया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इन फर्जी CoWIN एप्स को लेकर लोगों को आगाह किया है और डाउनलोड न करने की सलाह दी है.

कोविड-19 के इलाज के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने दो वैक्सीन (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी, लेकिन इन दोनों वैक्सीन के लिए असली CoWIN एप्प पर रजिस्ट्रेशन करनी अनिवार्य होगी. केंद्र सरकार जल्द ही CoWIN एप्प को लॉन्च कर देगी जिसे कि गूगल प्ले स्टोर व एप्पल एप्प स्टोर पर फ्री में उपलब्ध किया जाएगा. इस एप्प पर कोविड-19 वैक्सीन के लिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन करनी पड़ेगी.

जानकारी के लिए बता दें कि Co-WIN का पूरा नाम कोविड-19 वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क है. कोविड-19 वैक्सीन की ट्रैकिंग और रजिस्ट्रेशन के लिए CoWin को 5 भागों में बांटा गया है जिनमें एडमिनिस्ट्रेटर, रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन, बेनिफिशियरी, एक्नॉलेजमेंट और रिपोर्ट आदि शामिल हैं. यूजर जब एप्प में रजिस्ट्रेशन का प्रोसैस पूरा कर लेगा तो उसे बताया जाएगा कि वह किस लोकल अथॉरिटी में कोविड-19 वैक्सीन लगवा सकता है.

कोविड-19 वैक्सीनेशन तीन चरणों में होगी. सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर का वैक्सीनेशन होगा, जिनमें हेल्थ केयर से जुड़े लोग शामिल होंगे. दूसरे चरण में इमरजेंसी वर्कर का वैक्सीनेशन होगा. तीसरे चरण में उन लोगों का वैक्सीनेशन होगा, जो पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं. एक व्यक्ति के वैक्सीनेशन में करीब 30 मिनट का समय लगेगा. रिपोर्ट के मुताबिक हर सैशन में 100 लोगों का वैक्सीनेशन होगा.

फिलहाल CO-WIN एप्प को अभी स्मार्टफोन यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं किया गया है, लेकिन इसे जल्द ही उपलब्ध कर दिया जाएगा ऐसा सरकार का दावा है.